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गाजियाबादः देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले बढ़ते जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश में भी ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है. गाजियाबाद में ओमिक्रॉन के 2 मामलों की पुष्टि हुई है. नेहरू नगर निवासी एक दंपती की जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट में यह मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार अभी दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं. बता दें कि नेहरू नगर निवासी दंपति बीते 3 दिसंबर को मुंबई से लौटे थे और उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. वह मुंबई से जयपुर होते हुए गाजियाबाद लौटे थे. खांसी होने पर उन्होंने निजी लैब में जांच कराई, तो कोरोना की पुष्टि हुई. जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा था. जिसके बाद ओमिक्रॉन का पता चला. 15 दिसंबर को दोनों की दूसरी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
भारत में एक दिन में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा 24 नए मामले आने के साथ शुक्रवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप से संक्रमितों की संख्या 100 पार कर गई. संक्रमण के प्रसार के मद्देनजर केंद्र ने लोगों को गैर-जरूरी यात्रा और सामूहिक समारोहों से बचने तथा बड़े स्तर पर नए साल का जश्न नहीं मनाने की सलाह दी है. कर्नाटक में पहला मामला सामने आने के ठीक 15 दिन बाद 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या 111 हो गई है. महाराष्ट्र में 40 और दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 22 हो गई है. तेलंगाना और केरल से दो-दो और मामले आने से संक्रमितों की संख्या क्रमश: आठ और सात हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले 20 दिनों से कोविड संक्रमण के दैनिक मामले 10,000 से कम हैं, लेकिन ओमिक्रॉन स्वरूप और अन्य देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है. केंद्रीय और राज्यों के अधिकारियों के मुताबिक देश में महाराष्ट्र में इस स्वरूप के 40, दिल्ली में 22, राजस्थान में 17, कर्नाटक में आठ, तेलंगाना में आठ, गुजरात में पांच, केरल में सात, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एक-एक मामला सामने आया है. देश में सबसे पहले ओमिक्रॉन के दो मामले कर्नाटक में दो दिसंबर को आए थे.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, ‘चूंकि ओमिक्रॉन स्वरूप पूरे यूरोप और दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में बहुत तेजी से फैल रहा है, इसलिए गैर-जरूरी यात्रा और सामूहिक समारोहों से बचना चाहिए और उत्सवों को बड़े स्तर पर आयोजित नहीं करना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि पांच प्रतिशत से अधिक कोविड संक्रमण दर वाले जिलों को प्रतिबंधात्मक उपायों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है, जब तक कि यह कम से कम दो सप्ताह के लिए पांच प्रतिशत से कम न हो जाये.
अग्रवाल ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के हवाले से बताया कि ऐसी आशंका है कि जहां सामुदायिक प्रसार (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) होता है, वहां ओमिक्रॉन संक्रमण डेल्टा स्वरूप से आगे निकल जाएगा. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक का हवाला देते हुए अग्रवाल ने कहा, ‘ओमिक्रॉन उस दर से फैल रहा है जो हमने किसी पिछले स्वरूप के साथ नहीं देखा है. हम चिंतित हैं कि लोग ओमिक्रॉन के मामले को हल्का बताकर खारिज कर रहे हैं.’ क्या ओमिक्रॉन स्वरूप सामुदायिक प्रसार स्तर पर है, इस सवाल पर अग्रवाल ने कहा, ‘हम इस बिंदु पर यह नहीं कह सकते हैं कि ओमिक्रॉन स्वरूप भारत में व्यापक है. ओमिक्रॉन के अधिकांश मामलों का एक यात्रा इतिहास होता है या उन लोगों के साथ संपर्क होता है जिनका यात्रा करने का इतिहास है.’
तमिलनाडु में, मंत्री एम सुब्रमण्यम ने कहा कि 'उच्च-जोखिम' और 'गैर-जोखिम' दोनों तरह के देशों से आये 28 व्यक्ति कोविड-19 संक्रमित पाये गए और उनमें एस-जीन ड्रॉप है जिससे उनके ओमिक्रॉन से संक्रमित होने का संदेह बढ़ गया है. तमिलनाडु के चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री सुब्रमण्यम ने चेन्नई में कहा कि 28 यात्रियों के नमूने जीनोमिक अनुक्रमण विश्लेषण के लिए भेजे गए हैं. दिल्ली में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी. के. पॉल ने कहा यूरोप में कोविड-19 महामारी के एक नए चरण का अनुभव किया जा रहा है, जिसमें 80 प्रतिशत आंशिक टीकाकरण होने के बावजूद मामलों में भारी वृद्धि हुई है. पॉल ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर स्थिति स्थिर है लेकिन कुछ जिलों में संक्रमण दर बढ़ रही है और यदि आवश्यक हो तो प्रतिबंधात्मक उपायों को लागू किया जाना चाहिए.
(भाषा इनपुट के साथ)