डॉक्टर बनना चाहते थे बादल लेकिन बन गए नेता क्योंकि...
Advertisement

डॉक्टर बनना चाहते थे बादल लेकिन बन गए नेता क्योंकि...

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि वह शुरू में डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन मेडिकल की पढ़ाई मुश्किल लगने के बाद वह राजनीति में आ गये।

डॉक्टर बनना चाहते थे बादल लेकिन बन गए नेता क्योंकि...

फगवाड़ा : पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि वह शुरू में डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन मेडिकल की पढ़ाई मुश्किल लगने के बाद वह राजनीति में आ गये।

शनिवार रात यहां पंजाब आईएमए के 68वें सम्मेलन पिमाकॉन-2015 के उद्घाटन सत्र में एक अलग अंदाज में दिये गये अपने भाषण में बादल ने कहा कि वह डॉक्टरों के प्रति अत्यंत सम्मान रखते हैं और उन्हें भगवान के बाद दूसरे स्थान पर रखते हैं।

उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘लेकिन इस पवित्र पेशे के लिए मेरे सम्मान का एक और कारण है। मैं भी डॉक्टर बनना चाहता था लेकिन बन गया नेता।’ बादल ने कहा कि उन्होंने डॉक्टर बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए एफएससी मेडिकल कॉलेज को चुना लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया।

उन्होंने श्रोताओं की मुस्कराहट के बीच कहा, ‘मेडिकल की पढ़ाई बड़ी मुश्किल है। हम पूरे दिन मेढ़क काटने में व्यस्त रहते थे वहीं कला विषय के साथी खेलते और बहुत मजे करते थे क्योंकि उनके पास बहुत वक्त खाली होता था। इसलिए मैंने भी कला विषय ले लिया।’ बादल ने बताया कि किस तरह बाद में वह राजनीति में आ गये और सरपंच के तौर पर राजनीतिक जीवन की शुरूआत की।

उन्होंने कहा, ‘फिर मैं ब्लॉक समिति का सदस्य और उसके बाद विधायक बनकर पंजाब के ‘मुख्य सेवादार’ (पंजाब के मुख्यमंत्री) के मौजूदा पद तक पहुंचा।’ बादल के मुताबिक उन्होंने वकील बनने के लिए कानून की पढ़ाई भी लेकिन किस्मत साथ नहीं थी। अंग्रेजी में भाषण शुरू करने के बाद मुख्यमंत्री पंजाबी में बात करने लगे और इसी भाषा में उन्होंने कहा, ‘मेरे ख्याल विच पंजाबी ठीक रहू।’

Trending news