संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत के प्रदर्शन से पहले प्रदर्शनकारियों ने रैली निकालकर, सड़कों पर जाम करके और वाहनों में तोड़फोड़ करके विरोध प्रदर्शन किया.
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जयपुर/सीकर: संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावत के प्रदर्शन से पहले प्रदर्शनकारियों ने रैली निकालकर, सड़कों पर जाम करके और वाहनों में तोड़फोड़ करके विरोध प्रदर्शन किया. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एन आर के रेड्डी ने बताया कि फिल्म के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से प्रदर्शन किया है. सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये हैं और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस बलों को तैयार रहने के लिये कहा गया है.
राजस्थान रोडवेज की बसों को पहुंचा नुकसान
जालौर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि बंद बागोडा कस्बे में फिल्म का विरोध प्रदर्शन करने के लिये लगभग 50 लोग एकत्रित हुए थे. स्थिति शांतिपूर्ण है. सीकर के नीमकाथाना पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने राजपूत होस्टल के पास दो राजस्थान रोडवेज की बसों पर पत्थर मारकर उनके शीशे तोड़ दिये. एक बस सीकर से नई दिल्ली जा रही थी, जबकि दूसरी बस नई दिल्ली से आ रही थी. प्रदर्शनकारियों के पत्थर मारने से कोई हताहत नहीं हुआ.र
चित्तौड़ किले के आसपास पुलिस बल तैनात
वहीं चित्तौड़गढ़ के पुलिस उपाधीक्षक गजेन्द्र सिंह ने बताया कि चित्तोड़ किले में विरोध के लिये जा रही कुछ महिलाओं को रोका गया और उनका रास्ता बदल दिया गया. कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये किले के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि जयपुर के कालवाड क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाये और सड़कों पर कुछ समय के लिये जाम लगाया. हालांकि जाम कुछ समय के बाद खुलवा दिया गया.
हिंसा के लिये संजय लीला भंसाली जिम्मेदार
इधर श्रीराजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि विरोध प्रदर्शन और हिंसा के लिये संजय लीला भंसाली जिम्मेदार है. कालवी ने बुधवार (24 जनवरी) को यहां संवाददाताओं से कहा कि हम माफी मांगते हैं, लेकिन हम माफी रानी पद्मावती से मांग रहे हैं, जिन्होंने अपने आत्मसम्मान के लिये 16 हजार अन्य महिलाओं के साथ जौहर किया था. उन्होंने कहा कि विरोध और हिंसा की परिस्थितियां संजय लीला भंसाली द्वारा पैदा की गई है. उन्होंने कहा कि फिल्म को रोकने के लिये किसी भी सूरत में सिनेमा घरो में जनता कर्फ्यू लगाया जायेगा. उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है लेकिन विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
(इनपुट एजेंसी से भी)