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DNA Analysis: इस 15 अगस्त को भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे हो जाएंगे और इस अवसर पर भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. आज भारत आजादी के लिए शहीद होने वाले अपने योद्धाओं को तो याद कर ही रहा है, अपनी क्षमताओं और अपनी उपलब्धियों का प्रदर्शन भी कर रहा है. लेकिन हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान आज भी सिर्फ भारत विरोध के नाम पर ही जिंदा है. पाकिस्तान को न अपनी तरक्की की फिक्र है और न ही अपनी जनता की बेहतरी की. उसे हर वक्त सिर्फ यही चिंता रहती है कि किस तरह भारत को बदनाम किया जाए.
पाक रच रहा नई साजिश
पाकिस्तान का जिक्र हम इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि हमें पाकिस्तान की एक नई टूलकिट की जानकारी मिली है. इस टूलकिट के जरिए पाकिस्तान एक बार फिर भारत को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बदनाम करने की साजिश रच रहा है. भारत ने 5 अगस्त को 2019 को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का ऐलान किया था. पाकिस्तान ने तब भी आर्टिकल 370 पर भारत को बदनाम करने की काफी कोशिशें की थीं, लेकिन एक दो देशों को छोड़कर दुनिया के किसी भी देश ने उसको भाव नहीं दिया था. लेकिन इतना अपमानित होने के बाद भी पाकिस्तान बदलने को तैयार नहीं है और अब उनसे भारत को बदनाम करने के लिए नई टूलकिट तैयार की है.
- इसके तहत पाकिस्तान भारत के खिलाफ धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए यूरोप के कई देशों में अपनी गतिविधियों को तेज कर रहा है और इन देशों में भारतीय दूतावासों के सामने विरोध प्रदर्शन की योजना तैयार की गई है.
- पाकिस्तान यूरोपीय देशों के सांसदों को भी ऐसे कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आंमत्रित कर रहा है.
- हमारे पास मौजूद जानकारी के अनुसार स्वीडन में स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने 5 अगस्त के दिन कश्मीर पर होने वाले विरोध प्रदर्शनों के लिए वहां के सांसदों को आमंत्रित किया है.
- यही नहीं दूतावास को पाकिस्तान ने ये जिम्मेदारी भी दी है कि वो कश्मीर को लेकर स्वीडन के अखबारों में भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करे.
- पिछले साल भी पाकिस्तान ने 5 फरवरी के दिन Kashmir Solidarity Day के नाम पर भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने के लिए दुनियाभर में एक बड़ी मुहिम चलाई थी.
- इसके तहत अमेरिका, यूके, जापान, कोरिया, कनाडा, जर्मनी ,जैसे देशों में मौजूद पाकिस्तानी दूतावासों से ये कहा गया था कि वो इन देशों में भारतीय दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन करें.
- पाकिस्तान ने न्यू यॉर्क में भी अपने कॉन्सुलेट जनरल के ऑफिस को निर्देश दिए थे कि वो वहां पाकिस्तानी अमेरिकी कम्युनिटी की मदद से कैंडल मार्च निकाले और कश्मीर के मुद्दे पर भारत के खिलाफ प्रदर्शन करे.
- इन प्रदर्शनों को कामयाब बनाने के लिए इस्लामाबाद से सभी पाक दूतावासों को फंड भी भेजे गए थे और अब पाकिस्तान एक बार फिर से वही हरकत कर रहा है, हालांकि पूरी दुनिया जानती है कि ये सिर्फ पाकिस्तान की बौखलाहट है और आज दुनिया का कोई भी देश उसकी बात पर यकीन करना तो दूर उसकी बात सुनने को भी तैयार नहीं है.
आज पाकिस्तान को जम्मू से सटे कश्मीर और अपने अवैध कब्जे वाले कश्मीर की तुलना करके भी देखना चाहिए. POK में लोग आज भी बुनियादी ढांचे का, सड़कों का और बिजली का ही इंतजार कर रहे हैं, जबकि भारत में कश्मीर के लोग लगातार प्रगति के रास्ते पर हैं और ये अंतर आप खुद महसूस कर सकते हैं.
आज पाकिस्तान के दुष्प्रचार के बावजूद श्रीनगर के लालचौक में शान से तिरंगा लहराता है. आतंकवाद से त्रस्त कश्मीर के लोग अब पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का बहिष्कार करने लगे हैं. वो पाकिस्तान की नीयत को समझ रहे हैं, और इसीलिए वो अपने बच्चों को पत्थर नहीं बल्कि अच्छी शिक्षा, अच्छा भविष्य देना चाहते हैं और यही पाकिस्तान की सबसे बड़ी टेंशन हैं क्योंकि अगर कश्मीरी अपने भविष्य की परवाह करने लगे, तो फिर पाकिस्तान और पाकिस्तान की सेना की आतंकवाद की दुकान बंद होते देर नहीं लगेगी.
अतंर्राष्ट्रीय मंच पर कश्मीर के मुद्दे पर भारत को बदनाम करने की कोशिशों में जुटे पाकिस्तान को आज अपने गिरेबान में भी झांक कर देख लेना चाहिए. कश्मीर का राग अलापते अलापते पाकिस्तान आज खुद कंगाल हो चुका है.
कर्ज तले डूबा है पाक
इसी साल जून के आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार घट कर 65,000 करोड़ रुपये रह गया था. हालात इतने बिगड़ गए थे कि उसने अपने लोगों से कम चाय पीने की अपील की थी, ताकि इंपोर्ट बिल कम किया जा सके. आज पाकिस्तान के ऊपर 20 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज है और ये कर्ज उसकी कुल जीडीपी का 72.4 प्रतिशत है. आज पाकिस्तान प्रति व्यक्ति आय के मामले में बांग्लादेश से भी पीछे है और आज डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान के रुपये की कीमत 224 रुपये है.
इसकी वजह से पाकिस्तान के लोग भीषण महंगाई का सामना कर रहे हैं. वहां पेट्रोल, डीजल और खाने पीने की चीजों की कीमतें भी आसमान छू रही हैं. लेकिन पाकिस्तान को अपनी जनता की दुर्गति से शायद कोई फर्क नहीं पड़ता.
कश्मीर पर पाकिस्तान और भारत के बीच चार बार युद्ध हो चुके हैं. हर बार पाकिस्तान ने हमले किए और हर बार उसे करारी हार का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान ये अच्छी तरह समझता है कि वो भारत से सीधी लड़ाई में नहीं जीत सकता और इसीलिए वो आतंकवाद की शरण में चला गया. आज पाकिस्तान में आधा दर्जन से ज्यादा आतंकी संगठन मौजूद हैं. हाफिज सईद, जकीउर्ररहमान लखवी, अजहर मसूद और सैयद सलाउद्दीन जैसे कई खतरनाक आतंकी पाकिस्तान में खुले आम घूमते हैं, उनको सुरक्षा दी जाती है. इतना ही नहीं अलकायदा का मुखिया और दुनिया का सबसे कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन भी पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ही रह रहा था और अमेरिका ने उसे वहीं घुसकर मार गिराया था.
बलूचिस्तान को भी बर्बाद कर रहा पाक
कश्मीर की धुन में पाकिस्तान बलूचिस्तान को भी बर्बाद कर रहा है. आज पाकिस्तानी सरकार की नीतियों की वजह से बलूचिस्तान में विद्रोह की चिंगारी सुलग रही है. कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि वहां अब तक साढ़े 22 हजार से भी ज्यादा लोगों के लापता होने के मामले सामने आए हैं. इन लोगों का आज तक कोई पता नहीं चला और इसके पीछे पाकिस्तान की सेना का ही हाथ बताया जाता है. आज पाकिस्तान अपने मित्र चीन के साथ मिल कर बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधन लूटने के लिए वहां के लोगों का दमन कर रहा है और इसी वजह से अब बलूचिस्तान के लोग भी हिंसक विद्रोह करने लगे हैं. यानी पाकिस्तान जिस आतंकवाद का इस्तेमाल भारत को कमजोर करने के लिए कर रहा है, आज वही भस्मासुर बन कर उसे ही जला रहा है और अगर पाकिस्तान अपनी राह नहीं बदलता तो उसे खुद जलकर खाक होने से कोई नहीं बचा पाएगा.
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#DNA: 370 पर पाकिस्तान की नई Toolkit@irohitr
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— Zee News (@ZeeNews) August 4, 2022