पठानकोट आतंकी हमला: एनआईए ने दरगाह के संरक्षक को किया तलब
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पठानकोट आतंकी हमला: एनआईए ने दरगाह के संरक्षक को किया तलब

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज पंजाब की उस दरगाह के संरक्षक को तलब किया जहां का पुलिस अधीक्षक रैंक के एक अधिकारी ने आतंकवादियों द्वारा उनका अपहरण किये जाने से पहले दौरा किया था। इस अपहरण के कुछ घंटे बाद ही आतंकवादियों ने पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमला किया था।

पठानकोट आतंकी हमला: एनआईए ने दरगाह के संरक्षक को किया तलब

नयी दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज पंजाब की उस दरगाह के संरक्षक को तलब किया जहां का पुलिस अधीक्षक रैंक के एक अधिकारी ने आतंकवादियों द्वारा उनका अपहरण किये जाने से पहले दौरा किया था। इस अपहरण के कुछ घंटे बाद ही आतंकवादियों ने पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमला किया था।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि एनआईए ने बमियाल गांव से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित पंज पीर दरगाह के संरक्षक सोमराज को तलब किया। इसी गांव से आतंकवादियों के भारत में घुसपैठ करके हमला करने की आशंका है। सोमराज के इस बयान ने कई सवाल खड़े किये हैं कि पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी सलविंदर सिंह हमले से पहले पहली बार दरगाह पर आए थे और उनके जौहरी मित्र राजेश वर्मा तथा उनका रसोइया मदन गोपाल एक ही दिन में दो बार दरगाह पर आए थे। सवाल इसलिए खड़े हुए हैं क्योंकि पुलिस अधिकारी ने दावा किया है कि वह नियमित रूप से दरगाह जाते हैं।

एनआईए मुख्यालय में सिंह से आज लगातार दूसरे दिन पूछताछ की जा रही है। जांचकर्ता उनसे कड़े सवाल पूछ रहे हैं। जांचकर्ता पंजाब पुलिस को दिये सिंह के बयान में कई विरोधाभासों के बारे में सवाल पूछ रहे हैं जिसमें उन्होंने दावा किया था कि हिन्दी, उर्दू और कश्मीरी भाषाएं बोलने वाले आतंकवादियों ने उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी थी। सूत्रों ने कहा कि एनआईए ने मदन गोपाल को पूछताछ के लिए कल अपने मुख्यालय बुलाया है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें सिंह के साथ आमने सामने बैठाया जाएगा। सिंह को गुरदासपुर के पुलिस अधीक्षक पद से हटाकर पंजाब सशस्त्र पुलिस की 75वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट पद पर तैनात किया गया है। एनआईए सूत्रों ने उनकी तथा अदालत की मंजूरी लेकर उनका लाई डिटेक्टर परीक्षण कराने की संभावना से इंकार नहीं किया।

एजेंसी ने उनका मोबाइल फोन केन्द्रीय फारेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के पास भेजा है ताकि इसके मालिक और सुरक्षा बलों से 80 घंटे तक मुठभेड़ करने वाले आतंकवादियों द्वारा संभावित रूप से किये गये फोन काल के बारे में जानकारी मिल सके। केन्द्रीय एजेंसी ने एक और दो जनवरी की दरमियानी रात को आतंकवादियों द्वारा वायुसेना अड्डे पर हमले के तुरंत बाद जांच शुरू की थी। एनआईए ने आज वायुसेना अड्डे के मुठभेड़ वाले स्थल से सात कारतूस और एक मैगजीन बरामद की। सूत्रों ने कहा कि खोजी अभियान में जुटी दस सदस्यीय एनआईए टीम एक एके47 मैगजीन, मोबाइल फोन और दूरबीन पहले ही बरामद कर चुकी है।

 

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