पठानकोट आतंकी हमला: वायुसेना की इमारत में अब भी छिपे हैं दो आतंकी, बाहर निकालने के लिए अभियान तेज
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पठानकोट आतंकी हमला: वायुसेना की इमारत में अब भी छिपे हैं दो आतंकी, बाहर निकालने के लिए अभियान तेज

पंजाब के पठानकोट में एयरफोर्स स्टेशन पर हुए आतंकी हमले के तीसरे दिन सेना का ऑपरेशन अंतिम दौर पर पहुंच चुका है। NSG के आईजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों का संयुक्त ऑपरेशन जारी है। अब तक चार आतंकियों को मार गिराया गया है। साथ ही दो आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक पूरी तरह एयरबेस से आतंकियों के खात्मे की पुष्टि नहीं हो जाती।

पठानकोट आतंकी हमला: वायुसेना की इमारत में अब भी छिपे हैं दो आतंकी, बाहर निकालने के लिए अभियान तेज

नई दिल्ली: पंजाब के पठानकोट में एयरफोर्स स्टेशन पर हुए आतंकी हमले के तीसरे दिन सेना का ऑपरेशन अंतिम दौर पर पहुंच चुका है। NSG के आईजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों का संयुक्त ऑपरेशन जारी है। अब तक चार आतंकियों को मार गिराया गया है। साथ ही दो आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक पूरी तरह एयरबेस से आतंकियों के खात्मे की पुष्टि नहीं हो जाती।

वायुसेना के अड्डे की दोमंजिला इमारत में अब भी छिपे दो आतंकियों को बाहर निकालने के लिए अभियानों को तेज किए जाने के बीच इमारत में आज एक शक्तिशाली विस्फोट हो गया। आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का आज तीसरा दिन है। एनएसजी, भारतीय वायुसेना और सेना के अधिकारियों ने कहा कि वायुसेना की रणनीतिक संपत्ति को कोई समानांतर नुकसान नहीं हुआ है।

 

 

एनएसजी के महानिरीक्षक मेजर जनरल दुष्यंत सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अभी तक, हमने चार आतंकियों को मार गिराया है और दो अन्य आतंकियों को मारने के लिए जारी अभियान संभवत: अपने अंतिम चरण में है।’ सिंह ने कहा, ‘पूरा अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी कर्मियों, संपत्तियों, ढांचे की तलाशी नहीं ले ली जाती। इसलिए इसमें एक लंबा समय लग सकता है।’ इस अवसर पर सिंह के साथ एयर ऑफिसर कमांडिंग- एयर कमांडर जे एस दामून और ब्रिगेडियर अनूपिंदर सिंह भी मौजूद थे।

 

 

 

ब्रिगेडियर सिंह ने कहा, ‘ये आतंकी एक दोमंजिला इमारत में छिपे हैं, जो कि वायुसेना के कर्मियों का निवास स्थान है। फिलहाल इस इमारत को आतंकियों से खाली करवाने के लिए अभियान जारी है।’ एयरफोर्स का इलाका ‘बहुत बड़ा’ है। इस इलाके में भारतीय वायुसेना की रणनीतिक संपत्ति रखी हुई है। इसके अलावा भारतीय वायुसेना के कर्मियों के परिवार और स्कूल भी यहां हैं।

भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने कहा, ‘यह एक छोटा शहर है।’ उन्होंने कहा कि वायुसेना की रणनीतिक संपत्ति को निशाना बनाने के लक्ष्य के साथ आतंकी ‘पूरी तैयारी’ के साथ आए थे और वे ‘बहुत से हथियारों से लैस’ हैं।
अधिकारी ने कहा कि आतंकी हमले की खुफिया जानकारी मिलने के बाद एक जनवरी से ही सेना जनरल अलर्ट पर थी।

अधिकारी ने कहा कि अड्डे पर कार्मिक एवं रणनीतिक संपत्ति के होने के कारण सुरक्षाबलों द्वारा लगातार तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। एयर कमांडर दामून ने कहा कि एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ- एयरमार्शल एस पी देव अभियान का निरीक्षण कर रहे हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पठानकोट एयरबेस में छिपे आतंकियों के सफाए के लिए चल रहे अभियान और अफगानिस्तान में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

पठानकोट में चल रहे अभियान में चार आतंकी मार गिराए गए हैं जबकि एक गरूड़ कमांडो, एक एनएसजी अधिकारी और डीएससी के पांच कर्मी शहीद हो गए हैं। 17 सुरक्षाकर्मी घायल भी हुए हैं। एक मृत आतंकी के शरीर से जिंदा ग्रेनेड हटाने की कोशिश के दौरान घायल हुए एनएसजी बम निरोधक दस्ते के सदस्य और केरल निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल ई के निरंजन की मौत हो गई थी। इस विस्फोट में चार अन्य सुरक्षा कर्मी भी घायल हो गए थे।

डीएससी के तीन घायल जवानों की भी दो और तीन जनवरी की दरम्यानी रात को मौत हो गई। गरूड़ कमांडो गुरूसेवक सिंह और डीएससी के दो अन्य सदस्य शनिवार को जारी गोलीबारी में मारे गए। यह एयरबेस भारत-पाक सीमा से महज 35 किलोमीटर की दूरी पर है।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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