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Indian Army Weapons: ये हैं भारत के 10 सबसे खतरनाक हथियार, मिनटों में दुश्मन को कर देंगे नेस्तनाबूद

Shastra Puja on Dussehra: अश्विन माह की शुक्लपक्ष की दशमी तिथि को दशहरा (Dussehra) मनाया जाता है और इस बार 5 अक्टूबर (बुधवार) को देशभर में दशहरा मनाया जा रहा है. इस दिन शस्त्र पूजन (Shastra Puja) का विधान है और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने चमोली में शस्त्र पूजा की. इस मौके पर हम आपको भारतीय सेना (Indian Army) के कुछ घातक हथियारों (Deadly Weapons) के बारे में बता रहे हैं, जो मिनटों में दुश्मन को नेस्तनाबूद कर देंगे और इन हथियारों से चीन-पाकिस्तान भी खौफ खाते हैं.

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भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के पास मौजूद राफेल (Rafale) लड़ाकू विमान कई घातक हथियारों से लैस है. राफेल में तीन तरह की मिसाइल लगाई जा सकती हैं, जिसमें हवा से हवा में और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल के अलावा हैमर मिसाइल शामिल हैं.

 

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एलसीए तेजस (LCA Tejas) स्वदेशी लड़ाकू विमान काफी हल्का और प्रभावी है, जिसे हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड ने बनाया है. तेजस को लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए बहुत कम जगह की जरूरत पड़ती है. यह विमान आठ से नौ टन भार ढोने में सक्षम है और 52 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ने की ताकत रखता है. तेजस को रडार से बचने में महारत हासिल है और हवा से हवा के अलावा हवा से जमीन पर हमला करने में कारगर है.

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भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के पास मौजूद अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर (Apache Helicopter) दुनिया के सबसे आधुनिक और घातक हेलिकॉप्टर माने जाते हैं. इसकी रफ्तार 350 किलोमीटर प्रति घंटे हैं और यह दुश्मन की किलेबंदी को भेदकर उसकी सीमा में घुसकर हमला करने में सक्षम हैं. इसके अलावा इंडियन एयरफोर्स के पास सुखोई, मिग-29, मिग-21 बाइसन, जगुआर जैसे लड़ाकू विमान भी शामिल हैं.

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भारतीय वायुसेना को हाल ही में स्वेदशी हल्के हमलावर हेलीकॉप्टर्स (Light Combat Helicopters - LCH) मिल गए हैं, जिन्हें जोधपुर एयरबेस पर तैनात किया गया है. इन हेलीकॉप्टरों की तैनाती के बाद सीमा पर आतंकी गतिविधियों पर विराम लगेगा और दुश्मनों में खलबली मच गई है. लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) पर कई घातक हथियारों से लैस किया जा सकता है, जिससे एयर स्ट्राइक जैसे सैन्य ऑपरेशंस को आसानी से अंजाम दिया जा सकता है. इस हेलीकॉप्टर का मुख्य काम कॉम्बैट सर्च एंड रेस्क्यू के अलावा दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट करना, घुसपैठ रोकना. ड्रोन, अनमैन्ड एरियल व्हीकल आदि को मार गिराना है. इसके अलावा यह अधिक ऊंचाई पर मौजूद दुश्मन के बंकरों को भी नष्ट कर सकता है.

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भारत की ब्रह्मोस (BrahMos) मिसाइल एक मल्टी मिशन बैलेस्टिक मिसाइल (Ballistic Missile) है और इस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की धाक दुनियाभर में है. ब्रह्मोस की मारक क्षमता 500 किलोमीटर है और यह समंदर, जमीन और आकाश, तीनों जगह से दुश्मन को निशाना बना सकती है.

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भारत में बने पिनाका मल्‍टी बैरल रॉकेट सिस्‍टम (Pinaka MBRLS) को डीआरडीओ (DRDO) ने विकसित किया है. यह एक फ्री-फ्लाइट आर्टिलरी रॉकेट एरिया बॉम्बार्डमेंट सिस्टम है, जिसकी रेंज 38 किलोमीटर है. इसकी खास बात है कि एक पिनाका सिस्‍टम 44 सेकेंड्स में 12 रॉकेट्स एक साथ फायर कर सकता है और इसकी बैटरी एक बार में 72 रॉकेट्स फाय‍र कर सकती है. 214 एमएम बोर वाला पिनाका रॉकेट सिस्टम (Pinaka Multi Barrel Rocket Launcher System) करीब 100 किलो तक का बारूद सह सकता है और इसको अलग-अलग हथियारों जैसे एंटी-टैंक माइन्‍स पर फिट किया जा सकता है.

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भारत के पास जमीन से हवा में मार करने वाली 'आकाश' (Akash Missile) मिसाइल मौजूद है, जो 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लक्ष्य को आसानी से भेदने की क्षमता रखती है.

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पृथ्वी मिसाइल (Prithvi Missile) मौत और तबाही का दूसरा नाम है, जिसे डीआरडीओ ने बनाया है. भारत के पास मौजूदा समय में पृथ्वी मिसाइल के तीन वर्जन पृथ्वी- 1, पृथ्वी- 2 और पृथ्वी- 3 मौजूद हैं. पृथ्वी-1 की रेंज 150 किलोमीटर है, जिसमें 1000 किलोग्राम वजनी हथियार लगा सकते है, वहीं पृथ्वी-2 की रेंज 350 किलोमीटर हैं, जिसमें 500 किलोग्राम वजनी हथियार लगा सकते हैं. वहीं, पृथ्वी-3 की रेंज भी 350 किलोमीटर है और इसमें 1000 किलोग्राम वजनी हथियार उठाने की क्षमता है.

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भारतीय थल सेना को हाल ही में 72 हजार सिग सोर असॉल्ट राइफल (Sig Sauer Assault Rifles) मिली थी, जिससे उसकी ताकत कई गुना बढ़ गई है. इसके साथ आधुनिक पिस्टल, इंसास राइफल, असाल्ट राइफल, स्नाइपर राइफल, माउजर, मशीन गन भी भारतीय सेना के पास मौजूद हैं. इसके अलावा रूस की घातक एके 203 (AK-203) राइफल भी जल्द ही भारतीय सेना (Indian Army) को मिलने वाली है.

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भारतीय सेना के बाद अर्जुन और टी-90 भीष्म (T-90 Bhishma) टैंक जैसे घातक हथियार है, जिनका नाम सुनते ही दुश्मन के होश उड़ जाते हैं. भीष्म टैंक एक मिनट में 8 गोले फायर कर सकता है, जबकि अर्जुन एमके-1 (Arjun MK-1) भी मिनटों में दुश्मनों को खाक कर सकता है. इसके अलावा Bofors तोप, ब्रह्मोस, अग्नि व एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल समेत कई ऐसे हथियार हैं जो सेना को मजबूती देते है.

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