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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज (शुक्रवार) पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती के मौके पर छह राज्यों के किसानों से बात की. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के 2500 चौपालों में शामिल किसानों को वर्चुअल तरीके से संबोधित भी किया. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती को सुशासन दिवस (Sushansan Divas) के रूप में मना रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) की सातवीं किस्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बटन दबाकर 9 करोड़ से अधिक किसान लाभार्थियों के खातों में 18000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किया. किसानों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज देश के 9 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधे, एक क्लिक पर 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं. जब से ये योजना शुरू हुई है, तब से 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा किसानों के खाते में पहुंच चुके हैं.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा, 'कुछ राजनीतिक दल जिन्हें देश की जनता ने लोकतांत्रिक तरीके से नकार दिया है, वो आज कुछ किसानों को गुमराह करके जो कुछ भी कर रहे हैं. उन सभी को बार-बार नम्रता पूर्वक सरकार की तरफ से अनेक प्रयासों के बावजूद भी किसी न किसी राजनीतिक कारण से ये चर्चा नहीं होने दे रहे हैं.'
अपने संबोधन के दौरान पीएम ने केरल के एपीएमसी मंडियो का जिक्र किया और बताया कि वहां कोई एपीएमसी मंडी नहीं है. उन्होंने कहा दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा, 'मैं इन दलों से पूछता हूं कि यहां फोटो निकालने के कार्यक्रम करते हो, जरा केरल में आंदोलन करके वहां तो APMC चालू करवाओं. पंजाब के किसानों को गुमराह करने के लिए आपके पास समय है, केरल में यह व्यवस्था शुरू कराने के लिए आपके पास समय नहीं है. क्यों आप लोग दोगली नीति लेकर चल रहे हो?'
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बंगाल सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'मुझे आज इस बात का अफसोस है कि पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. बंगाल के 23 लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को इतने लंबे समय से रोक रखा है. स्वार्थ की राजनीति करने वालों को जनता बहुत बारीकी से देख रही है. जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते वो दल यहां किसान के नाम पर दिल्ली के नागरिकों को परेशान करने में लगे हुए हैं, देश की अर्थनीति को बर्बाद करने में लगे हुए हैं.
किसानों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'किसानों के जीवन में खुशी, हम सभी के जीवन में खुशी बढ़ा देती है. आज का दिवस तो बहुत ही पावन है. किसानों को आज जो सम्मान निधि मिली है, उसके साथ ही आज का दिन कई अवसरों का संगम बनकर भी आया है.'
पीएम मोदी ने सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश के गगन पेरिंग से बात की. इस दौरान पीएम ने पूछा कि आप किसान सम्मान निधि योजना का पैसा कहां इस्तेमाल करते हैं. इसके बाद गगन ने बताया कि वह अपने पैसों का इस्तेमाल ऑर्गेनिक फार्मिंग में करते हैं. उन्होंने बताया कि मेरे साथ 446 किसान जुड़े है और हम आर्गेनिक अदरक उगाते हैं. हमने फसल बैंगलुरु और दिल्ली की बाजार में बेचा. इसके बाद पीएम मोदी ने पूछा कि क्या खरीदार आपसे अदरक खरीदते है कि आपकी जमीन ही उठा कर ले जाते है. इसके बाद गगन ने कहा सर हमारी जमीन सुरक्षित है. फिर पीएम मोदी ने कहा कुछ लोग देश में अफवाह फैला रहे हैं कि जमीन छिन जाएगी.
पीएम मोदी से बात करते हुए ओडिशा के किसान नवीन ने किसान क्रेडिट कार्ड से मिलने वाले फायदे की जानकारी दी. नवीन ने बताया कि मुझे साल 2019 में मुझे किसान क्रेडिट कार्ड मिला और इससे मुझे 4 प्रतिशत ब्याज दर पर लोन मिलता है. इन पैसों का इस्तेमाल मैंने धान का बीज, खाद और कीटनाशक खरीदने में किया. उन्होंने बताया कि पहले मुझे 20 प्रतिशत की दर से लोन लेना पड़ता था.
कार्यक्रम के शुरुआत में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने बताया कि सिर्फ दो घंटों ही में नौ करोड़ किसानों के खातों में 18 हजार करोड़ भेजा जाएगा, जो सीधे उनके बैंक खाते में जाएगा. इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल पर निशाना साधा और कहा कि बंगाल को छोड़कर सभी किसान इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बंगाल में करीब 70 लाख किसान हैं, जिन्हें 4200 करोड़ रुपये का पैसा ट्रांसफर होना है, लेकिन बंगाल सरकार ने कोई निर्णय ही नहीं लिया है. बंगाल सरकार को इस पर फैसला लेना चाहिए.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने दिल्ली में सदैव अटल स्मारक पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) को श्रद्धांजलि दी थी. पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind), गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई मंत्री पूर्व पीएम वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.
सदैव अटल स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने संसद भवन पहुंचे और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) को श्रद्धांजलि दी. संसद भवन में उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के द्वारा संसद में दिए गए भाषणों पर छपी एक किताब का भी विमोचन किया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के द्वारका में किसान चौपाल को संबोधित करते हुए कहा, 'किसान भाइयों मैं आपको वचन देता हूं कि किसी भी सूरत में एमएसपी (MSP) समाप्त नहीं होगी. यूपीए की सरकार के मुकाबले 3 गुना MSP पर मोदी सरकार ने खरीद की है.' उन्होंने कहा, 'जो किसान धरने पर बैठे हैं, उनके लिए मेरे मन में सम्मान है. एक बार कानून तो लागू होने दीजिए, यदि उसका नुकसान होगा तो मैं खुद उसमे संशोधन करवाऊंगा.' इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने किसानों से फिर बातचीत के लिए आने की अपील की. उन्होंने कहा कि यदि किसान एक्सपर्ट के साथ भी वार्ता करने आना चाहते है तो भी आएं.