Mann Ki Baat: मन की बात कार्यक्रम के 115वें एपिसोड में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के अलावा बिरसा मुंडा को याद किया. पीएम मोदी ने कहा कि अगर आप मुझसे पूछें कि मेरे जीवन के सबसे यादगार पल क्या रहे तो कितने ही वाकये याद आते हैं. लेकिन, इसमें भी एक पल ऐसा है जो बहुत खास है, वो पल था जब मैं भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली गया था.
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PM Modi Mann ki Baat 115th Episode: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (27 अक्टूबर) को मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के अलावा बिरसा मुंडा को याद किया. मन की बात कार्यक्रम के 115वें एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि अगर आप मुझसे पूछें कि मेरे जीवन के सबसे यादगार पल क्या रहे, तो कितने ही वाकये याद आते हैं. लेकिन, इसमें भी एक पल ऐसा है जो बहुत खास है, वो पल था, जब पिछले साल 15 नवंबर को मैं भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती पर उनकी जन्मस्थली झारखंड के उलिहातू गांव गया था. इस यात्रा का मुझ पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा. इस दौरान पीएम मोदी ने छोटा भीम, मोटू-पतलू, कृष्णा और हनुमान का भी जिक्र किया.
क्यों किया छोटा भीम, मोटू-पतलू, कृष्णा और हनुमान का जिक्र?
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में मेक इन इंडिया का जिक्र करते हुए कहा कि भारत एनिमेशन दुनिया में नई क्रांति लाने वाला है. इस दौरान पीएम मोदी ने कुछ एनिमेडिट कार्टून का जिक्र किया और छोटा भीम, मोटू-पतलू, कृष्णा और हनुमान का नाम लिया. पीएम मोदी ने कहा, 'मेरे प्यारे देशवासियों, आपको वो दिन जरूर याद होंगे जब 'छोटा भीम' टीवी पर आना शुरु हुआ था. बच्चे तो इसे कभी भूल नहीं सकते, कितना एक्साइटमेंट था 'छोटा भीम' को लेकर. आपको हैरानी होगी कि आज 'ढोलकपुर का ढोल', सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देश के बच्चों को भी खूब अट्रैक्ट करता है.'
पीए मोदी ने कहा, 'इसी तरह, हमारे दूसरे एनिमेटेड सीरियल्स, 'कृष्णा', 'हनुमान', 'मोटू-पतलू' के चाहने वाले भी दुनियाभर में हैं. भारत के animation characters यहां की animation movies, अपने content और creativity की वजह से दुनिया भर में पसंद की जा रही हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'आपने देखा होगा कि Smartphone से लेकर सिनेमा screen तक, gaming console से लेकर virtual reality तक, animation हर जगह मौजूद है. Animation की दुनिया में भारत नई क्रांति करने की राह पर है.'
PM मोदी ने मन की बात में डिजिटल अरेस्ट का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, 'डिजिटल अरेस्ट के फ्रॉड में फोन करने वाले, कभी पुलिस, कभी सीबीआई, कभी नाकोटिक्स, कभी आरबीआई, ऐसे भांति-भांति के लेबल लगाकर बनावटी अधिकारी बनकर बात करते हैं और बड़े कॉन्फिडेंस के साथ करते हैं. मुझे 'मन की बात' के बहुत से श्रोताओं ने कहा कि इसकी चर्चा जरूर करनी चाहिए. आइए, मैं आपको बताता हूं, ये फ्रॉड करने वाली गैंग काम कैसे करती है, ये खतरनाक खेल क्या है? आपको भी समझना बहुत जरूरी है औरों को भी समझना उतना ही आवश्यक है.'
डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड करने वाले कैसे करते हैं काम?
पीएम मोदी ने कहा, 'पहला दांव - आपकी व्यक्तिगत जानकारी, वो सब जुटा करके रखते हैं "आप पिछले महीने गोवा गए थे, है ना? आपकी बेटी दिल्ली में पढ़ती है, है ना" ? वे आपके बारे में इतनी जानकारी जुटाकर रखते हैं कि आप दंग रह जाएंगे. दूसरा दांव- भय का माहौल पैदा करो, वर्दी, सरकारी दफ्तर का सेट-अप, कानूनी धाराएं, वो आपको इतना डरा देंगे फोन पर बातों-बातों में आप सोच भी नहीं पाएंगे. और फिर उनका तीसरा दांव, शुरु होता है, तीसरा दांव - समय का दबाव, 'अभी फैसला करना होगा वर्ना आपको गिरफ्तार करना पड़ेगा, - ये लोग पीड़ित पर इतना मनोवैज्ञानिक दवाब बना देते हैं कि वो सहम जाता है.'
फ्रॉड से बचने के लिए करें ये काम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्र में आगे बताया, 'डिजिटल फ्रॉड के शिकार होने वालों में हर वर्ग, हर उम्र के लोग हैं. लोगों ने डर की वजह से अपनी मेहनत से कमाए हुए लाखों रुपए गवां दिए हैं. कभी भी आपको इस तरह का कोई कॉल आए तो आपको डरना नहीं है. आप को पता होना चाहिए कोई भी जांच एजेंसी फोन कॉल या वीडियो कॉल पर इस तरह पूछताछ कभी भी नहीं करती.'