शनिवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीचा दिखाने के प्रयास में राष्ट्र को ‘‘बदनाम’’ कर रहे हैं.
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नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को उन्ही के अंदाज में शायराना जवाब दिया है. दरअसल शुक्रवार को राहुल गांधी ने वैश्विक भूख सूचकांक का हवाला देते हुए सरकार पर परोक्ष हमला किया था.शनिवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीचा दिखाने के प्रयास में राष्ट्र को ‘‘बदनाम’’ कर रहे हैं.
राहुल ने ट्वीट की एक मशहूर शेर की पंक्तियां
राहुल गांधी ने वैश्विक भूख सूचकांक में भारत 100वें नंबर पर आने की एक एक रिपोर्ट ट्वीट करते हुए इसके साथ कवि दुष्यंत कुमार की ये पंक्तियां साझा कीं ‘‘भूख है तो सब्र कर, रोटी नहीं तो क्या हुआ, आजकल दिल्ली में है जेर ए बहस ये मुद्दा.’’
भूख है तो सब्र कर, रोटी नहीं तो क्या हुआ
आजकल दिल्ली में है जेरे-बहस ये मुद्दआ
- दुष्यंत कुमार
https://t.co/JxewmoSfHh— Office of RG (@OfficeOfRG) October 13, 2017
सूचना एवं प्रसारण और कपड़ा मंत्री स्मृति ने इसका जवाब दिया. उन्होंने लिखा, ‘‘ए सत्ता की भूख, सब्र कर, आंकड़े साथ नहीं तो क्या, खुदगर्जों को जमा कर, मुल्क की बदनामी का शोर तो मचा ही लेंगे.’’
ऐ सत्ता की भूख -सब्र कर, आँकड़े साथ नहीं तो क्या
खुदगर्जों को जमा कर, मुल्क की बदनामी का शोर तो मचा ही लेंगे https://t.co/aCrbhZLCaX
— Smriti Z Irani (@smritiirani) October 14, 2017
एक अन्य ट्वीट में स्मृति ने कहा, ‘‘यह आश्चर्यजनक नहीं है कि प्रधानमंत्री को नीचा दिखाने के लिए, राहुल गांधी देश को बदनाम कर रहे हैं.’’ अपने ट्वीट के साथ स्मृति ने स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा का बयान पोस्ट किया जिसमें कहा गया, ‘‘वैश्विक भूख सूचकांक पर तथ्य बनाम मिथ्या, यह उनके लिए जो तथ्यों को तोड़मरोड़कर हमारे देश को बदनाम करने के इच्छुक हैं.’’
Not suprising that in his keenness to run down Hon PM, Rahul Gandhi maligns the Nation. https://t.co/5eFEvM3slo
— Smriti Z Irani (@smritiirani) October 14, 2017
वैश्विक भूख सूचकांक में भारत 100वें नंबर पर
बता दें एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में भूख एक ‘‘गंभीर’’ समस्या है और 119 देशों के वैश्विक भूख सूचकांक में भारत 100वें पायदान पर है. भारत उत्तर कोरिया और बांग्लादेश जैसे देशों से पीछे है लेकिन पाकिस्तान से आगे हैं. इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईएफपीआरआई) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बच्चों में कुपोषण की उच्च दर से देश में भूख का स्तर इतना गंभीर है और सामाजिक क्षेत्र को इसके प्रति मजबूत प्रतिबद्धता दिखाने की जरूरत है.
पिछले वर्ष भारत इस सूचकांक में 97वें स्थान पर था. आईएफपीआरआई ने एक बयान में कहा, ‘‘119 देशों में भारत 100वें स्थान पर है और समूचे एशिया में सिर्फ अफगानिस्तान और पाकिस्तान उससे पीछे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘31.4 के साथ भारत का 2017 का जीएचआई (वैश्विक भूख सूचकांक) अंक ऊंचाई की तरह है और ‘गंभीर’ श्रेणी में है. यह उन मुख्य कारकों में से एक है जिसकी वजह से दक्षिण एशिया इस साल जीएचआई में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों में से एक है....’’ रिपोर्ट के मुताबिक भारत चीन (29), नेपाल (72), म्यामां (77), श्रीलंका (84) और बांग्लादेश (88) से भी पीछे है. पाकिस्तान और अफगानिस्तान क्रमश: 106वें और 107वें स्थान पर हैं.