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जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) के शिक्षा मंत्री जीएस डोटासरा (Education Minister GS Dotasra) ने महिला सशक्तीकरण पर आयोजित एक कार्यक्रम में कुछ ऐसा कह डाला जो शायद ही किसी महिला को पसंद आए. महिला कर्मचारियों के बारे में बोलते-बोलते मंत्री महोदय उन्हें सिरदर्द की वजह ही बता गए. बाद में उन्होंने किसी तरह अपनी बात संभालने की कोशिश की. अब शिक्षा मंत्री का ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
राजस्थान के शिक्षा मंत्री जीएस डोटासरा (GS Dotasra) बीते सोमवार को महिला सशक्तीकरण (Women Empowerment) पर आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान, बोलते हुए उन्होंने कहा कि महिला कर्मचारी आपस में बहुत लड़ती हैं. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत कैबिनेट के मंत्री ने कहा, ‘सरकार ने महिलाओं के लिए नीति पेश की. उन्हें प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन महिला कर्मचारियों का आपस में विवाद रहता है’.
#WATCH | Govt introduced policy for women. They're given priority.But female staff have conflicts among themselves. Where there's female staff, either Principal or teachers take 'Saridon'. If they overcome this, they'll be ahead of men: Rajasthan Education Min GS Dotasara (11.10) pic.twitter.com/CqQnkk1Nvz
— ANI (@ANI) October 13, 2021
मंत्री महोदय इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि जहां महिला कर्मचारी हैं, वहां प्रधानाचार्य या शिक्षक 'सेरिडोन' लेते हैं. बता दें कि सेरिडोन सर दर्द की दवाई है. गहलोत सरकार के शिक्षा मंत्री ने महिलाओं को नसीहत देते हुए कहा कि यदि वह आपसी विवाद की अपनी इस कमजोरी को दूर कर देती हैं, तो पुरुषों से आगे निकल जाएंगी.
जीएस डोटासरा ने यह भी कहा कि राजस्थान सरकार ने हमेशा महिलाओं की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित किया और उन्हें नौकरियों में पसंदीदा पोस्टिंग दी है. हमने नौकरियों, चयन और पदोन्नति में महिलाओं को वरीयता दी है. कई लोग कहते हैं कि हमने शहरों में और उसके आसपास सबसे अधिक महिलाओं को तैनात किया है. कोविड के प्रभाव के बारे में बोलते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि महामारी ने बच्चों और गरीबों की शिक्षा को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है.