Ajmer News: मुस्लिम एकता मंच और बॉलीवुड की ओर से 813वें उर्स के मौके में चादर हुई पेश
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Ajmer News: मुस्लिम एकता मंच और बॉलीवुड की ओर से 813वें उर्स के मौके में चादर हुई पेश

Ajmer News: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स के मौके पर दरगाह शरीफ में बॉलीवुड और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार की चादर दरगाह शरीफ में पेश की गई. 

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Ajmer News: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स के मौके पर दरगाह शरीफ में बॉलीवुड की ओर से चादर पेश की गई. यह चादर बॉलीवुड अभिनेता सुबोध गुलाटी, सुमेर पसरीचा और शालीन मल्होत्रा ने पेश की.

बॉलीवुड की यह चादर दरगाह के खादिम सैय्यद कुतबुद्दीन सखी की सदारत में पेश की गई. दरगाह के निजाम गेट से शुरू हुए इस खास मौके पर कव्वालियों के जुलूस के साथ चादर पेश की गई. चादर पेश करते हुए तमाम बॉलीवुड के लिए ख्वाजा के दरबार में दुआएं मांगी गई.

इस दौरान जायरीन की भारी भीड़ ने पूरे कार्यक्रम को अपनी मौजूदगी से खास बना दिया. बॉलीवुड कलाकारों ने ख्वाजा गरीब नवाज के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए देश और फिल्म इंडस्ट्री में अमन और तरक्की की दुआ मांगी.

साथ ही उन्होंने इस पवित्र मौके को अपनी जिंदगी का एक यादगार पल बताया. उर्स के इस मौके पर दरगाह शरीफ में देशभर से आने वाले लाखों जायरीन शामिल हो रहे हैं. कव्वालियों की गूंज और श्रद्धालुओं की भक्ति ने दरगाह के माहौल को और भी आध्यात्मिक बना दिया. ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स हर साल देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं को आपसी भाईचारे और प्रेम का संदेश देता है. 

वहीं, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स के अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार की चादर दरगाह शरीफ में पेश की गई. यह चादर दिल्ली से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के डेलिगेशन के साथ भेजी गई थी. 

दरगाह के आस्थाना शरीफ पर मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए गए. 40 फीट लंबी इस चादर को ख्वाजा गरीब नवाज के दरबार में पेश करते हुए देश में अमन, चैन और आपसी भाईचारे की दुआएं मांगी गई. इस अवसर पर बुलंद दरवाजे से इंद्रेश कुमार का संदेश भी पढ़ा गया, जिसमें उन्होंने आपसी सद्भाव और शांति बनाए रखने पर जोर दिया. उन्होंने ख्वाजा गरीब नवाज की शिक्षा और उनके प्रेम व भाईचारे के संदेश को अपनाने का आह्वान किया.

चादर पेश करने के दौरान कव्वालियों की गूंज और जायरीन की मौजूदगी ने माहौल को और भी खास बना दिया। इंद्रेश कुमार की इस चादर पेशगी ने देश में विभिन्न धर्मों और समुदायों के बीच मेल-जोल और सद्भाव की एक नई मिसाल पेश की है. 

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