अजमेर जिले के नसीराबाद में लगभग दो किलोमीटर में एक दर्जन से अधिक अवैध गैर-तकनीकी स्पीड ब्रेकर दुर्घटनाओं को रोकने के बजाए दुर्घटना करवाने वाले पर प्रशासन ने की कार्रवाई की है.
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Nasirabad: अजमेर जिले के नसीराबाद में लगभग दो किलोमीटर में एक दर्जन से अधिक अवैध गैर-तकनीकी स्पीड ब्रेकर दुर्घटनाओं को रोकने के बजाए दुर्घटना करवाने वाले पर प्रशासन ने की कार्रवाई की है.
नसीराबाद बस स्टैंड से बलवंता तिराहे तक अवैध गैर-तकनीकी ऊंचे ऊंचे अत्यधिक स्पीड ब्रेकर वाहन चालकों और राहगीरों के लिए दुर्घटना पर अंकुश के बजाए दुर्घटना करवाने वाले साबित हो रहे रहे थे जो परेशानियों की वजह बन गई. जिसके चलते उपजिला मजिस्ट्रेट न्यायालय के पीठासीन अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता ने इस पर कार्रवाई करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को नोटिस जारी करके अवैध और अनावश्यक ब्रेकर हटवाने के आदेश दिए. जिससे राहगीरों और वाहन चालको को भारी राहत मिली है.
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नसीराबाद बस स्टैंड से बलवंता तिराहे तक अजमेर मार्ग पर लगभग दो किलो मीटर में एक दर्जन से अधिक अतकनीकी तौर से अवैध ऊंचे स्पीड ब्रेकर निर्माण कर देने से वाहन चालको और राहगीरों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही थी. इनके कारण दुर्घटनाओं में इजाफा हो गया था और कुछ व्यक्ति काल के ग्रास भी बन गए.
इन अवैध स्पीड ब्रेकरों की शिकायत करने पर अधिकारियों के जरिए तस्दीक कराने के बाद उपजिला मजिस्टे्रट न्यायालय के पीठासीन अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता ने आदेश जारी किए और अतकनीकी रूप से अवैध बने हुए कई स्पीड ब्रेकर को जेसीबी की मदद से हटवाने के आदेश दिए. नसीराबाद से बलवंता मार्ग पर जेसीबी की मदद से जिस वक्त यह ऊंचे ऊंचे अतकनीकी अवैध स्पीड ब्रेकर हटाए जा रहे थे. उस वक्त कई राहगीरों ने रुक कर इन स्पीड ब्रेकर हटाने के कार्य की सराहना की.
नसीराबाद बस स्टैंड से बलवंता तीराहे तक जगह जगह अवैध अतकनीकी तौर से स्पीड ब्रेकर बना दिए गए थे. इतना ही नहीं बल्कि चंद कदमों की दूरी पर ही जगह-जगह स्पीड ब्रेकर बना देने के कारण वाहन चालकों का यह छोटा सा सफर मुसीबत बना हुआ था. चिकित्सालय से रोगी वाहन को अजमेर पहुंचने में सर्वाधिक समय भी चिकित्सालय से बलवंता चौराहे तक तय करने में लगता था. इतना ही नहीं बल्कि स्पीड ब्रेकर पर वाहन उछलने के कारण रोगी वाहन में लेटे हुए रोगियों को भी परेशानियां उठानी पड़ रही थी. गर्भवती महिलाएं भी इन स्पीड ब्रेकरों के कारण परेशानियां उठाने के लिए विवश थी. दुपहिया वाहन पर सवार महिलाएं व वृद्ध उछल कर दुर्घटना के शिकार बन गए.
उल्लेखनीय है कि अजमेर से भीलवाड़ा और कोटा मार्ग पर चलने वाली दु्तगामी बसें इन स्पीड ब्रेकरों की परेशानी के कारण कई बार हाईवे होकर सीधे निकल जाती थी और यात्री बस स्टैंड पर बस की इंतजार ही करते रहते थे. कई रोडवेज बस चालको ने बताया कि अतकनीकी रूप से बने हुए ऊंचे ऊंचे स्पीड ब्रेकरों पर बस उछलने के कारण यात्रियों पर लगेज गिर जाने अथवा छोटे बच्चे सीट से गिरने का भय बना रहता था. इस मार्ग पर आवागमन करने वाले व्यक्तियों ने बताया कि इन स्पीड ब्रेकरों पर कोई भी सफेद लाइनिंग अथवा निर्देशित बोर्ड आदि नहीं होने के कारण यह स्पीड ब्रेकर दुर्घटना रोकने के बजाए दुर्घटनाकारी साबित हो रहे थे. बस स्टैंड से बलवंता तिराहे के बीच बने हुए स्पीड ब्रेकरों पर कई राहगीर दुर्घटना का शिकार बन चुके हैं और कुछ ने तो अपनी जान भी गंवा दी.
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उपजिला मजिस्ट्रेट न्यायालय के पीठासीन अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता ने सम्बधित विभाग के अधिकारियों को जरिए नोटिस तलब करके इनके बारें में जानकारी मांगी. उपजिला मजिस्ट्रेट न्यायालय के पीठासीन अधिकारी गुप्ता के आदेश पर उन्होने तुरंत प्रभाव से अवैध व गैर-तकनीकी स्पीड ब्रेकर हटवाने का जवाब देते हुए जेसीबी की मदद से अवैध गैर-तकनीकी ब्रेकरों को हटाया गया. जिससे वाहन चालको एवं राहगीरों ने राहत की सांस ली.