Masuda, Ajmer: अजमेर के मसूदा में पांच वर्ष पूर्व 629 बीघा जमीन वीरान पर सिरेमिक हब पर सिरेमिक इकाई स्थापित नहीं होने के कारण क्षेत्रवासियों सहित सरपंच न्यालीदेवी अशोक साहू आदि ने रोष जताया.
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Masuda, Ajmer: अजमेर जिले के बिजयनगर तहसील के सथाना ग्राम में सरकारी जमीन पर स्थापित सिरेमिक हब में अब तक एक भी सिरेमिक इकाई स्थापित नहीं होने के कारण क्षेत्रवासियों सहित सरपंच न्यालीदेवी अशोक साहू आदि ने रोष जताया.
सथाना ग्राम की सरपंच न्यालीदेवी अशोक साहू ने बताया कि हमारी पंचायत की लगभग 629 बीघा सरकारी जमीन पर सिरेमिक हब रिकों क्षेत्र लगाने के घोषणा की गई जमीन तो रिको क्षेत्र ने ले ली और रिको का बोर्ड लगाकर जमीन तक जाने के लिए रोड तो बना दिया लेकिन अन्य सुविधाएं उपलब्ध नही करवाई. जिसके चलते वहां पर एक भी उद्योग स्थापित नहीं हुआ. साथ ही क्षेत्र में केवल सिरेमिक यूनिट के लिए आरक्षित कर रखा गया है, जिसके चलते भी यहां पर कोई औद्योगिक इकाइयां नहीं लगी है.
सरपंच न्याली देवी और पूर्व सरपंच अशोक साहू ने मांग की है अगर इस सिरेमिक हब को सामान्य औद्योगिक इकाईयां स्थापित करने का रिको औद्योगिक क्षेत्र घोषित कर दें. जिससे की छोटे और अलग तरह के व्यापार की कई औद्योगिक यूनिटें लग सकती है, जिससे कि स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.
बिजयनगर में रीको औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के पश्चात आज तक विस्तारीकरण नहीं हुआ है. वहीं सथाना सिरेमिक हब में साधारण उद्योग इकाईयां स्थापित करने की स्वीकृति दी जाती है तो बिजयनगर सहित आस पास के क्षेत्र के 60 से 70 उद्यमी औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो सकती है. बिजयनगर से मात्र 5 किमी दूरी पर नेशनल हाईवे किशनगढ भीलवाड़ा रोड से एक किमी अंदर सथाना गांव की सरकारी भूमि पर सिरेमिक इकाईयां स्थापित करने के लिए लगभग पांच वर्ष पूर्व 629 बीघा भूमि आवंटित की गई थी. लेकिन जमीन आज तक एक भी इकाई स्थापित नहीं होने से वीरान पड़ी है.
कृषि मंडी व्यापार संघ की मांग
मंडी व्यापार संघ बिजयनगर अध्यक्ष नौरतमल भंडारी ने बताया कि बिजयनगर के पास सथाना पंचायत में स्थित सिरेमिक हब रिको क्षेत्र को सामान्य रिको औद्योगिक क्षेत्र घोषित करने की मांग की जिससे क्षेत्र के छोटे उद्यमी अपनी उद्योग इकाईयां स्थापित कर सकेंगें और बिजयनगर सहित आसपास लोगों को रोजगार मिल सकेगा.
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