राजस्थान में यहां चढ़ावा या दान देना सख्त मना, मुख्य उपासक ने कहा-भगवान लेता नहीं बल्कि देता है
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2028838

राजस्थान में यहां चढ़ावा या दान देना सख्त मना, मुख्य उपासक ने कहा-भगवान लेता नहीं बल्कि देता है

राजस्थान न्यूज: राजस्थान में एक मंदिर ऐसा भी है जहां चढ़ावा या दान देना सख्त मना है. वहां के मुख्य उपासक का कहना है कि भगवान लेता नहीं बल्कि देता है.

राजस्थान में यहां चढ़ावा या दान देना सख्त मना, मुख्य उपासक ने कहा-भगवान लेता नहीं बल्कि देता है

राजस्थान न्यूज: नसीराबाद के निकट विख्यात मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर स्थापित सर्वधर्म मनोकामना स्तंभ की 21वीं वर्षगांठ धार्मिक कार्यक्रमों के साथ विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के मुख्य अतिथि एवं विधायक अनीता भदेल की अध्यक्षता में समारोह पूर्वक मनाई गई. सभी धार्मिक कार्यक्रम मुख्य उपासक चंपालाल महाराज के सानिध्य में आयोजित किए गए.

इन धार्मिक कार्यक्रमों में धर्म लाभ लेने और अपनी मनोकामना पूर्ति की उम्मीद लिए दूरदराज के श्रद्धालुओं का सैलाब धाम पर उमड पड़ा. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस सहित भैरव मंडल के कार्यकर्ताओं ने सराहनीय सेवाएं दी. धार्मिक कार्यक्रम के चलते मनोकामना पूर्ण स्तंभ के समक्ष मंत्रचारों के साथ पूजन हवन किया गया. सर्वधर्म मनोकामना पूर्ण स्तंभ की विशेष पूजा अर्चना की गई और हमेशा की तरह मंदिर पर ध्वज चढ़ाया गया.

धाम से तीर्थ में तब्दील

विख्यात मसाणिया भैरव धाम पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ और दूर-दूर तक लगी लंबी कतारे प्रदर्शित कर रही थी कि अब यह धाम नहीं बल्कि तीर्थ के रूप में तब्दील होता जा रहा है और आस्था का सैलाब निरंतर बढ़ता जा रहा है. इस धाम की मुख्य विशेषता यह है कि यहां पर प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष किसी भी रूप में दान दक्षिणा अगरबत्ती माला नारियल आदि किसी भी प्रकार का कोई भी चढ़ावा स्वीकार नहीं किया जाता. 

मंदिर परिसर में जगह-जगह इश्तिहार लगे हुए हैं कि कोई भी व्यक्ति किसी भी रूप में चढ़ावा नहीं चढ़ाए. इसी के साथ-साथ सामाजिक सरोकार के तहत नशा मुक्ति अभियान बीते कई सालों से चला रखा है. जिसके तहत हजारों श्रद्धालुओं ने नशा त्यागने का संकल्प लेकर नशे का छुटकारा कर चुके हैं. कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, पौधारोपण एवं वृक्ष सुरक्षा, निर्धन कन्याओं का विवाह, रक्तदान आदि कार्यक्रम बढ़ चढ़कर आयोजित किए जाते हैं. मुख्य उपासक चंपालाल महाराज ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भगवान लेता नहीं बल्कि देता है. इसलिए मंदिर पर चढ़ावा चढ़ाने के बजाए सच्ची आस्था के साथ भगवान से मांगा जाए तो निसंदेह भगवान इच्छा पूर्ति करता है.

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी विख्यात मसाणिया भैरव धाम पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे. जहां पर उन्होंने बताया कि बीते 20 साल से इस धाम पर आते रहते हैं और इस धाम के सेवा कार्य से काफी प्रभावित है. जिसमें मुख्य रूप से नशा मुक्ति अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है. गत कुछ समय से इस धाम के मुख्य उपासक चंपालाल महाराज एवं उनके परिजनों को लगातार मिल रही जानलेवा धमकियां से श्रद्धालुओं सहित क्षेत्र के लोगों में आक्रोश को देखते हुए मंच पर राजस्थान सरकार को निर्देश दिए की मुख्य उपासक चंपालाल महाराज एवं उनके परिजनों को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए. 

वहीं दूसरी तरफ हजारों श्रद्धालुओं ने हाथ उठाकर संकल्प लिया कि मुख्य उपासक चंपालाल महाराज को सुरक्षा व्यवस्था मुहैया नहीं कराई गई तो मजबूर होकर विरोध प्रकट करना पड़ेगा. विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने मंच से ही सरकार को निर्देश दिए की चंपालाल महाराज एवं उनके परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए. देर शाम तक विख्यात मसान भैरव धाम पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा.

ये भी पढ़ें-

Sukhdev Singh Gogamedi Murder: सुखदेव गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपियों का कराया गया एसएमएस अस्पताल में मेडिकल

राजस्थान: गैंगस्टर आनंदपाल के भाई सहित चाचा को कोर्ट ने सुनाई दो-दो साल की सजा

Trending news