Nasirabad: एंबुलेंस और अग्निशमन के लिए रेलवे फाटक बनी कोढ़ में खाज, बजाती रहती है घंटियां
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Nasirabad: एंबुलेंस और अग्निशमन के लिए रेलवे फाटक बनी कोढ़ में खाज, बजाती रहती है घंटियां

नसीराबाद रेलवे स्टेशन के निकट स्थित रेलवे फाटक काफी देर तक बार-बार बंद रहने से राहगीरों और वाहन चालको को परेशानियां झेलनी पड़ रही है. वहीं दूसरी तरफ आपातकाल में अग्निशमन और एंबुलेंस के लिए कोढ़ में खाज साबित हो रही है.

रेलवे फाटक बनी कोढ़ में खाज

Nasirabad: राजस्थान के नसीराबाद रेलवे स्टेशन के निकट स्थित रेलवे फाटक काफी देर तक बार-बार बंद रहने से राहगीरों और वाहन चालको को परेशानियां झेलनी पड़ रही है. वहीं दूसरी तरफ आपातकाल में अग्निशमन और एंबुलेंस के लिए कोढ़ में खाज साबित हो रही है.

नसीराबाद से चित्तौड़ रेलवे लाइन को मीटर गेज से ब्रॉडगेज में तब्दील कर देने के बाद इस रेलवे लाइन पर माल गाड़ियों का आवागमन विशेष रूप से अधिक बढ़ गया है. ट्रेनों का आवागमन बढ़ जाने के कारण नसीराबाद से ब्यावर सड़क मार्ग पर नसीराबाद रेलवे स्टेशन के निकट रेलवे फाटक अधिकतर बंद रहती है. इस सड़क मार्ग पर रेलवे फाटक के दूसरी तरफ हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, नांदला, बुबानिया, बाघसुरी, भवानीखेड़ा, राजोशी, मांगलियावास सहित कई आवासीय कॉलोनी और महाविद्यालय स्थित है. जिसके चलते इस मार्ग पर आवागमन अत्यधिक बना रहता है. फाटक बंद हो जाने पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है और फाटक खुलते ही पहले निकलने की होड़ में वाहन आपस में फंस जाते है.

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परेशानियों का सबब तो उस वक्त अधिक हो जाता है जब इन वाहनों के जमघट में गंभीर रोगी को लेकर एंबुलेंस सायरन बजाती रहती है और निकलने के लिए रास्ता नहीं मिल पाता. वहीं दूसरी तरफ आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन वाहन भी सायरन और घंटी बजाती रहती है लेकिन वाहनों के रेलम पेल में फंस जाते है. रेलवे फाटक पर ओवर ब्रिज सहित अंडर पास पुलिया निर्माण कराना प्रस्तावित है जिसके चलते ओवर ब्रिज का कार्य कछुआ चाल से शुरू कर दिया गया है. ओवर ब्रिज का कार्य शुरू तो कर दिया गया है लेकिन इसे शीघ्र पूरा होना असंभव नजर आ रहा है क्योंकि इस ओवर ब्रिज के महाविद्यालय की तरफ की भूमि हस्तांतरण क्लियर कर ली गई है लेकिन अभी तक नसीराबाद की तरफ की भूमि क्लियर नहीं हो पाई है.

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सूत्रों के अनुसार इस ओवरब्रिज निर्माण का कार्य पूर्ण करने में भूमि के हस्तांतरण के लिए रेलवे राज्य सरकार केंद्र की छावनी परिषद और सेना के बीच सामंजस्य नहीं बन पाया है जिससे यह कार्य अधूरा रह सकता है. इस रेलवे फाटक के निकट आवश्यकता को देखते हुए अंडरपास पुलिया बनाना भी प्रस्तावित है जिसके लिए सीमेंट के आवश्यक ब्लॉक तैयार कर लिए गए है लेकिन अंडरपास पुलिया का कार्य भी अभी तक शुरू नहीं किया गया है जिससे राहगीरों एवं वाहन चालकों को लंबे समय तक परेशानियां उठाने को नकारा नहीं जा सकता है.

Report: Manveer Singh

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