सोमवती अमावस्या पर परिवार की खुशियों पर लगा ग्रहण, घर के बेटे की डूबने से हुई मौत
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सोमवती अमावस्या पर परिवार की खुशियों पर लगा ग्रहण, घर के बेटे की डूबने से हुई मौत

पुष्कर सरोवर के गऊ घाट पर सोमवती अमावस्या के विशेष संयोग पर आस्था और विश्वास का माहौल अचानक मातम में तब्दील हो गया . 

 सोमवती अमावस्या पर परिवार की खुशियों पर लगा ग्रहण, घर के बेटे की डूबने से हुई मौत

Pushkar: पुष्कर सरोवर के गऊ घाट पर सोमवती अमावस्या के विशेष संयोग पर आस्था और विश्वास का माहौल अचानक मातम में तब्दील हो गया . ताजा मामला नागौर जिले के तेरोहोली गांव तहसील जायल के रहने वाले 20 साल के  सुनील मेघवाल  का है , जिसकी सरोवर में डूबने से मौत हो गई.

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 दरअसल, सुनील  अपने परिवार सहित पुष्कर सरोवर में स्नान करने आया था . सरोवर के गऊ घाट पर वह गहरे पानी में चला गया . जिसके कारण उसकी पानी में डूबने से मौत हो गई. गौरतलब है कि गऊ घाट में डुबकी लगाने के बाद जब वह  काफी देर तक नहीं आया तो उसके परिवार ओर दोस्तो को सुनील की चिंता हुई. परिवार ने स्थानीय तीर्थ पुरोहितों को बताया कि, सुनील सरोवर में स्नान करने गया था और उसके बाद नहीं मिला. परिवार की बात सुनने के बाद तीर्थ पुरोहितों ने सुनील के डूबने की आशंका पर सरोवर में युवक को तलाशने का प्रयास किया. 

मौके पर पहुंचे सिविल डिफेंस के डॉ. कृष्ण गोपाल जाट ने 20 मिनट की मेहनत के बाद सरोवर से सुनील को बाहर निकाला . उसे  सीपीआर देने का प्रयास भी किया . जिसके बाद  पुष्कर पुलिस ने सिविल डिफेंस की टीम के साथ मिलकर सुनील को राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. 

मामले की जांच कर रहे पुष्कर थाने के एएसआई दीपांकर ने बताया कि, शव को राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवा कर परिजनों को सूचना दे दी है. परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा . गौरतलब है कि, पुष्कर में स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते हर बड़े मौके पर श्रद्धालु की डूबने से मौत हो जाती है .सरोवर पर गहराई से सावधान रखने के लिए ना तो लाल झंडी लगाई गई है और ना ही सरकारी गोताखोरों की नियुक्ति की  गई है. जिसका खामियाजा दूरदराज से आए श्रद्धालुओं को अपनी जान गवां कर चुकाना पड़ता है .

 सुनील के साथ हुए हादसे के बाद गऊ घाट के स्थानीय तीर्थ पुरोहितों ने अपनी पुरानी मांग को एक बार फिर दोहराया है कि, प्रशासन पुष्कर सरोवर पर स्थाई गोताखोरों की नियुक्ति करें . जिससे  इस प्रकार की घटनाए न हो. इस दौरान सिविल डिफेंस की टीम में डॉक्टर कृष्ण गोपाल जाट के साथ अमरचंद सांखला और चेतन शर्मा मौजूद रहे .

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