Alwar: हनुमान जयंती पर पांडुपोल में हर साल भरता है मेला, बड़ी संख्या में आते हैं श्रद्धालु
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Alwar: हनुमान जयंती पर पांडुपोल में हर साल भरता है मेला, बड़ी संख्या में आते हैं श्रद्धालु

अलवर से महाभारत का प्रसंग जुड़ा हुआ है, मान्यता है यहां महाभारत काल में पांडवों ने सरिस्का के जंगलों में अज्ञातवास बिताया था.

हर साल भरता है मेला

Alwar: अलवर से महाभारत का प्रसंग जुड़ा हुआ है, मान्यता है यहां महाभारत काल में पांडवों ने सरिस्का के जंगलों में अज्ञातवास बिताया था. कहा जाता है कि महाबली भीम को अपने बल पर बहुत घमंड हो गया था और इसे भंग करने के लिए बजरंगबली प्रकट हुए. एक दिन जब भीम द्रोपदी के लिए दिव्य पुष्प लेने के लिए जंगल से गुजर रहे थे तो राह में एक वृद्ध वानर पूंछ फैलाये लेटे हुए मिला.

भीम ने दम्भ भरे लहजे में वानर से पूंछ हटाने के लिए कहा तब वानर ने कहा कि खुद ही हटा लो और चले जाओ. गुस्साए भीम ने वानर की पूंछ हटाने का प्रयास किया लेकिन भीम पूंछ को हिला भी नहीं पाए और तुरंत ही भीम को अपनी गलती का एहसास हुआ, यह वानर हनुमान जी थे और भीम ने नतमस्तक होकर हनुमान जी से क्षमा मांगी और उसी स्थान पर लेटे हुए हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की गई, जिसे पांडुपोल का हनुमान मंदिर कहते है.

इसके साथ ही यह भी कहा कि जब पांडुओं के अज्ञात वास के दौरान सरिस्का के पहाड़ों से गुजरते वक्त रास्ता नहीं मिला तो भीम ने अपनी गदा से पहाड़ पर वार कर उसमें से रास्ता निकाल दिया. पांडुपोल में वह स्थान भी आज मौजूद है, जहां पहाड़ के अंदर बड़ा-सा छेद बना हुआ है, जिसमें बरसात में अक्सर झरना बहता रहता है, यहां लोग पिकनिक मनाने भी पहुंचते है. हर साल पांडुपोल में यहां हनुमान जयंती के मौके पर मेला भरता है, जहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां बाबा के दर्शन करने आते है. 

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इस बार भी 30 अगस्त मंगलवार को हनुमान जयंती के मौके पर पांडुपोल हनुमान मंदिर में मेला भरा और पिछले दो सालों से कोरोना के चलते यहां मेला नहीं भर पाया, जिसके चलते इस बार मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंची. यहां आस-पास के क्षेत्रों से श्रद्धालुओं की टोलियां पैदल पैदल मन्दिर पहुंची. चारों तरफ जय वीर बजरंगी के नारों से वातावरण गुंजायमान रहा. इस दौरान मन्नत पूरी होने और जडूले उतरवाने सहित गठजोड़े की जात लगाने के लिए विवाहित जोड़े भी परिवारों के साथ पहुंचे और हनुमान जी के धोक लगाकर आशीर्वाद लिया.

हनुमान जयंती के मौके पर मन्दिर को आकर्षक फूलों और लाइटों से सजाया गया था. मन्दिर पुजारी बाबूलाल शर्मा ने बताया कि मन्दिर में स्थानीय कलाकार और बाहर से आई भजन मंडलियों ने यहां भजनों की प्रस्तुति दी. वहीं सुरक्षा व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन और पुलिस व्यवस्था भी चाक-चौबंद रही. जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी और एसपी तेजस्वीनी गौतम ने भी मेला स्थल का जायजा लेकर साफ-सफाई सहित अन्य कई निर्देश अधिकारियों और कर्मचारियों को दिए. अग्निशमन और एम्बुलेंस सहित चिकित्सकीय सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया.

Reporter: Jugal Gandhi

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