प्रताप ऑडिटोरियम अलवर में शिल्पांगन क्राफ्ट बाजार 2022 का शुभारम्भ किया जाएगा. 26 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक प्रताप ऑडिटोरियम अलवर में लगाए जाने वाले सात दिवसीय शिल्पांगन क्राफ्ट बाजार में राज्य और विभिन्न प्रांतों के विभिन्न उत्पादों की स्टॉल्स लगाई जाएंगी.
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Alwar: दस्तकारों के द्वारा 26 सितम्बर को शाम 5 बजे प्रताप ऑडिटोरियम अलवर में शिल्पांगन क्राफ्ट बाजार 2022 का शुभारम्भ किया जाएगा. रूडा की प्रबंध निदेशक नलिनी कठोतिया ने बताया कि 26 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक प्रताप ऑडिटोरियम अलवर में लगाए जाने वाले सात दिवसीय शिल्पांगन क्राफ्ट बाजार में राज्य और विभिन्न प्रांतों के दस्तकारों द्वारा विभिन्न उत्पादों की लगभग 60 स्टॉल्स लगाई जाएंगी.
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उन्होंने बताया कि क्राफ्ट बाजार रोज 11 बजे से रात 9 बजे तक संचालित होगा और आनेवालों के लिए कोविड गाइडलाइन की पालना के साथ प्रवेश निःशुल्क रहेगा. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और नागालैण्ड आदि राज्यों के हस्तशिल्प की बेजोड़ कलाकृतियों के अनूठे समागम में खुर्जा की पोटरी, सहारनपुर का फर्नीचर, बनारसी साडियां, पश्चिम बंगाल और नागालैण्ड के ड्राई फ्लावर, पंजाब की फलकारी, मध्यप्रदेश की चंदेरी साडियां, पोकरण का टेराकोटा, गुलाबी नगरी की ब्ल्यू पोटरी और बंधेज, रजवाडों के समय की परम्परागत वस्त्रों पर हस्त छपाई, कुम्भकारी कला, चमडे और पत्थर की कलात्मक वस्तुएं इत्यादि की दस्तकारों द्वारा प्रदर्शनी एवं बिक्री की जाएगी.
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उन्होंने बताया कि मेले का मुख्य उद्देश्य हस्तशिल्प दस्तकारों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री के लिए विपणन का एक मंच उपलब्ध कराना है ताकि परम्परागत हस्त निर्मित उत्पादों को बढ़ावा मिले. आमजन का आकर्षण और हस्तशिल्प दस्तकारों की आजीविका में वृद्धि हो सके. उन्होंने बताया कि यह मेला राष्ट्रीय भावनात्मक एकता के साथ दस्तकारों के अनुपम उत्पाद और कलाकृति का अनूठा संगम होगा.
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उन्होंने बताया कि शुभारम्भ समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा जिसमें लोक कलाकारों द्वारा चकरी नृत्य, सहरिया नृत्य, कालबेलिया नृत्य, भपंग वादन, मयूर नृत्य, कच्ची घोडी नृत्य, कथक और महिषासुर मर्दिनी नृत्य की प्रस्तुति राज्य के विभिन्न जिलों से आए कलाकारों द्वारा दी जाएगी. उन्होंने बताया कि क्राफ्ट मेले में आमन के लिए प्रवेश निःशुल्क रहेगा.