भिवाड़ी में हो रही 3 दिन की बरसात में जहां गत 2 दिन से बरसात के पानी के साथ-साथ ही काला झागदार गंदा पानी सड़कों पर सरपट दौड़ रहा है, तो वहीं शनिवार दोपहर बाद से एकाएक सड़कों पर नीले कलर का पानी आने से लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया.
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Tijara: भिवाड़ी में हो रही 3 दिन की बरसात में जहां गत 2 दिन से बरसात के पानी के साथ-साथ ही काला झागदार गंदा पानी सड़कों पर सरपट दौड़ रहा है, तो वहीं शनिवार दोपहर बाद से एकाएक सड़कों पर नीले कलर का पानी आने से लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया.
गहरे नीले कलर के पानी को सड़कों पर दौड़ता हुआ देखकर लोगों ने भिवाड़ी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को सूचना दी, जिस पर अधिकारी मौके पर पहुंचे और पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवा दिए गए. फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि यह नीले कलर का केमिकल युक्त पानी किस कंपनी के द्वारा छोड़ा गया है.
भिवाड़ी में लगातार तीन दिन से हो रही बरसात में एक तरफ जहां गत 2 दिनों से सड़कों पर बरसात के पानी के साथ-साथ काला झागदार और बदबूदार पानी सड़कों पर सरपट दौड़ लगा रहा है, तो वही शनिवार को सड़कों पर ब्लू कलर के पानी को देखकर लोग अचंभित रह गए.
दरअसल तेज बरसात होने के कारण सुबह से ही सड़कों पर पानी नदी की तरह सरपट दौड़ रही है, लेकिन अचानक दोपहर बाद मुख्य सड़क पर नीले कलर के पानी को देखकर लोग अचंभित हो गए. वहीं, तुरंत ही लोगों के द्वारा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड एवं रीको को इसकी सूचना दी गई. सूचना पाकर भिवाड़ी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के आरओ अमित शर्मा जायजा लेने के लिए मौके पर आए और सड़क पर दौड़ रहे नीले कलर के पानी के सैंपल लिए. सैंपल के दौरान पानी की जांच की गई, तो उसमें केमिकल पाया गया लेकिन, वह हानिकारक केमिकल नहीं था.
भिवाड़ी प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के आरओ अमित शर्मा ने बताया कि पानी के सैंपल लेकर जांच की गई है, ज्यादा खतरनाक केमिकल नहीं पाया गया है लेकिन, फिर भी इस बात की जांच की जा रही है कि यह केमिकल युक्त पानी किस कंपनी से छोड़ा गया है. जांच कराने के बाद ही पूरा मामला सामने आ पाएगा.
फिलहाल बारिश के समय में कंपनियों के द्वारा छोड़े जा रहे पानी को लेकर लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. हर बार थोड़ी सी बारिश में ही भिवाड़ी की सड़कों पर काला झागदार पानी दौड़ लगाता हुआ नजर आता है, लेकिन कंपनियां इस बात को स्वीकार नहीं करती है कि यह पानी कंपनियों के द्वारा छोड़ा जाता है. शनिवार को सड़कों पर दौड़ रहे नीले पानी से यह तो तय हो चुका है कि बरसात का बहाना बनाकर कंपनियां केमिकल युक्त पानी सड़कों पर छोड़ती हैं.
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