करंट लगने से संविदाकर्मी की मौत, ग्रामीणों ने जीएसएस पर शव रखकर किया प्रदर्शन
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करंट लगने से संविदाकर्मी की मौत, ग्रामीणों ने जीएसएस पर शव रखकर किया प्रदर्शन

राजगढ़ अलवर पंचायत समिति क्षेत्र के ग्राम धमरेड स्थित जीएसएस पर दुब्बी फीडर पर फाल्ट को सही करते समय ठेकेदार के मार्फ़त कार्य कर रहे कर्मी मोहनलाल मीणा की करंट लगने से मौत हो गई.

करंट लगने से संविदाकर्मी की मौत, ग्रामीणों ने जीएसएस पर शव रखकर किया प्रदर्शन

अलवर: राजगढ़ अलवर पंचायत समिति क्षेत्र के ग्राम धमरेड स्थित जीएसएस पर दुब्बी फीडर पर फाल्ट को सही करते समय ठेकेदार के मार्फ़त कार्य कर रहे कर्मी मोहनलाल मीणा की करंट लगने से मौत हो गई. सहायक कर्मी अशोक मीणा ने बताया कि जब वह सुबह करीब 6 बजे ड्यूटी गए तो देखा कि मोहनलाल मीणा दुब्बी फीडर के नीचे पड़ा है. सूचना पर ग्रामीण सहित अन्य लोग एकत्रित हो गए. विधुत विभाग की लापरवाही को लेकर ग्रामीणों ने जीएसएस पर ही शव को रखकर विरोध प्रदर्शन कर रोष जताया.

सूचना पर जेईएन के मौके पर पहुंचने पर ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा व ग्रामीणों ने गाड़ी के शीशे तोड़ दिए. विधुत विभाग के उच्चाधिकारियों के नही पहुंचने पर ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना दी, जिस पर तहसीलदार जुगीता मीना व थानाधिकारी वीरेंद्र यादव मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण व परिजन एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी, मुआवजा व दोषी कर्मचारियों को निलंबन की मांग पर अड़े रहे.

एसडीएम ओमप्रकाश मीणा, डीएसपी अंजली जोरवाल, सहायक अभियंता देवेंद्र शर्मा, एक्सईएन सीताराम जांगिड़ मौके पर पहुंचे. जहां प्रशासन व ग्रामीणों की कई दौर की वार्ता चली. अधिकारियों ने विभाग के नियमानुसार पांच लाख की आर्थिक सहायता व दो लाख रुपये के ठेकेदार की ओर से दिए जाने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ. ग्रामीणों को करीब 7 घण्टे पश्चात समझाईश कर मामला शांत करवाया. मौके पर टहला थानाधिकारी लक्ष्मीनारायण, रैणी थानाधिकारी उर्मिला सहित थाने का जाप्ता मौजूद रहा.

पांच लाख रुपये देने का आश्वासन

एसडीएम ओमप्रकाश मीना ने बताया कि धमरेड में 33केवी जीएसएस जयपुर डिस्कॉम का है. उसके ठेकेदार के अधीनस्थ कर्मचारी मोहनलाल मीना कार्यरत थे. जोकि ब्रेकर में तकनीकी खामी के करंट लग गया और उनकी मृत्यु हो गयी. जिसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे. एसडीएम मीना ने बताया कि मृतक के परिवार में कमाने वाले अकेले थे. उन्होंने उचित मुआवजे दिलाने की मांग की थी. जिसकी विभाग के नियमानुसार 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के लिए प्रोसेस कर देंगे. उसके अतिरिक्त संवेदक से 2 लाख रुपये की राशि मदद के तौर पर दिलवाई गयी है. उन्हें ग्रामीणों ने अवगत करवाया की ब्रेकर है वो काफी दिनों से पंचर है. जिसको लेकर विधुत विभाग के एक्सईन ने बात करली है. अलवर स्टॉक में से आते ही सात दिन में बदलवा देंगे.

डीएसपी अंजली अजीत जोरवाल ने बताया कि सूचना मिलने पर पहुंच समझाईश कर मामले को शांत किया. एक्सईन सीताराम जांगिड़ ने बताया कि 33केवी जीएसएस पर जो भी कमियां है उन्हें 1 महीने में दुरुस्थ कर दिया जाएगा. जिस ब्रेकर पर घटना हुई है उसे 7 दिन में रिप्लेस करेंगे. उन्होंने बताया कि ब्रेकर खराब होने की सूचना उनके पास नही है. उन्हें जॉइन करे एक महीना हुआ है. विधुत विभाग की लापरवाही नही बताई एवं कहा कि कर्मचारी कार्य कर रहा था गलती से उसके टच हो गया.

13 साल से काम कर रहा था कर्मचारी

इस सम्बंध में मृतक के भाई ग्राम दुब्बी निवासी प्रकाश चंद मीना पुत्र बोदन लाल ने रिर्पोट पेश कर बताया कि उसका बड़ा भाई मोहनलाल मीना पुत्र बोदनलाल मीना करीब 13 वर्ष से जयपुर विधुत वितरण निगम लिमिटेड के पावर हाउस जीएसएस धमरेड में संविदा पर कार्य कर रहा था. जहां पर विधुत विभाग राजगढ़ के अधिकारी देखरेख करते थे.

रिर्पोट में बताया कि धमरेड में दो ब्रेकर खराब होने के कारण सप्लाई देने वाले कर्मचारियों को परेशानी हो रही थी, जिसकी काफी बार संविदा कर्मचारी अशोक, कमलेश, मोहनलाल ने लिखित में शिकायत देने के बाद भी सही नही किया और विभाग के जेईएन, एक्सईन एवं विभाग की लापरवाही व इनके दबाव में काम करने से उसके बड़े भाई मोहनलाल की गुरुवार प्रातः 6 बजे ऑन ड्यूटी लाईट सप्लाई देते समय बिजली लगने से मौत हो गयी.

रिर्पोट में बताया कि कमलेश, अशोक व क्षेत्रीय लाइनमैन स्पस्ट कह रहे है कि उन्होंने काफी बार शिकायत कर दी. लेकिन ठीक नही करते व दबाव देकर उनसे काम करवा रहे. वहीं, करीब 7 घण्टे की समझाईश के बाद पुलिस ने शव को धमरेड जीएसएस से राजगढ़ सीएचसी की मोर्चरी में पहुंचाया. जहां शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनो को सौंप मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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