Dungarpur News: बांसवाडा सांसद कनकमल कटारा (Kankamal Katara) ने सोमवार को दिल्ली में केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Minister Ashwini Vaishnav) से मुलाक़ात कर सालो से बंद पड़ी डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाडा (Dungarpur-Ratlam via Banswara) रेल परियोजना को लेकर चर्चा की.
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Dungarpur: बांसवाडा सांसद कनकमल कटारा ने आज दिल्ली में केन्द्रीय रेल,संचार, इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौधोगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाक़ात की. इस दौरान सांसद कनकमल कटारा ने सालो से बंद पड़ी डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाडा रेल परियोजना को लेकर चर्चा की. इस दौरान रेल मंत्री वैष्णव ने उनका लम्बा और बहु प्रतीक्षित इन्तज़ार जल्द ही पूरा होगा और भारत सरकार इस कार्य को करवाएगी. इसके लिए एक विशेष ट्राइबल कोरिडोर बनाकर फिर से काम शुरू किया जाएगा.
दिल्ली में रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव से सांसद कनकमल कटारा की मुलाक़ात के दौरान रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि राजस्थान की दो रेल परियोजनाओ बांसवाड़ा-डूंगरपुर-रतलाम और टोंक-चौथ का बरवाड़ा-सवाई माधोपुर का काम रुकने का प्रमुख कारण राजस्थान सरकार द्वारा परियोजना लागत में 50:50 में भागीदारी को मंजूर करने से इंकार करना रहा है. भारत सरकार ने राजस्थान की दो रेल परियोजनाओ बांसवाड़ा-डूंगरपुर-रतलाम (188.85 किमी) और टोंक- चौथ का बरवाड़ा,सवाई माधोपुर (165 किमी) नई रेल लाइन परियोजनाओं को रेल मंत्रालय और राज्य सरकार के बीच 50-50% लागत में भागीदारी से शुरू कराया था लेकिन कालान्तर में राजस्थान सरकार के परियोजना की लागत को साझा करने के लिए इंकार कर दिया. जिसकी वजह से इन दोनों परियोजनाओं का कार्य निष्पादन अभी भी रुका हुआ है.
उन्होंने बताया कि रतलाम-डूंगरपुर वाया बांसवाड़ा ब्रॉड गेज लाइन को रेल मंत्रालय और राजस्थान सरकार के मध्य लागत में 50-50% की भागीदारी के साथ वर्ष 2011 में मंजूर किया गया था और राज्य सरकार को इसके लिए निःशुल्क भूमि भी मुहैया कराई जानी थी. राजस्थान सरकार ने बाद में परियोजना की लागत में भागीदारी के लिए अपनी असमर्थतता जाहिर कर दी.
रेल मंत्री वैष्णव ने सांसद कटारा को आश्वस्त किया कि राजस्थान सरकार के असहयोग पूर्ण रवैया के बावजूद भारत सरकार इस आदिवासी की जरूरतों को देखते हुए जनहित में इस परियोजना का कार्य एक विशेष ट्राइबल कोरिडोर बना कर हाथ में लेंगी. सांसद कटारा ने रेल मन्त्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि परियोजना का कार्य शुरू होने से आजादी के अमृत वर्ष में क्षेत्रवासियों को एक बड़ा तोहफा मिल सकेगा और रोज़गार के लिए आने जाने वाले श्रमिकों के साथ ही व्यापारियों और उध्यमियों को भी इसका लाभ मिलेगा. साथ ही तीनों प्रदेशों की पर्यटन गतिविधियाँ बढ़ेगी और यह रेल लाईन माल ढोने तथा सेना के असले को लाने ले जाने की दृष्टि से भी देश की वैकल्पिक सुरक्षा लाईन भी साबित होंगी.
डूंगरपुर-मुंबई के मध्य सीधी रेल की मांग
रेल मन्त्री के साथ मुलाक़ात के दौरान सांसद कटारा ने जयपुर उदयपुर असारवा अहमदाबाद रेल लाईन पर वर्तमान में संचालित ट्रेन के अलावा डूंगरपुर-मुंबई के मध्य सीधी रेल चलाने की माँग भी रखी . साथ ही डूंगरपुर रेल्वे स्टेशन पर पर्याप्त बिजली शोचालयों और अन्य जन सुविधाओं का विस्तार करने जा आग्रह किया.
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