Baran news :अधिकारियों की हठधर्मिता बनी किसानों को परेशानी का कारणलहुसन मंडी छीपाबड़ोंद से फसल बेचकर आ रहे किसान से निर्वाचन विभाग की टीम ने फसल बेचने की राशि की जप्त,पर्ची दिखाने के बाद भी छबड़ा एसडीएम ने की राशि जप्त,अधिकारियों के चक्कर काट काट कर किसान पइरेशान
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Baran news :बारां के छबड़ा क्षेत्र की लहसुन मंडी छीपाबडौद में फसल बेचकर अपने गांव जा रहे एक किसान से निर्वाचन विभाग की टीम ने फसल बेचान की राशि जब्त कर ली. किसान द्वारा मंडी की पर्ची दिखाने पर भी अधिकारी नहीं माने और उसे थाने में बंद करने की धमकी दे डाली.
जेल में डालने की धमकी
मध्यप्रदेश के अजरोंडा गांव निवासी अमन नागर उर्फ हनी ने बताया कि शुक्रवार को वह लहसुन की फसल को छबड़ा मंडी में बेचने गया था. फसल बेचकर वापस लौट रहा था, तभी छबड़ा कस्बे के निकट चावलखेड़ी चौराहे पर निर्वाचन विभाग की टीम ने उसे रोक लिया और उसकी जेब में रखी फसल बेचान की राशि एक लाख 61 हजार 450 रुपए जब्त कर ली.
किसान ने कहा कि वह लहसुन के 21 कट्टेे लेकर मंडी में गया था, वहां 13 हजार 600 रुपए के भाव से उसने लहसुन बेचान की है. जिसके बदले उसे एक लाख 61 हजार 450 रुपए की राशि प्राप्त हुई है. जिसकी मंडी रसीद भी उसने टीम को दिखाई. परंतु निर्वाचन विभाग के अधिकारी नहीं माने और उसे बंद करने की धमकी दे डाली और जबरदस्ती उसे एसडीएम कार्यालय में ले आए.
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SDM ने बताया फर्जी
कार्यलय में भी उसने SDM सुनील पंवार को मंडी की पर्ची दिखाई और उक्त राशि लौटाने का निवेदन किया. इस पर SDM ने भी उसकी एक नहीं सुनी और मंडी पर्ची को फर्जी बताते हुए उसकी राशि जब्त कर ली और कहा कि बारां CEO कार्यालय चले जाओ. इस पर वह बारां गए और वहांCEO कार्यालय पहुंचकर वहां कार्यरत क्लर्क से जानकारी चाही तो उसने बताया कि CEO तो लंच के बाद नही आए अब दशहरे के बाद ही मेडम मिलेगी.
किसान अमन नागर का कहना है कि उसे रुपयों की आवश्यकता थी, इसलिए उसने फसल बेची थी.अब उसकी फसल भी बिक गई और उसके हाथ से पैसे भी चले गए. जिससे उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. उसने कहा कि निर्वाचन विभाग द्वारा जो जब्ती रसीद दी गई है, उस पर निर्वाचन विभाग की कोई सील मोहर भी नहीं है.
SDM सुनील पंवार ने बताया कि किसान के पास से नगद एक लाख 61 हजार 450 रुपए की राशि मिलने पर टीम द्वारा जब्ती प्रकरण बनाकर जिला स्तरीय कमेटी को भिजवा दिया है. कमेटी की जांच में किसान द्वारा फसल बेचना पाया जाता है तो उसे कमेटी द्वारा जांच के उपरांत राशि लौटा दी जाएगी.
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