बारां: धार्मिक मेले में परोसा जा रहा फूहड़ डांस, Video बढ़ा रहा इंटरनेट का पारा
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1348475

बारां: धार्मिक मेले में परोसा जा रहा फूहड़ डांस, Video बढ़ा रहा इंटरनेट का पारा

  हाडोती के ख्यातनाम डोल मेले में सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम के नाम पर अश्लील व फूहड़ डांस परोसा जा रहा है. प्रसिद्ध डोल मेला हाडोती की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है.

बारां: धार्मिक मेले में परोसा जा रहा फूहड़ डांस, Video बढ़ा रहा इंटरनेट का पारा

बारां:  हाड़ोती के ख्यातनाम डोल मेले में सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम के नाम पर अश्लील व फूहड़ डांस परोसा जा रहा है. सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम में खुलेआम बार बालाओं से अश्लील डांस करवाया जा रहा है. आयोजकों की ओर से खुद ही इस तरह के कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जा रहा है. वीडियो में आप देख सकते हैं कि धार्मिक मेले में बार बालाएं कैसे डांस करती नजर आ रहीं है. जब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो आयजकों ने इसे रोकने के बजाए और देर तक डांस करवाने का फैसला किया. इससे वहां पर परेशान होकर महिलाएं अपने-अपने घर लौट गईं. 

प्रसिद्ध डोल मेला हाडोती की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर नगर परिषद प्रशासन द्वारा रंगमंच पर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में अश्लील फूहड़ डांस परोस कर संस्कृति को शर्मसार किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें: 7 लाख जुर्माना से बचने के लिए 2 लाख में तय था सेटलमेंट, मामूली रकम के लिए बुरे फंसे AEN

कार्यक्रम छोड़कर महिलाएं घर लौटी

रविवार रात्रि को देखने को मिला यहां रंगमंच पर आर्केस्ट्रा पार्टी का आयोजन रखा गया. जिसमें डांस बालाओं ने अपनी सभी हदें पार करते हुए जहां छोटे-छोटे कपड़े पहन कर अपने प्रदर्शन किया. जागरण के नाम पर अश्लील डांस और बॉलीवुड के गाने बजाए जा रहे थे.  इससे नाराज महिलाएं उठकर चलती बनी, इसके बावजूद प्रदर्शन चलता रहा. लोगों का कहना है कि मेला रंगमंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम दिखाने की बजाय अश्लील नृत्य दिखाए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें: नटवरलाल: सम्मान पाने के लिए महिला टीचर ने रिकॉर्ड में की छेड़छाड़, ऐसे खुला पूरा राज

संस्कृति पर खासा विपरीत प्रभाव डाल रहे हैं लेकिन जिम्मेदार हैं कि इस और कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. इस तरह के कार्यक्रम से स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश व्याप्त है. लोग इसको लेकर शिकायत करने की भी बात कह रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि इस तरह के कार्यक्रम से ना केवल समाज प्रभावित होगा. बल्कि बच्चों का भविष्य भी चौपट हो सकता है. ऐसे में आने वाले किसी धार्मिक कार्यक्रम में इस तरह के डांस की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए.  

अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

Trending news