सहाड़ा में आयोजित ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिता विवादों का अखाड़ा बन गया. रेफरी के निर्णय को लेकर उपजे विवाद के बाद छात्राएं कई घंटे तक कबड्डी के मैदान में धरना देकर बैठ गई.
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Sahara: भीलवाड़ा के सहाड़ा में आयोजित ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिता विवादों का अखाड़ा बन गया. रेफरी के निर्णय को लेकर उपजे विवाद के बाद छात्राएं कई घंटे तक कबड्डी के मैदान में धरना देकर बैठ गई और घंटों तक प्रदर्शन चलता रहा.
पुलिस जाब्ता भी मौके पर पहुंचा, लेकिन छात्राएं गलत निर्णय का विरोध करती रही, जिसके चलते कबड्डी के सभी मैच रद्द कर दिए गए. भारी संख्या में दिलाना बालिका टीम की खिलाड़ीयों ने भी विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का भी भारी विरोध-प्रदर्शन दिखाई दिया. खेल मैदान पर बच्चों के पीने की पानी की व्यवस्था भी उपलब्ध नहीं हो पाई. ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंची बालिकाएं पीने के पानी के लिए भी दर-दर भटकती रही.
सालेरा सरपंच चांदमल सुवालका ने बताया कि ग्राम पंचायत सालेरा की बालिका कबड्डी की टीम का मुकाबला ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिता के दौरान चीड़ खेड़ा की टीम से हुआ. मुकाबले में रेफरी द्वारा टाइम को लेकर गलत निर्णय दिया गया. मौके पर अन्य टीमों के प्रशिक्षकों, ग्रामीणों ने भी इसका कड़ा विरोध किया, लेकिन रेफरी और प्रतियोगिता आयोजन कमेटी के सदस्य, गलत निर्णय को मानने पर राजी नहीं हुए. इसके विरोध स्वरूप कबड्डी प्रतियोगिता में भाग ले रही सालेरा टीम की छात्राएं कबड्डी के मैदान पर विरोध स्वरूप धरना देकर बैठ गई.
राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिता के आयोजक कमेटी के सदस्य, सहाड़ा विकास अधिकारी, गंगापुर उपखंड अधिकारी सहित आला अधिकारियों को इस मामले की सूचना दी गई. 3 घंटे तक छात्राएं कबड्डी के मैदान में प्रदर्शन करती रही, लेकिन कोई भी अधिकारी छात्राओं को कमेटी का निर्णय बताने नहीं पहुंचा. कमेटी के नाम पर 4 घंटे तक अधिकारी, कर्मचारी टालमटोल करते रहे. बालिकाएं भूखी-प्यासी कबड्डी के मैदान में धरने पर बैठी रही, लेकिन कोई भी अधिकारी अपना निर्णय सुनाने के लिए नहीं पहुंचा.
कबड्डी के मैदान पर गलत निर्णय को लेकर उपजे विवाद के चलते 4 घंटे तक ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता में किसी भी कबड्डी के मैच का आयोजन नहीं हुआ. 4 घंटे बाद शिक्षा विभाग की सीडीपीओ अरुणा घारू खेल मैदान पर पहुंची और उन्होंने बताया कि रेफरी के निर्णय को अंतिम मानते हुए अब सालेरा की बालिका कबड्डी टीम को खेलने का कोई अवसर नहीं दिया जाएगा. कमेटी के निर्णय के बाद ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता में आयोजित होने वाले सभी कबड्डी के मैचों को रद्द कर दिया गया.
पीने के पानी के लिए भी तरस गए बालक-बालिकाएं
सहाड़ा में राजीव गांधी ग्रामीण ब्लॉक स्तरीय ओलंपिक प्रतियोगिता को लेकर खेल मैदान पर हजारों की संख्या में बालक-बालिकाएं प्रतियोगिता में भाग ले रहे थे, लेकिन खेल मैदान पर बालक-बालिकाओं को पानी पीने के लिए एकमात्र टैंकर खड़ा कर रखा था. टैंकर में पानी खत्म हो जाने के बावजूद बालक-बालिकाएं दूरदराज पीने के पानी के लिए भटकते रहे. कई बालक-बालिकाएं अपनी मोटरसाइकिल पर पानी लाकर अपने खिलाड़ियों को पानी पिला रहे थे.
ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन करवा रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को छात्र-छात्राओं ने पीने के पानी के लिए सैकड़ों बार कहा, लेकिन खेल मैदान पर 3 घंटे तक पीने के पानी का टैंकर तक नहीं पहुंचा. मौके पर पहुंचे सहाड़ा तहसीलदार रतनलाल भील ने खेल प्रतियोगिता में उपजे विवाद के बाद छात्राओं को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे.
गलत निर्णय के विरोध में छात्राओं ने किया भोजन का बहिष्कार
सहाड़ा में ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंची सालेरा कबड्डी टीम की छात्राएं और डेलाना कबड्डी टीम की छात्राओं में गलत निर्णय के चलते भोजन का बहिष्कार कर दिया. छात्राओं ने प्रतियोगिता में भोजन भी नहीं किया और दिनभर प्रदर्शन करती रही. कबड्डी प्रतियोगिता में उपजे विवाद के बाद शिक्षा विभाग ने सालेरा टीम के कोच को, अध्यापक को, सालेरा विद्यालय की प्रधानाध्यापिका को नोटिस देकर दबाव बनाने का प्रयास किया.
Reporter- Dilshad Khan
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