कलेक्टर ने फूलनाथ बगीची, संसोलाब, महानंद मंदिर, हर्षोलाब और घड़सीसर स्थित तालाबों का अवलोकन किया और इन तालाबों में बरसाती जल की आवक एवं ठहराव की स्थिति का जायजा लिया.
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Bikaner: बीकानेर के जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल इन दिनों एक्शन में नजर आ रहे हैं. वह लगातार सरकारी सिस्टम में औचक निरीक्षण को लेकर चर्चा में हैं. वह पारम्परिक जलस्त्रोत पर भी निरीक्षण करने पहुंचे. जहां कलेक्टर ने फूलनाथ बगीची, संसोलाब, महानंद मंदिर, हर्षोलाब और घड़सीसर स्थित तालाबों का अवलोकन किया और इन तालाबों में बरसाती जल की आवक एवं ठहराव की स्थिति का जायजा लिया.
उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक तालाब पूर्व में शहरी क्षेत्र में पेयजल आवश्यकता की पूर्ति के महत्वपूर्ण साधन थे. ऐसे सभी तालाबों और इनके कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण चिन्हित किए जाएंगे, जिससे बरसाती जल इन तालाबों तक पहुंच सके. इसके लिए उपखण्ड अधिकारी और नगर निगम एवं नगर विकास न्यास के अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाई जाएगी. जिला कलेक्टर को स्थानीय नागरिकों ने बताया कि इन तालाबों में बरसाती जल का ठहराव नहीं हो पाता.
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इस संबंध में उन्होंने जलग्रहण के अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता और नगर विकास न्यास के अधिशाषी अभियंता को संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए जल ठहराव नहीं होने के कारणों की जांच करने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि इसके लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए. जिससे बरसाती जल का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके. उन्होंने सभी तालाबों के ऐतिहासिक परिपेक्ष्य और उपयोगिता की जानकारी ली. इस दौरान नगर विकास न्यास के अधीक्षण अभियंता राजीव गुप्ता, पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता जेपी अरोड़ा साथ रहे.
Reporter-Rounak vyas