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बीकानेर: पंचायत समिति बीकानेर के विकास अधिकारी दिनेशचन्द्र मिश्रा पर ग्राम विकास अधिकारियों व कनिष्ठ सहायकों ने अभद्र व्यवहार करने और बिना मतलब कारण बताओ नोटिस जारी करने को लेकर मोर्चा खोल दिया है. इसके साथ ही 17 सीसीए, 16 सीसीए के नोटिस देकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए दूसरे दिन भी पंचायत समिति में धरना जारी रखा.
पंचायती राज कनिष्ठ सहायक के ब्लॉक अध्यक्ष आदेश सियाग एवं जिला अध्यक्ष नरपत सिंह चारण ने बताया कि बीडीओ के व्यवहार से सभी कर्मचारी काफी समय से दुखी थे. उनका अभद्र व्यवहार और कर्मचारियों को बिना कारण परेशान करने से अब मजबूरन हमने धरना शुरू किया है. लक्ष्मीनारायण प्रजापत ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष ने बताया कि फील्ड कार्मिकों के साथ बुधवार को बीकानेर पंचायत समिति में आयोजित बैठक में बीडीओ द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया, जिसे सहन नहीं किया जाएगा.
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जिला परिषद के सीईओ को सौंपा गया ज्ञापन
इस सबन्ध में सभी ग्राम विकास अधिकारी एवं कनिष्ठ सहायक ने प्रधान लाल चंद आसोपा व जिला परिषद के सीईओ नित्या को ज्ञापन देकर अवगत करवाया है. पंचायत समिति बीकानेर के विकास अधिकारी द्वारा पंचायत समिति के फील्ड कार्मिकों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है. ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यों को लेकर ग्राम विकास अधिकारी एवं सरपंचों की संयुक्त बैठक होती है, लेकिन विकास अधिकारी दिनेश चंद्र मिश्रा से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद भी आज तक सरपंचों के साथ संयुक्त बैठक का आयोजन नहीं किया. बीकानेर पंचायत समिति के विकास अधिकारी के द्वेषपूर्ण रवैये से सरपंच संघ भी पंचायत समिति प्रशासन का किसी प्रकार का सहयोग नहीं कर रहा है . जिसका खामियाजा हमें ( ग्राम विकास अधिकारियों, कनिष्ठ सहायकों ) कारण बताओ नोटिस, 17 सीसीए 16 सीसीए के रूप में भुगतना पड़ रहा है.
बीडीओ पर अभद्रता करने के भी आरोप
कई ग्राम पंचायतों में एनएमएमएस के माध्यम से नरेगा श्रमिकों की उपस्थिति तकनीकी कारणों से नहीं हो पाती है. उस स्थिति में बीकानेर पंचायत समिति विकास अधिकारी द्वारा हमे निलंबन की धमकी बिना कारण सुने सभी फील्ड कार्मिकों को दी जाती है. पंचायत समिति से जारी होने वाले मस्टरोल पर हस्ताक्षर करवाने के लिए देर रात तक पंचायत समिति मुख्यालय में फील्ड कार्मिकों को इंतजार करना पड़ता है. बावजूद इसके भी समय पर उक्त कार्य नहीं होता. इस कार्य के लिए किसी अन्य अधिकारी की नियुक्ति की जा सकती है, ताकि समयबद्ध कार्य हो सके, लेकिन विकास अधिकारी के अडीयल एवं तानाशाही पूर्ण रवैये से समस्त फील्ड कार्मिकों में असंतोष है. फील्ड स्टॉफ में कार्यरत महिला कार्मिकों के साथ विकास अधिकारी का असंवेदनशील रवैया रहता है। जानबूझकर प्रताडित किया जाता है जो कि अत्यंत खेदजनक है। बीकानेर पंचायत समिति के विकास अधिकारी दिनेश चंद्र मिश्रा पर त्वरित उचित कार्यवाही करे अन्यथा धरना निरन्तर रहेगा. पांच तारीख को ग्राम पंचायत में होने वाली पंचायतों में जनसुनवाई भी बहिष्कार किया गया.
बीडीओ पर कई संगीन आरोप लगाए गए
पंचायत समिति के अंतर्गत ग्रामीण विकास पंचायती राज की विभिन्न योजनाएं संचालित हो रही है, जिनकी समीक्षा के लिए मासिक बैठक का आयोजन होता है,जिसमें ग्राम विकास अधिकारियों व कनिष्ठ सहायकों को निर्देशित किया गया है . जिले में बीकानेर पंचायत समिति की इन योजनाओं के क्रियान्वयन में न्यूनतम है, शीघ्र टारगेट पूरा करे, जिला कलेक्टर द्वारा हर माह प्रत्येक बिंदु पर समीक्षा की जाती है वो बार बार कार्य पूर्ण के लिए बोलते हैं. इसलिए कुछ ग्राम विकास अधिकारियों और कनिष्ठ सहायकों को जो समय पर कार्य व टारगेट पूरा नहीं करते है उन्हें नोटिस व चार्जशीट दी गई है जिसके चलते वो ऐसा आरोप लगा रहे हैं.
Reporter- Tribhuvan Ranga