बूंदी: 67 गांव को कोटा केडीए में शामिल किए जाने का विरोध,प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
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बूंदी: 67 गांव को कोटा केडीए में शामिल किए जाने का विरोध,प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन

बूंदी न्यूज: 67 गांव को कोटा केडीए में शामिल किए जाने का विरोध किया जा रहा है. इसको लेकर प्रदर्शन किया गया. केशोरायपाटन में किसानों ने प्रदर्शन कर एसडीएम को ज्ञापन दिया. वहीं तालेड़ा में भाजपा के प्रवक्ता ने प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया.

बूंदी: 67 गांव को कोटा केडीए में शामिल किए जाने का विरोध,प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन

Bundi: बूंदी के के.पाटन और बूंदी के गांवों का अस्तित्व समाप्त करने की कोशिश कोटा के बड़े मंत्री और सरकार कर रहे हैं. गिर्राज गौतम का कहना है कि गांवों के विकास के बजाय गांव समाप्त करने की कोशिश किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस दौरान उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा गया.

केशोरायपाटन शुगर मिल संयुक्त किसान समन्वय समिति के प्रतिनिधि नवीन श्रृंगी ने बताया कि केडीए (कोटा विकास प्राधिकरण) के नाम पर के.पाटन ओर बूंदी तालेड़ा के गांवों शामिल करने के निर्णय का विरोध करते हुए किसानों और युवाओं ने युवा किसान नेता गिर्राज गौतम के नेतृत्व में उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया.

 गिर्राज गौतम ने कहा की के.पाटन और बूंदी का इतिहास पौराणिक है. इसे छोटी काशी के नाम से जाना जाता है. कोटा के बड़े मंत्री और सरकार अपने निजी स्वार्थों एवं भू माफियाओं को बनवाने के लिए इन गांव के अस्तित्व को समाप्त करने की कोशिश कर रही है. बूंदी जिला अपने आप में पूरे प्रदेश में अलग महत्व रखता है. साथ ही केशोरायपाटन एवं तालेड़ा खंड कार्यालय के साथ-साथ तहसील स्तर के कार्यालय हैं. जहां पर ग्रामीणों को सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं.

ऐसे में इन्हें के केडीए में शामिल करके ग्रामीणों को बहुत सारी परेशानी उठानी पड़ेगी. साथ ही पंचायत एवं गांव का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. यह निर्णय केवल कुछ व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने के लिए लिया जा रहा है. पूर्व में भी यूआईटी में जिन गांवों को शामिल किया गया था आज उनकी स्थिति बहुत ही गंभीर है. ग्रामीण नेतृत्व समाप्त कर शहरी नेतृत्व स्थापित करने की कोशिश की जा रही है.

अगर गांव और खेती ही समाप्त हो जायेगी तो क्या बचेगा. इस षड्यंत्र को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आज प्रदर्शन कर उसकी शुरुआत कर दी है. जल्द ही आगे आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि यह किसी राजनैतिक दल की नहीं बल्कि गांवों के अस्तित्व को बचाने की लड़ाई है. इसमें प्रत्येक व्यक्ति को राजनीतिक दल की भावना से ऊपर उठकर एक मंच पर आकर संघर्ष करना होगा.

वरिष्ठ किसान नेता भंवर लाल चौधरी रहे मौजूद

 इस अवसर पर वरिष्ठ किसान नेता भंवर लाल चौधरी, सूरजमल नागर,पुष्पचंद गुर्जर, रामस्वरूप पहाड़, निर्मल सिंह,जसपाल सिंह बल, हरिप्रशाद शर्मा, रामभरोस गोस्वामी, विजेंद्र सिंह, राजू मीणा युवा नेता लोकेश गौतम, पार्षद तुषार शर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष मुकेश चंदेल, पूर्व पार्षद राकेश नामा,युवा मोर्चा अध्यक्ष अर्पित तिवारी, उपाध्यक्ष शुभम् राठौर सहित बड़ी संख्या में युवा एवं किसान उपस्थित रहे.

राज्यपाल के नाम सौंपा गया ज्ञापन

भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रवक्ता अनिल जैन तालेड़ा की अगुवाई में तालेड़ा उपखंड अधिकारी कार्तिकेय मीणा को महामहिम राज्यपाल महोदय के नाम भाजपा पदाधिकारियों ने ज्ञापन देकर कोटा विकास प्राधिकरण बिल पर रोक लगाने की मांग की. दिए गए ज्ञापन में भाजपा जिला प्रवक्ता अनिल जैन सहित ग्रामीणों ने बताया कि राजस्थान सरकार ने राजस्थान विधानसभा में कोटा विकास प्राधिकरण विधायक 2023 पेश कर दिया है.

 इसमें तालेड़ा तहसील के 48 गांवों को शामिल किया गया है जो तालेड़ा तहसील के किसानो के साथ कुठाराघात है. जिसका समस्त ग्रामीण पुरजोर विरोध कर रहे हैं. जैन ने बताया कि केडीए में शामिल होने से यहां के राजस्व संबंधी सभी कार्यों को केडीए के द्वारा किया जाएगा. जिससे किसानों को काफी परेशानी होगी.

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