Bundi: बून्दी में दिवाली की खुशियां बदली मातम में, सड़क हादसे में मासूम की मौत
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Bundi: बून्दी में दिवाली की खुशियां बदली मातम में, सड़क हादसे में मासूम की मौत

 बूंदी शहर के बाईपास रोड़ पर ट्रक यूनियन के सामने ट्रोले की टक्कर से बाइक सवार परिवार गंभीर घायल हो गया, जिसमें एक मासूम की मौत हो गई. 

हादसे के बाद जमा भीड़

Bundi: बूंदी शहर के बाईपास रोड़ पर ट्रक यूनियन के सामने दर्जनों ट्रकों के सड़क के किनारे खड़े होने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. शहर की 6 कॉलोनी वासियों ने इस समस्या को लेकर लगातार आंदोलन किए और इन्हें हटाने की मांग की, लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका. जिसका खामियाजा आज एक परिवार को अपनी 3 वर्षीय बेटी को मौत के मुंह में जाने के बाद देखने को मिला. परिवार दीपावली की खरीदारी कर खुशी खुशी बच्चों के साथ घर लौट रहा था. इस दौरान एक बाईक पर पिता अपनी दोनों मासूम बेटियों को लेकर घर जा रहा था, इसी दौरान हादसा हो गया और गलत साइड से आ रहे ट्रोले ने बाईक को टक्कर मार दी. इस हादसे में मासूम की दर्दनाक मौत हो गई.

शहर के बाईपास ट्रक यूनियन के सामने ट्रोले की टक्कर से बाइक सवार परिवार गंभीर घायल हो गया, जिसमें एक मासूम की मौत हो गई. मौत के बाद गुस्साए शहर वासियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और भाजपा नेता रुपेश शर्मा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया. रूपेश ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर मुकेश चौधरी से वार्ता की और परिवारजनों को मुआवजा व आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की. उसके बाद मोर्चरी के बाहर वह धरने पर बैठ गए. उन्होंने कहा कि लगातार शिकायतों के बाद भी ट्रक यूनियन के सामने से ट्रकों को नहीं हटाया गया, जिसका खामियाजा मासूम की मौत के रूप में देखने को मिला, हालात यह है कि यहां सैंकड़ो बार हादसे हो चुके हैं, उसके बावजूद प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. पुलिस व परिवहन विभाग द्रारा यहां खड़े ट्रक नहीं हटाया जा रहें, जिससे लगातार हादसे हो रहें हैं.

प्रशासन आया हरकत में

भाजपा नेता रुपेश शर्मा के द्वारा विरोध प्रदर्शन करने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और काफी वार्ताओं के बाद एसडीएम सोहनलाल ने आश्वासन दिया कि जल्दी ही ट्रकों को हटा दिया जाएगा और पीड़ित परिवार को पांच लाख का मुआवजा दिया जाएगा. उसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया और परिजनों को सौंप दिया गया. परिवार शहर के उनधलिया डूंगरी में रहता था और मूलतः कोटा का रहने वाला था और यहां अपना जीवन बसर कर रहा था, लेकिन आज उसे क्या पता था कि उनकी दीपावली की खुशियां गम में बदल जाएगी. हादसे के बाद कॉलोनी में भी मातम छाया हुआ है.

Reporter - Sandeep Vyas

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