बूंदी में कलेक्टर डॉक्टर रविंद्र गोस्वामी ने कहा बच्चों को मिले सुरक्षित बचपन, बाल अधिकारिता विभाग निर्देश दिए
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बूंदी में कलेक्टर डॉक्टर रविंद्र गोस्वामी ने कहा बच्चों को मिले सुरक्षित बचपन, बाल अधिकारिता विभाग निर्देश दिए

बून्दी जिला कलेक्टर डॉक्टर रविंद्र गोस्वामी ने बच्चों को मिले सुरक्षित बचपन, बाल सरंक्षण कार्य की हो बेहतर मॉनिटरिंग के लिए,जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग की त्रैमासिक समीक्षा बैठक ली ,इस दौरान आवश्यक निर्देश भी दिए.

बूंदी में कलेक्टर डॉक्टर रविंद्र गोस्वामी ने कहा बच्चों को मिले सुरक्षित बचपन, बाल अधिकारिता विभाग निर्देश दिए

Bundi news: जिला बाल संरक्षण इकाई के तत्वावधान में जिला कलक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में आज बाल संरक्षण की समीक्षा बैठक आयोजित हुई. बैठक में जिला कलक्टर ने लंबित प्रकरणों को नियमानुसार निस्तारित करने के निर्देश दिए गए. बैठक के दौरान शिक्षा विभाग को जिले के सभी राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में गरिमा पेटी की नियमित मॉनिटरिंग हो. साथ ही इसमें गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा जावे. उन्होंने निर्देश दिए कि माह के प्रथम मंगलवार को एक युद्ध नशे के विरूद्ध के अन्तर्गत जागरूकता अभियान चलाया जावे. 

इसके अलावा माह के द्वितीय मंगलवार को पोक्सो एक्ट और बाल अधिकार के प्रति भी बच्चों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयेाजित हो. उन्होंने निर्देश दिए कि मिशन मानस के तहत नशा मुक्ति अभियान के लिए कार्मिकों को अलग से विशेष प्रशिक्षण दिलाया जावे.उन्होंने निर्देश दिए कि मिशन स्वरोजगार के तहत स्वंय सेवी संस्थाएं बच्चों के लिए स्किल डलवलपमेंट गतिविधियां आयोजित करें. इसके अलावा बच्चों को आत्म रक्षा का प्रशिक्षण भी दिलाया जावे. उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि बच्चों की नियमित हेल्थ जांच की जावे. 

उन्होंने ने निर्देश दिए कि जिन स्थानों पर बालश्रम होता है, वहां प्रभावी कार्यवाही की जावे. उन्होंने बाल संरक्षण इकाई अध्यक्ष को निर्देश दिए कि बच्चों में पोक्सो एक्ट के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रचार सामग्री तैयार कर विद्यालयों को उपलब्ध कराई जावे. इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर आयोजित बैठकों में सीडब्लूसी के सदस्यों की उपस्थित अनिवार्य हो.

उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में एच और एक्स दवाईयों की बिक्री करने वाली फार्र्मेसी दुकानों पर अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं. उन्होंने निर्देश दिए कि त्रैमासिक बैठक प्रतिमाह आयोजित हो. उन्होंने निर्देश दिए कि शिक्षण संस्थाओं के आसपास नशे के उत्पादों की बिक्री नहीं हो. कोई भी व्यक्ति यदि इन स्थानों पर ऐसे उत्पाद बेचता है तो उस पर नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जावे. इस अवसर पर जिला कलक्टर ने बाल नशा मुक्ति पोस्टर का विमोचन भी किया.

 बाल कल्याण समिति का किया निरीक्षण
बैठक से पहले जिला कलक्टर ने बाल कल्याण समिति का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने बच्चों के लिए ओपन जिम, अभिभावकों के लिए टिन शेड तथा कूलर लगाने के प्रस्ताव बनाकर भिजवाने के निर्देश दिए. इसके अलावा तेजस्विनी बालिका खुला आश्रय गृह में कम्प्यूटर लगाने के प्रस्ताव भी भिजवाए जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि शिशु पालन गृह का नियमित निरीक्षण हो.

बैठक के दौरान बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पोद्दार, बाल संरक्षरण इकाई के सहायक निदेशक रामराज मीणा, सदस्य मीनाक्षी मेवाड़ा, रोहित, बाल संरक्षण अधिकारी गोविंद कुमार गौतम, राजकीय संप्रेक्षण गृह अधीक्षक हुकमचंद जाजोरिया, सरफराज आलम, दीपिका वशिष्ठ, घनश्याम दुबे, छुट्टन लाल शर्मा, टैगोर बाल गृह से दीपक ओझा आदि मौजूद रहे.

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