चित्तौड़गढ़ में चोरी हुई इको कार के मामले में पीड़ित ने सदर थाना पुलिस को सूचित किया लेकिन इसके बाद भी पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई. पीड़ित और लोगों का आरोप है कि सदर थाना पुलिस ने पैसे लेकर मामले को दबाने की कोशिश की. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
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Chittorgarh News: सदर थाना क्षेत्र के शेती निवासी व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर चोरी हुई इको कार के मामले में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर कार बरामद कराए जाने की मांग की है. इसके साथ ही ज्ञापन के माध्यम से सदर थाना पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया. पुलिस अधीक्षक को दिए ज्ञापन में मुकेश पिता भेरूलाल सेन निवासी शेती सहित सेन समाज के लोगों ने बताया कि मुकेश सेन की मारुति ईको कार 23 दिसंबर 2022 की रात्रि बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने से चोरी हो गई.
इस संबंध में सुबह सदर थाना पुलिस को सूचित किया गया लेकिन पुलिस ने प्रकरण दर्ज नहीं किया और न ही किसी तरह की कार्रवाई की. इसके बाद 26 दिसंबर को चोरी हुई को कार मंगलवार टोल प्लाजा के पास देखी गई जिस पर पीड़ित ने सदर थाना पुलिस को सूचित किया लेकिन इसके बाद भी पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई. मुकेश सेन ने इसके बाद मंगलवार के आसपास अपनी चोरी हुई कार की तलाश की. इसी दौरान एक कबाड़ी के पास चोरी हुई इको कार के टायर व अन्य सामान मिल गया.
जिसकी सूचना मंगलवार थाना पुलिस को भी दी गई. इसके बाद पुलिस ने कबाड़ी अशफाक नामक व्यक्ति को पकड़ लिया. ज्ञापन में बताया गया कि मंगलवार थाने में आरोपी ने उक्त कार को काट देने की बात कबूल की. साथ ही समझौते के नाम पर साढ़े ₹300000 दिए जाने की सहमति व्यक्त की. इसके पश्चात सदर थाने के एएसआई अशोक शर्मा आरोपी अशफाक को लेकर सदर थाने आए.
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जहां कुछ देर बाद अशफाक ने समझौते के मुताबिक रुपए देने से इनकार कर दिया. वहीं सदर थाना पुलिस द्वारा भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई. मुकेश सेन ने ज्ञापन के माध्यम से वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश कर चोरी की गई कार दिलाए जाने की मांग की है. इलाके के लोगों का आरोप है कि सदर थाना पुलिस पैसे लेकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश में है. समाज के लोगों ने एसपी राजन दुष्यंत से मिलकर इस बात की शिकायत की है.