आरती के भाई ने बताया कि 9 महीने पहले आरती को बेटा (मोहन )हुआ तो आरती के पति, सास-ससुर और देवर ने फोन कर कहा कि शादी में तो बहुत कम दहेज दिया था, अब मोहन को 5 भरी सोने के जेवरात और 1 लाख रुपये नकद दे देना.
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Sardarshahr : चूरू के सरदारशहर के वार्ड 15 में 29 जून को 2 साल पहले बिहार से दुल्हन बन कर आई एक महिला के अपना और अपने 9 महीने के बच्चे का गला काट कर खुदकुशी करने के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. महिला के भाई ने अपनी भाभी के साथ पुलिस थाने पहुंचकर दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया है.
थाना अधिकारी सतपाल विश्नोई ने बताया कि बिहार निवासी मृतका आरती के भाई हरिहर पुत्र चंद्रमान खरवार ने मामला दर्ज करवाया है कि मेरी छोटी बहन आरती का विवाह आज से करीब 2 साल पहले सरदारशहर के वार्ड 15 निवासी राम जांगिड़ पुत्र सुगनाराम जांगिड़ के साथ हुआ था. शादी के बाद आरती अपने ससुराल आकर रहने लगी, तब आरती का पति राम जांगिड़, सास संपत देवी, ससुर सुगनाराम जांगिड़, देवर लक्ष्मणराम दहेज की मांग को लेकर मारपीट कर तंग परेशान करते थे.
आरती के भाई ने बताया कि 9 महीने पहले आरती को बेटा (मोहन )हुआ तो आरती के पति, सास-ससुर और देवर ने फोन कर कहा कि शादी में तो बहुत कम दहेज दिया था, अब मोहन को 5 भरी सोने के जेवरात और 1 लाख रुपये नकद दे देना. जब हमने कहा कि हमारी इतनी हैसियत नहीं है कि हम इतना सोना और नगद रुपए दे सकें तो आरती के ससुरालवालों ने उसे टॉर्चर करना शुरू कर दिया.
आरती के भाई के मुताबिक वो मार्च महीने में सरदारशहर आया और बहनोई रामजांगिड़ और आरती के सास-ससुर समेत देवर को समझाया कि आप दहेज के लिए मारपीट मत करो, हमारी इतनी हैसियत नहीं है कि हम आपकी मांग पूरी कर सके, तो सभी ने कहा कि 1 दिन कभी भी आकर अपनी बहन की लाश ले जाना.
आरती के भाई ने कहा कि आरती का जब भी फोन आता था. तब आरती रोती थी और हमें बताती थी कि मेरे ससुराल वाले मुझे बहुत मारते हैं और मुझे बात करने के लिए फोन भी नहीं देते हैं, 29 जून की रात को हमारे घर आरती के ससुर सुगनाराम का फोन आया कि आपने हमारी दहेज की मांग पूरी नहीं की अब आरती की लाश ले जाओ.
फिर सरदारशहर थाने से भी फोन आया, जिस पर मैं और मेरी भाभी दीपावली देवी अपने गांव से रवाना होकर शनिवार रात को 9 बजे सरदारशहर पहुंचे और आरती के ससुराल गए तो आरती के पति, सास-ससुर और देवर लक्ष्मण ने हमारे पैर पकड़ लिये और बोले कि हमसे गलती हो गई, हमें माफ कर दो, फिर मैंने जानकारी की तो मोहल्ले के लोगों ने बताया कि 29 जून की शाम करीब 6 बजे आरती के रोने चिल्लाने की आवाजें सुनाई दी, हमने झांककर देखा तो उसका पति राम जांगिड़, सास संपत देवी, ससुर सुगनाराम जांगिड़ और देवर लक्ष्मण रामजांगिड़ उसे घसीट कर कमरे में ले जा रहे थे. जहां ग्राइंडर से गला रेत कर उसकी हत्या कर दी.
मोहल्ले के लोगों ने आरती के भाई को बताया कि भांजे मोहन का भी गला काटने की कोशिश थी लेकिन लाइट चली गई तो उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया. आरती का पोस्टमार्टम करवाकर दाह संस्कार कर दिया गया. अब रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है. लेकिन हौरान करने वाली बात ये कि अभी तक पुलिस ने कोई गिरफ्तारी नहीं की है.
रिपोर्टर- गोपाल कंवर
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