Churu news today: चूरू जिले के बीदासर में राजकीय प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, स्कूल में बच्चों के लिए पीने का पानी नहीं बिजली कनेक्शन भी नहीं है, जिसके चलते यहां पढ़ने वाले नन्हें मुन्हे बच्चों का गर्मी में बुरा हाल हो रहा है
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Churu news: राजस्थान में चूरू जिले के बीदासर में राजकीय प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, स्कूल में बच्चों के लिए पीने का पानी नहीं बिजली कनेक्शन भी नहीं है, जिसके चलते यहां पढ़ने वाले नन्हें मुन्हे बच्चों का गर्मी में बुरा हाल हो रहा है. स्कूल का निर्माण कार्य अधूरा होने से बगैर चार दिवारी के भवन चारों ओर से खुला हुआ है और चार पांच कमरे बने हुए हैं, जिनके खिड़की दरवाजे नहीं लगे हैं.
दीवारों के प्लास्टर व कमरों में फर्स भी नहीं डाली गई है जिसके कारण बच्चे मिट्टी पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे गर्मी में मिट्टी पर बैठ के बच्चे पढ़ रहे हैं. स्कूल में 50 छात्र-छात्राएं पढ़ते है, जिनको करीब दस दिनों से पोषाहार भी नहीं दिया जा रहा है. एक तरफ राजस्थान सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर है और बड़े-बड़े दावे भी कर रही है, इन दिनों विद्यालयों में प्रवेशोत्सव चल रहा है व नामांकन बढ़ाने के लिए भी सरकार द्वारा शिक्षकों पर दबाव दिया जाता है.
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मगर मूलभूत सुविधाओं को तरसने वाले विद्यालयों में देश का भावी भविष्य कैसे तैयार होगा. इस दौरान मीडिया में खबर आने के बाद प्रधान संतोष मेघवाल, पालिकाध्यक्ष सीताराम भोभरिया, भाजपा मंडल अध्यक्ष अरुण तिवारी अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ सुबह करीब 9 बजे स्कूल पहुंचे. निरीक्षण के दौरान स्कूल में ना कोई अध्यापक मिला ना ही विद्यार्थी मिले, जिस पर एसडीएम रमेश कुमार को फोन पर सूचना दी गई. एसडीएम ने तुरंत प्रभाव से तहसीलदार द्वारका प्रसाद शर्मा और शिक्षा विभाग के आरपी गुलाबचंद को मौके पर भेजा.
शिक्षा अधिकारी ने कहा कि शिक्षिका की तबियत खराब होने के कारण आज स्कूल में छुट्टी कर दी गई है. इस दौरान तहसीलदार शर्मा ने कहा कि स्कूल में लाइट पानी की व्यवस्था नहीं है और यह भवन स्कूल चलाने के योग्य नहीं है इसकी जानकारी मैं उपखंड अधिकारी को दूंगा और यह स्कूल अधूरे भवन में कैसे संचालित था इसकी जांच करवाई जाएगी. फिलहाल स्कूल के बच्चों को अन्य शुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा.
प्रधान मेघवाल ने कहा कि सरकार शिक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है और स्कूलों को इंग्लिश मीडियम में क्रमोन्नत किया जा रहा है लेकिन इस स्कूल के हालात देखकर सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. पालिकाध्यक्ष भोभरिया ने कहा कि मीडिया के माध्यम से पता चला तो मौका देखने पर देखा कि यहां बने कमरों में खिड़की दरवाजे नहीं लगे हैं. भवन में फर्स नहीं है बच्चे मिट्टी पर बैठकर पढ़ाई करते हैं, छत पर भी फर्स नहीं होने से बरसात का पानी टपकता है. इससे यही लगता है कि बच्चों के साथ शिक्षा के नाम पर खिलवाड़ किया जा रहा है.
REPORTER- NAVRATAN PRAJAPAT