Rajasthan Weather : मावठ से किसानों को मिली राहत, कोहरा व ठंड पड़ने से चना, सरसों व गेहूं की फसल को होगा लाभ
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Rajasthan Weather : मावठ से किसानों को मिली राहत, कोहरा व ठंड पड़ने से चना, सरसों व गेहूं की फसल को होगा लाभ

Rajasthan Weather :  राजस्थान के शरदार सरदारशहर में सोमवार को लगातार छटे दिन कोहरा आने से फसलों पर पानी की बूंदे जम गई है.जिसके कारण फसलों में बहुत अच्छा फायदा होगा. जिसके कारण किसान भी खुश नजर आ रहे हैं. 

Rajasthan Weather : मावठ से किसानों को मिली राहत, कोहरा व ठंड पड़ने से चना, सरसों व गेहूं की फसल को होगा लाभ

Rajasthan Weather News : सरदारशहर उपखंड इलाके में इस वर्ष मावठ की बारिश नहीं होने के कारण असिंचित फसलों को नुकसान हो रहा था. किसान फसलों को देखकर चिंतित दिख रहे है लेकिन सोमवार को लगातार छटे दिन कोहरा आने से फसलों पर पानी की बूंदे जम गई है.

छटे दिन कोहरा के बाद किसान भी खुश नजर आ रहे

जिसके कारण फसलों में बहुत अच्छा फायदा होगा. जिसके कारण किसान भी खुश नजर आ रहे हैं. किसान हंसराज प्रजापत ने बताया कि रबी की फसलों में ओस की बूंदे आने से सिंचित फसलों और असिंचित फसलों में बहुत अच्छा फायदा मिलेगा. जिसके कारण फसलों में उपज अच्छी होने की संभावना बनी है.

चना, सरसों व गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा

कृषि विभाग के कृषि पर्यवेक्षक राकेश जाखड़ ने बताया कि अगर ओस लगातार गिरती रहीं तो चना, सरसों व गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा. इस बार कम बारिश के कारण रबी की फसलें अधिक सिंचाई चाह रही है. ठंड पर्याप्त नहीं होने से फसल की ग्रोथ रूकी थीं लेकिन अब ओस का असर देखने को मिला है.

ठंड बढ़ने के साथ रात में ओस गिरने लगी

सहायक कृषि अधिकारी कृष्ण सारण ने बताया कि मौसम में आए बदलाव के बाद अब ठंड बढ़ने के साथ रात में ओस गिरने लगी है. ओस जम कर गिर रही है. जिसका असर फसलों को मिल रहा है. यह ओस सीधे पौधों पर गिरती है और तना से खिसक कर पौधों की जड़ों तक चली जाती है.

ओस की नमी से फसल का रंग रूप बदल रहा है. अगर लगातार ओस का सहारा फसलों को मिला तो निश्चित ग्रोथ बढ़ेगी उत्पादन भी ठीक होगा. इधर कम पानी की स्थिति के कारण भी कई जगह फसल को पानी की आवश्यकता है. यदि इसी तरह ओंस की बूंदी गिरती रहे तो किसानों को फायदा होने की उम्मीद है.

गेहूं के लिए मावठ की बारिश की अति आवश्यक

किसान प्रभुराम माली ने बताया कि गेहूं के लिए मावठ की बारिश की अति आवश्यक है. ओस आने से तापमान में आई गिरावट से फसलों की रुकी ग्रोथ बढ़ेगी. मौसम के करवट लेने के साथ तापमान में कमी आने से किसानों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई है. तापमान में कमी आने और सर्दी में तेजी से रबी की फसलों को काफी लाभ होगा.

अभी रबी की फसलें खेतों में अंकुरित हैं. कई खेतों में फसलों में विकास हो रहा है. तापमान में तेजी होने से बढ़वार पर असर पड़ रहा था. फसलें जिस तरह से बढ़ना चाहिए वैसी नहीं बढ़ रही थी. खेतों की नमी खत्म हो रही थी और फसलों को पानी जल्द देना पड़ रहा था. अब 6 दिनों से कोहरा भी हो रहा है. फसलों पर ओस भी गिरने लगी है.

बिजली सप्लाई रात्रि के बजाय दिन में दी जाए- किसान

किसान शंकर लाल प्रजापत ने बताया कि खेतों में फसलों पर सिंचाई करने वाले किसानों को भी खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, भयंकर सर्दी के बीच किसान जब पानी की लाइनों को बदलते हैं तो उन्हें काफी परेशानी होती है, रात्रि के समय में भयंकर ठंड के बीच पाइपलाइन को बदलकर दूसरी जगह लगाना पड़ता है, उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे तापमान अब जमाव बिंदु पर पहुंच जाएगा, किसान मांग कर रहे हैं कि बिजली सप्लाई रात्रि के बजाय दिन में दी जाए.

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वहीं लगातार को कोहरा आने से आम जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है, न्यूनतम तापमान 4 डिग्री पहुंच चुका है जिसके चलते कड़ाके की ठंड का दौर भी जारी है. हाईवे पर वाहनों की गति में ब्रेक लग गए हैं और लोग अलाव का सहारा लेकर जीवन यापन करते हुए दिखाई दे रहे हैं घरों में ग्राम पकवान बनाकर गर्मी को दूर करते हैं और सर्दी के बीच स्वादिष्ट व्यंजनों का भी स्वाद लेते हैं.

कृषि पर्यवेक्षक राकेश जाखड़ ने बताया कि तापमान में कमी आने से सभी फसलों को लाभ होगा. खासतौर से उन फसलों को ज्यादा लाभ मिलेगा. जो अभी अंकुरित हो रही थीं. अंकुरित के समय पौधा कमजोर रहता है, जो तेज धूप सहन नहीं कर पाता. तापमान में कमी के साथ ओस भी गिर रही है.  लहसुन और धनिए की फसल के लिए किसानों को सल्फर पाउडर का उपयोग कर लेना चाहिए. दोनों फसलों में सल्फर डालने से काफी फायदा होगा.

नायब तहसीलदार प्रहलादराय पारीक ने बताया कि सरदारशहर उपखंड क्षेत्र वैसे सिंचित क्षेत्र माना जाता है. ऐसे में भादासर, बधनाऊ, रामसीसर, भोजासर, बिकमसरा, करणसर, रंगाईसर, लूणासर, मालकसर, मालसर, पातलीसर, भानीपुरा, साडासर सहित करीबन 70 गांवो में इस ओस की बूंदों का बहुत अच्छा फायदा मिलेगा. यहां पर किसानों की फसलों में ज्यादा तापमान होने के कारण नुकसान हो रहा था. लगातार ओस आने का फायदा मिलेगा.

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