Ram Mandir: 22 जनवरी के दिन भारतवर्ष के लोगों के लिए दिवाली जैसा दिन होगा. सैकड़ों वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है.
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दौसा न्यूज: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश भर में उत्सव का माहौल है. हर कोई प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला पहुंचाना चाहता है. ऐसे में अयोध्या कोई बाई एयर पहुंचेगा तो कोई वाहन से लेकिन कुछ ऐसे भी राम भक्त हैं जो सैंकड़ों मिल का सफर पैदल तय कर रहे हैं और प्राण प्रतिष्ठा के दिन अयोध्या पहुंचेंगे.
22 जनवरी के दिन भारतवर्ष के लोगों के लिए दिवाली जैसा दिन होगा. सैकड़ों वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. ऐसे में इस सौभाग्य के दिन को कोई भी नहीं गवाना चाहता. इस दिन देश भर में घर घर दीपोत्सव जैसा माहौल होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैतृक गांव गुजरात के वडनगर से दर्जनों राम भक्त करीब 1240 किलोमीटर का सफर अयोध्या के रामलला पहुंचने के लिए पैदल तय कर रहे हैं. उनका यह सफर करीब 41 दिन में पूरा होगा फिलहाल इन रामभक्तों का काफिला गुजरात के वडनगर से दौसा के मेहंदीपुर बालाजी पहुंचा है. जिनका रात्रि पड़ाव बालाजी में ही रहा. आज यानी रविवार को सुबह ये अपना सफर फिर से शुरू करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैतृक गांव गुजरात के वडनगर से अयोध्या जाने के लिए आया राम भक्तों का यह जत्था श्री राम ज्योति पदयात्रा संस्थान के संयोजक पवन भाई चौधरी के नेतृत्व में अयोध्या जा रहा है. पदयात्रा के साथ रामलला नवनिर्माण मंदिर की भव्य झांकी भी रथ पर सवार है. जैसे ही राम भक्तों की पदयात्रा का जत्था मेहंदीपुर बालाजी पहुंचा तो स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत भी किया. इस दौरान यात्रा संयोजक पवन भाई चौधरी ने कहा राम लला कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूर्व में सैकड़ों राम भक्तों ने आहुतियां दी और 22 जनवरी को यह सपना साकार होने जा रहा है. इसको लेकर देश का हर हिंदू अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
उन्होंने कहा जिस रामलला मंदिर के लिए सैकड़ो वर्ष संघर्ष चलता रहा आखिरकार वह घड़ी अब आ गई. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांव से पैदल निकले यह राम भक्त रास्ते में जगह-जगह लोगों को यह संदेश भी देते जा रहे हैं की रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन यानी 22 जनवरी को अपने घर पर दीपक जरूर जलाएं.
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