बाड़ी में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े घटिया निर्माण से बने नवनिर्मित टॉयलेट, पसरी गंदगी
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बाड़ी में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े घटिया निर्माण से बने नवनिर्मित टॉयलेट, पसरी गंदगी

सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत साफ-सफाई के साथ टॉयलेट और सुलभ शौचालय के लिये पानी की तरह पैसे बहाये थे, जिससे गंदगी न फैले और लोगों को सुविधाएं भी मिल सकें लेकिन जिम्मेदारों के गैर जिम्मेदाराना रवैया के चलते यह मिशन भ्रष्टाचारियों के लिये एक बड़ा स्वर्णिम अवसर बन गया.

बाड़ी में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े घटिया निर्माण से बने नवनिर्मित टॉयलेट, पसरी गंदगी

Bari: धौलपुर जिले के बाड़ी में बाड़ी नगरपालिका के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण नगर के नवनिर्मित टॉयलेट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर जीर्ण-शीर्ण और कंडम हो चुके हैं. वहीं पुराने टॉयलेट गंदगी और बदबू का केंद्र बन बीमारियां फैला रहे हैं. सुविधा के लिए बनाए गए यह टॉयलेट अब लोगों की असुविधा के सबसे बड़े कारण बन चुके हैं, जिसके कारण लोगों को दीवारों, नालियों और कोनों का सहारा लेना पड़ रहा है.

यूं तो शहर के बाजारों और सार्वजनिक जगहों पर टॉयलेट सुविधाओ का शुरू से ही टोटा रहा है, लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत नगर में नगरपालिका द्वारा लाखों रुपये खर्च कर नये टॉयलेटों का निर्माण कराया गया था, लेकिन नगरपालिका में व्याप्त कमीशनखोरी के कारण घटिया निर्माण कार्य से बने यह टॉयलेट कुछ महीनों में ही कंडम हो गये, जो आज भी गंदगी और बदबू के बुत बने खड़े हुये हैं. वहीं, दूसरी ओर पुराने चुनिंदा टॉयलेटों की भी नियमित साफ-सफाई नहीं होने से यह भी बदबू और गंदगी का केंद्र बने हुये हैं.

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यहां बने थे नवनिर्मित टॉयलेट
सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत साफ-सफाई के साथ टॉयलेट और सुलभ शौचालय के लिये पानी की तरह पैसे बहाये थे, जिससे गंदगी न फैले और लोगों को सुविधाएं भी मिल सकें लेकिन जिम्मेदारों के गैर जिम्मेदाराना रवैया के चलते यह मिशन भ्रष्टाचारियों के लिये एक बड़ा स्वर्णिम अवसर बन गया क्योंकि इस मिशन के तहत जितने भी शौचालय और टॉयलेटो का निर्माण कराया था, वह घटिया तकनीकी निर्माण के कारण आज कंडम हो गये हैं, जिनमें कांसोटि खेड़ा रोड, किला मोहल्ला, किला गेट, मोदी गली मोदीपाड़ा पुरानी सब्जीमंडी बैंकों और हॉस्पिटल के रास्ते गुरु की बगिया, खेल मैदान के अलावा कई जगहों पर बनाये गये टॉयलेट और शौचालयों सुविधा विहीन खड़े हुए हैं.

चुनिंदा टॉयलेट फिर भी नहीं होती नियमित सफाई
पुराने समय के बने होने के कारण कुछ टॉयलेट नगर में संचालित है लेकिन उनकी भी नियमित साफ-सफाई नहीं होने से लोग उनका उपयोग करने से किनारा करते है इन टॉयलेटो में किसी की सीट टूटी है तो किसी का पाईप किसी की नालियां बन्द है तो किसी के दरवाजे टूटे हैं. कोई इतना संकीर्ण है कि व्यक्ति खड़ा भी न हो सके, स्थिति यह है कि सफाई कर्मचारी भी इन टॉयलेट के पास कूड़े का ढेर एकत्रित कर देते हैं, जिसके कारण लोग इनका उपयोग करना तो दूर बदबू के कारण नाक बंद कर निकलते हैं.

नहीं है सार्वजनिक शौचालय और महिला टॉयलेट
यूं तो नगरपालिका में लगभग एक लाख के आसपास की आबादी है, वही लगभग 50 किलोमोटर दूरी से लोग यहां के बाजारों में खरीददारी करने आते है, जिसमें उन्हें सुबह से शाम तक हो जाती है, लेकिन विडम्बना यह है कि नगर में न तो महिला टॉयलेट की कोई व्यवस्था है और न ही सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों की, ऐसे में लोगों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है या तो वह किसी चाय की थड़ी या दुकान से बोतल लेकर खुले में जाते है या फिर अन्य साधनों को अपनाते है, टॉयलेट और शौचालयों के लिए शहर के ज्यादातर लोगों को दीवारों के कोने, नालियां और गंदे स्थानों पर देखा जा सकता है.

जिम्मेदारों ने फाइलों में किया शहर को ओडीएफ घोषित
शौचालयों और टायलेट के अभाव में लोगो को पानी की बोतलों और अन्य साधनों के साथ खेतों और खुले में बड़ी संख्या में आज भी शौच करते देखा जा सकता है, जो शौचालयों के लिये 12 हजार रुपये किस्त वितरित की गई थी, उन शौचालयों का आज भी अता-पता दिखाई नहीं देता है. लेकिन जिम्मेदारों ने एयरकंडीशनर कार्यालयों में बैठकर शहर को कही हद तक ओडीएफ घोषित कर दिया है, उन्होंने जमीनी स्तर पर ना तो लोगो की सुविधाओं को देखने का प्रयास किया है और ना ही इससे फैल रही गंदगी व बीमारियों को लेकर गम्भीर हुये है, ऐसा लगता है स्वच्छ भारत मिशन, स्वच्छता के लिये नही, बल्कि जिम्मेदारों और उनके अनुयायियों के लिये भ्रष्टाचार करने का स्वर्णिम अवसर था.

वहीं इसको लेकर बाड़ी एसडीएम ने बताया कि नगर में नवनिर्मिति टॉयलेट घटिया निर्माण के चलते कंडम हो गये और वर्तमान में जो संचालित है. उनकी साफ-सफाई नहीं होती, इसके लिये पहले भी नगरपालिका को निर्देशित किया है, एक बार फिर उन्हें टॉयलेट सुधार हेतु कड़ाई से निर्देशित किया जाएगा.

बनेंगे नए शौचालय
इस पूरे मामले में बाड़ी नगरपालिका ईओ रामजीत सिंह ने कहा कि सभी शौचालयों का सर्व कराएंगे सर्वे कराने के बाद जिन-जिन में जो कमी है, उनको दोबारा रिपेयर करा देंगे, जहां नए की आवश्यकता होगी, वहां नए शौचालय बनवा देंगे.

Reporter- Bhanu Sharma

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