महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मनाया गया शहीद दिवस, कलेक्ट्रेट में हुआ पुष्पांजलि कार्यक्रम
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1550905

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मनाया गया शहीद दिवस, कलेक्ट्रेट में हुआ पुष्पांजलि कार्यक्रम

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर शहीद दिवस मनाया गया. कलेक्ट्रेट मेंपुष्पांजलि कार्यक्रम  हुआ,

 

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मनाया गया शहीद दिवस, कलेक्ट्रेट में हुआ पुष्पांजलि कार्यक्रम

Dungarpur: डूंगरपुर जिला प्रशासन की ओर से महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर शहीद दिवस कलेक्ट्रेट में मनाया गया. इस मौके पर कलेक्ट्रेट परिसर में पुष्पांजलि कार्यक्रम में हुआ. इस दौरान कलेक्ट्रेट स्थित गांधी प्रतिमा पर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन व याद किया. वही इसके बाद जिला परिषद सभागार में संगोष्ठी का भी आयोजन किया. 

बॉडी-शहीद दिवस के मौके पर जिला प्रशासन की ओर से पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस मौके पर  अनुसूचित जाति एवं वित्त विकास निगम के अध्यक्ष (राज्यमंत्री) डॉ. शंकर यादव, जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री, अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमेन्द्र नागर, उप जिला प्रमुख सुरता परमार, उपखण्ड अधिकारी डंूगरपुर प्रवीण कुमार मीणा, गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक लक्ष्मी लाल जैन एवं सह संयोजक उमेश रावल सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने गांधी की प्रतिमा पर सुत की माला एवं माल्यार्पण किया. वही उन्हें नमन किया. वही इसके बाद सभी ने 2 मिनिट का मौन रखते हुए गांधी को श्रद्धांजलि दी. 

जिला सभागार में हुई संगोष्ठी

इधर शहीद दिवस पर जिला परिषद सभागार  में संगोष्ठी का आयोजन हुआ. संगोष्ठी के मुख्य अतिथि अनुसूचित जाति एवं वित्त विकास निगम के अध्यक्ष (राज्यमंत्री) डॉ. शंकर यादव रहे. इस मौके पर डॉ यादव  ने संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधीजी अतिथि नहीं बल्कि देश का एक भविष्य है. उन्होंने देशवासी और जिलेभर के नागरिको से अपील की है कि गांधीजी के चलने के विचार धाराओं को अपनाकर आने वाली पीढि़यों के लिये चलने के लिये प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि गांधीजी सत्य अंहिसा सद्भाव विचार धाराओ के थे आज वर्तमान में हिंसक आंतकवाद से गांधीजी दर्शन को खतरा है.

कार्यक्रम में जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी के बारे में सभी आने वाली पीढि़यो के गुणो के बारे में अवगत कराया. इसके पश्चात् सभी गणमान्य नागरिकों ने गांधीजी के विचार धाराओं को प्रेरित किया. 

Trending news