डूंगरपुर कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने अपना पद संभालने के बाद पहली बार डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल और कोविड अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया.
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Dungarpur: राजस्थान के डूंगरपुर कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने अपना पद संभालने के बाद पहली बार डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल और कोविड अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं और सफाई का निरीक्षण किया, जिसमें अस्पताल के गंदे टॉयलेट्स देखकर कलेक्टर डॉ यादव ने नाराजगी जताई और अस्पताल प्रशासन को स्वच्छता से कोई समझौता नहीं करने, अस्पताल के टॉयलेट्स और परिसर को साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिए.
कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल और कोविड अस्पताल का निरीक्षण करते हुए अस्पताल प्रशासन को दिशा-निर्देश दिए. कलेक्टर डॉ. यादव ने अस्पताल में लेबोरेट्री को देखा ओर मुख्य द्वार पर लाल लाईन अवरोधक के रूप में करने के निर्देश प्रदान किए हैं, ताकि कोई भी मरीज अपनी जांच को लेकर बिना प्रिकोशन के अंदर प्रवेश नहीं कर पाएं. साथ हीं, उन्होंने अस्पताल में वार्डों को भी देखा और उसमें टूटी हुई टाईल्स और फर्श की मरम्मत कराने के निर्देश प्रदान किए.
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने अस्पताल में सुविधा घर (वॉशरूम) में गंदगी को लेकर नाराजगी जताते हुए सफाई कर्मियों का मेन पावर बढ़ाने के निर्देश दिए है. उन्होंने मरीजों को दी जाने वाली दवाईयों के बारे में जानकारी ली. इस पर अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर ने बताया कि अस्पताल में दवाईयां उपलब्ध नहीं होने पर मेडिकल ऑफिसर स्वयं खरीद का लाकर बिल सहित मरीजों को दी जाती है.
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने कोविड अस्तपाल का निरीक्षण किया और टूटे फर्श और दिवारों पर लगी टाईल्स टूटने के बारे में जानकारी ली. इस पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. महेश पुकार ने बताया कि कोरोना काल में ऑक्सीजन के सिलेंडर एक स्थान से दूसरे स्थान और वार्ड में पहुंचाने पर फर्श टूट जाने के बारे में जानकारी दी. इस पर कलेक्टर डॉ. यादव ने फर्श टूटना सिलेंडर से हुआ है, लेकिन दिवारों पर लगी टाईल्स टूट गई हैं और उसकी मरम्मत कराने के निर्देश प्रदान दिए हैं.
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निरीक्षण के दौरान कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने निर्माण एजेंसी हेडऑवर करने के बारे में जानकारी ली. इस पर प्राचार्य डॉ. महेश पुकार एवं डॉ. महेन्द्र डामोर ने बताया कि कोविड आ जाने से अस्तपाल के भवन को टेक ऑवर कर लिया गया है, लेकिन अभी तक हेडऑवर करना बकाया है. इस पर कलेक्टर डॉ. यादव ने निर्माण एजेंसी को बुलाकर अस्तपाल की मरम्मत करवाने के निर्देश प्रदान किए हैं.
Reporter- Akhilesh Sharma
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