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हनुमानगढ़: यातायात पुलिस ने सालासर और माता ब्राह्मणी मंदिर पल्लू दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा के लिए रिफलेक्टर और रेडियम लगाकर आगे भेजने की अनूठी मुहिम चलाई है. यातायात थाना प्रभारी अनिल चिंदा की अगुवाई में यातायात पुलिस पैदल यात्रियों और साइकिल सवार यात्रियों और दुपहिया वाहनों पर सवार श्रद्धालुओं के रोककर उनकी बाइक के चारों तरफ पैदल यात्रियों के पीठ पर टंगे. बैक पर रिफलेक्टर और रेडियम लगा कर भेज रही है.
साथ ही रास्ते में सड़क पर किस तरह से चलना है उसको लेकर भी श्रद्धालुओं की समझाइश दी जा रही है. यातायात पुलिस न सिर्फ दिन में बल्कि 24 घंटे अलग अलग शिफ्ट में कार्मिकों की ड्यूटी लगाकर इस मुहिम को चला रहे हैं. सालासर और पल्लू मां ब्रह्माणी के दर्शन के लिए मेले के समय हजारों श्रद्धालु पैदल, साइकिल और दुपहिया वाहनों से जाते हैं. इसमें न सिर्फ राजस्थान, बल्कि हरियाणा और पंजाब से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
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सालासर मेले के समय कई सड़क दुर्घटनाओं में कई श्रद्धालु अंधेरे और लापरवाहियों के चलते दुर्घटनाओं का शिकार होकर न सिर्फ घायल हो जाते थे. बल्कि कई दुर्घटनाओं में तो कई श्रद्धालु अपनी जान तक गंवा चुके हैं. इसी को लेकर यातायात पुलिस में इस मुहिम की शुरुआत की थी, ताकि अंधेरे में रेडियम चमकता रहे और दूर से ही बड़े वाहन पैदल और दुपहिया सवार लोगों को देख सके।
यातायात थाना के बाहर श्रद्धालुओं के लिए विशेष बूथ बनाकर यातायात थाना प्रभारी अनिल चिंदा की अगुवाई में यातायात पुलिस कार्मिक श्रद्धालुओं के लिए रिफ्लेक्टर और रेडियम लगाने का विशेष अभियान चलाए हुए हैं. यातायात थाना प्रभारी अनिल चिन्दा ने बताया कि हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सड़क पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के समय हादसों में कमी लाने का पुलिस का प्रयास लगातार जारी है.
दर्शन के लिए श्रद्धालु पैदल, साइकिल और बाइक सहित अन्य साधनों से यात्रा कर रहे हैं. इनकी सुरक्षा को लेकर यह अभियान चलाया जा रहा है. रिफलेक्टर और समझाइश के साथ ही पुलिस ने गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं के लिए पानी की व्यवस्था भी कर रखी थी.
ट्रैफिक रुल्स की दी जा रही जानकारी
यातायात प्रभारी अनिल चिन्दा के अनुसार रिफलेक्टर के साथ ही श्रद्धालुओं से सड़क के किनारे लाइन से चलने, झुंड बनाकर नहीं चलने, रात के समय टॉर्च का उपयोग करने, विश्राम के समय सड़क के किनारे नहीं बैठने और सड़क 10 फीट की दूरी पर ही विश्राम करने, सड़क पार करते समय दोनों तरफ देखने, सड़क पर लगे ट्रैफिक संकेतों की पालना करने, सड़क पर कचरा पॉलिथीन आदि नहीं फेंकने, साइकिल व दोपहिया वाहन पर जा रहे श्रद्धालुओं को लाइन बनाकर चलने, दोपहिया वाहन पर दोनों सवारी के हेलमेट पहनने, धीमी गति से चलाने, वाहन के आगे-पीछे रेडियम और रिफ्लेक्टर लगाने, इंडिकेटर का प्रयोग करने, वाहन को सड़क से दूर खड़ा करने, शराब पीकर वाहन नहीं चलाने साथ ही दुर्घटना होने पर पीड़ित व्यक्ति की मदद करने की अपील भी की जा रही है. इसके अलावा विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगाए गए भंडारों को भी सड़क से 15 फीट दूरी पर लगाने का आह्वान यातायात पुलिस द्वारा किया जा रहा है.
अभियान चलाने से पहले भी हादसों पर लगा ब्रेक
इससे पहले वर्ष 2016, 17, 18 और 19 में भी यातायात पुलिस ने इसी तरह की मुहिम चलाई थी, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के वाहनों और बैग पर रिफ्लेक्टर लगाए गए थे और उसका प्रभाव यह देखने को मिला था की सड़क पर श्रद्धालुओं की भीड़ से बढ़ती दुर्घटनाओं पर प्रभावी रोक लग रोक लग पाई थी. 2020 और 21 में कोरोना काल के चलते श्रद्धालुओं को पल्लू और सालासर जाने का मौका नहीं मिल पाया था, जिसके चलते इस वर्ष श्रद्धालुओं की भीड़ पिछले वर्षों की तुलना में काफी ज्यादा है, लेकिन हादसों में इस बार काफी कमी देखने को मिली है. यातायात प्रभारी चिंता ने बताया कि पुलिस का यह प्रयास है कि सड़क पर सभी की यात्रा सुरक्षित हो इसी ध्येय को लेकर पुलिस ने ये मुहिम चला रखी है.
Reporter- Manish Sharma