गहलोत ने आगे कहा कि कोविड-19 संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद राज्य में आर्थिक गतिविधियां इस तरह से बढ़नी चाहिए कि राजस्व तेजी से मिलने लगे.
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Jaipur: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 के प्रसार पर अंकुश के लिए लगाए गये लॉकडाउन के कारण राज्य के राजस्व में 80 प्रतिशत गिरावट आई है. गहलोत ने आगे कहा कि कोविड-19 संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद राज्य में आर्थिक गतिविधियां इस तरह से बढ़नी चाहिए कि राजस्व तेजी से मिलने लगे.
मुख्यमंत्री हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL) द्वारा राज्य सरकार को कोविड-19 के खिलाफ जारी लड़ाई में मदद के लिए 500 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर (Oxygen Concentrator) सौंपने के मौके पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में बोल रहे थे.उन्होंने कहा, ‘हमने लॉकडाउन लगाया लेकिन हमारी वित्तीय स्थिति यूनाइटेड किंगडम (UK) की तरह नहीं है. इसलिये हम आज परेशानी में हैं. लॉकडाउन के कारण हमारा 80 प्रतिशत राजस्व घट गया है.'
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मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह स्थिति इसकी (कोविड- 19 के कारण लगाये गये लॉकडाउन) वजह से बनी है. इसलिए हम चाहते हैं कि राजस्थान में कोविड-19 मामलों में कमी आने के बाद गतिविधियां इस तरह से बढ़ें कि राजस्व फिर से आने लगे.’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 टीके को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. राज्य में 5.81 लाख टीके प्रतिदिन लगाए गए हैं. कार्यक्रम में भाग लेते हुए वेदांता रिसोर्सिज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘कोविड-19 की दूसरी लहर का हमारे जीवन और हमारे आसपास पड़े प्रभाव को लेकर मैं बहुत चिंतित हूं.’
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उन्होंने कहा कि मौजूदा मुश्किल दौर में वेदांता समूह अपने लोगों और सरकार के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है. ‘महामारी के खिलाफ लड़ाई में हम देशभर में अपना पूरा सहयोग देने के लिये प्रतिबद्ध हैं.’ ‘हिन्दुस्तान जिंक और केयर्न इंडिया के जरिये राजस्थान हमेशा से ही मेरे दिल के करीब रहा है. हम यह लगातार ध्यान रखेंगे कि प्रशासन को हमारी इकाइयों से ऑक्सीजन और अस्पताल के बिस्तरे की सुविधा प्राथमिक रूप से आपूर्ति और उपलब्ध कराई जाती रहे.’ हिन्दुस्तान जिंक और केयर्न इंडिया, वेदांता समूह की कंपनियां हैं.
(इनपुट-भाषा)