ऑपरेशन थियेटर में एसी बंद, टपकते पसीने के साथ मरीजों का ऑपरेशन करते हैं डॉक्टर
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ऑपरेशन थियेटर में एसी बंद, टपकते पसीने के साथ मरीजों का ऑपरेशन करते हैं डॉक्टर

Baran : राजस्थान के बारां जिला अस्पताल की व्यवस्था बदहाल है, ऑपरेशन थिएटर में लगे पुराने एयरकंडीशनर खराब है, ऐसें में सर्जरी के लिए ये अनुकूल वातावरण नहीं है. मरीजों की जान जोखिम में डालकर  ऑपरेशन करने को चिकित्सक मजबूर हैं. वही गर्मी के कारण सर्जरी कर रहे डाक्टर और स्टॉफ पसीने से भरे रहते हैं.

ऑपरेशन थियेटर में एसी बंद, टपकते पसीने के साथ मरीजों का ऑपरेशन करते हैं डॉक्टर

Baran : राजस्थान के बारां जिला अस्पताल की पुरानी विंग के दो ऑपरेशन थिएटर में भीषण उमस और गर्मी के बीच डॉक्टर ऑपरेशन करते समय पसीने से लथपथ हो जाते हैं. ओटी टेबल पर मरीज को हाई ब्लडप्रेशर और डिहाइड्रेशन का खतरा रहता है. वहीं गंभीर संक्रमण की आशंका भी बढ़ जाती है.

ऑपरेशन थिएटर में कई महीनों से एयर कंडीशनर बंद होने से यह हालात बने हुए हैं. जिला अस्पताल के पुरानी विंग परिसर में तीन ऑपरेशन थिएटर बने हुए हैं. इनमें से एक हॉल में ऑर्थोपेडिक सर्जरी का ऑपरेशन थिएटर है. जिसमें सभी एसी सुचारू हैं.

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दूसरे हॉल में ईएनटी (नाक, कान, गला) और तीसरे में सामान्य सर्जरी के लिए ऑपरेशन थिएटर है. दोनों ऑपरेशन थिएटर में ही कई सालों से पुराने एसी ही लगे हुए हैं, जो कई महीनों से बंद पड़े हुए हैं. ऐसे में यहां विभागीय मापदंडों के अनुसार दोनों ओटी में मरीजों की सर्जरी को लेकर अनुकूल वातावरण नहीं मिल पा रहा है.

दबाव में डॉक्टर रिस्क उठाकर मरीजों का ऑपरेशन करने को मजबूर हैं. एसी बंद होने के कारण यहां काफी देर तक ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर और स्टाफ पसीने से तरबतर हो जाते हैं. ऑपरेशन कर रहे स्टाफ की ओर से ऑपरेशन के दौरान पहने जाने वाली गाउन भी पसीने से तरबतर हो जाती है. डॉक्टर और अन्य स्टाफ पसीने से लथपथ हालत में कार्य में जुटे रहते हैं.

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वरिष्ठ सर्जन डॉ. देवीशंकर नागर ने बताया कि ऑपरेशन थिएटर नंबर 1, ओटी नंबर 2 में एसी बंद होने के कारण यहां गर्मी से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. डॉक्टर और स्टाफ भी पसीना-पसीना हो जाते हैं. ऐसे वातावरण में डॉक्टर और स्टाफ की तबीयत बिगड़ने और बीपी बढ़ने का अंदेशा बना रहता है.

ऑपरेशन को लेकर पहले से ही स्ट्रेस रहने के कारण मरीज का ब्लड प्रेशर कम होने और हार्ट अटैक का भी खतरा बना रहता है. मरीजों की सर्जरी के अनुकूल वातावरण रहना बेहद जरूरी है, ताकि मरीज रिलेक्स रहे. समस्या को लेकर अस्पताल प्रबंधन को अवगत करवा दिया है. अस्पताल प्रशासन की ओर से एसी सुधरवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.

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आपको बता दें कि जिला अस्पताल में महीने में 330 ऑपरेशन होते हैं, फिर भी हो रही अनदेखी की जा रही है जिला अस्पताल के दोनों ऑपरेशन थियेटर में लगे एयर कंडीशनर कई महीनों से बंद पड़ हुए है. यहां ओटी में महीने में सामान्य सर्जरी के करीब 150, ईएनटी के 80, ऑर्थो के 100 ऑपरेशन औसतन हो जाते हैं.

ऑपरेशन थिएटर में एसी बंद होने के कारण यहां तापमान अधिक होने के कारण डॉक्टर, स्टाफ और मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. डॉक्टर-स्टाफ को ऑपरेशन-डे के दिन काफी देर तक विशेष गाउन पहनकर ऐसे वातावरण में ऑपरेशन करने पड़ रहे हैं, हालांकि चिकित्सकों और स्टाफ की ओर से मरीजों के ऑपरेशन के दौरान पूरी सावधानी बरती जाती है. लेकिन जिला अस्पताल की बदहाल व्यवस्था चिकित्सा सुविधा पर सवाल खडें रही है.

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रिपोर्टर- राम मेहता

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