Covid-19 New Vareint: शोधकर्ताओं ने ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट BA.5 को ज्यादा संक्रामकता दर वाला बताया है. विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना के अन्य वैरिएंट से है यह अलग है और इसके लक्षण भी अलग तरह के हैं.
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Coronavirus New Vareint: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से अभी कोई भी उभर नहीं पाया है. भारत की ही बात करें तो पिछले 1 महीने में हर रोज 17 हजार के आसपास लोग कोरोना से संक्रमित पाए जा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में फिर से 18257 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. इतना ही नहीं बल्कि देखते ही देखते देश में कोरोना के एक्टिव केस बढ़कर सवा लाख के आंकड़े को पार कर गए.
मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक देश में ओमिक्रॉन और उसके सब-वैरिएंट्स के कारण हालात बिगड़ रहे हैं, जिसको लेकर लोगों से विशेष सतर्कता बरतने को कहा जा रहा है. देश में रिपोर्ट किए जा रहे ज्यादातर मामलों में ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.2, BA.4 और BA.5 को प्रमुख कारण के रूप में माना जा रहा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक शोधकर्ताओं ने ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट BA.5 को ज्यादा संक्रामकता दर वाला बताया है. विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना के अन्य वैरिएंट से है यह अलग है और इसके लक्षण भी अलग तरह के हैं.
तो चलिए जानते हैं कि ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट BA.5 में किस तरह के लक्षण देखे जा रहे हैं?
BA.5 सब-वैरिएंट बन सकता है मुसीबत
कोरोना पर अध्ययन करने वाली शोधकर्ताओं की टीम ने आशंका जाहिर की है कि ओमिक्रॉन का यह सब-वैरिएंट कई देशों में संक्रमण की एक लहर का बड़ा कारण बन सकता है. अगर भारत की बात करें तो देश के कई हिस्सों में इस वैरिएंट से संक्रमित लोगों को पाया गया है. वैज्ञानिकों का मानना है कि BA.5 कोरोना के वेरिएंट्स से अलग है और यह कोविड होने के कुछ हफ्ते के भीतर लोगों को फिर से संक्रमित करता हुआ भी पाया जा रहा है.
लक्षण भी अलग तरह के है
अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट BA.5 के लक्षण भी अलग तरह के है. इस वैरिएंट के लक्षण ऐसे हैं जो अब तक किसी भी वैरिएंट में नहीं पाए गए हैं. आयरलैंड स्थित ट्रिनिटी कॉलेज डबलिन के प्रोफेसर ल्यूक ओ'नील ने एक रेडियो शो में बताया है कि BA.5 संक्रमितओं में अन्य लक्षणों के साथ रात में पसीना आने की भी समस्या देखी गई है और इसके अलावा इस वैरिएंट से री इंफेक्शन को लेकर जिस तरह का खतरा है वह निश्चित ही चुनौती पैदा करने वाला है.
क्या कहना है शोधकर्ताओं का?
प्रोफेसर ल्यूक का कहना है कि यह वैरिएंट प्रतिरक्षा प्रणाली और टी कोशिकाओं से किस तरह का व्यवहार कर रहा है, इसे समझने के लिए अध्ययन किया जा रहा है. हालांकि राहत की बात बस यह है कि जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है या फिर जो लोग बूस्टर शॉट ले चुके हैं, उनमें इस गंभीर बीमारी का खतरा नहीं देखा जा रहा, इसका मतलब यह है कि टीकाकरण को बढ़ावा देकर इसके दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है.
बढ़ रहा है एक और लहर का खतरा
BA.5 भारत, यूरोप सहित कई देशों में तेजी से संक्रमण बढ़ा रहा है. इस सप्ताह अमेरिका में भी यह प्रमुख वैरिएंट के रूप में देखा गया है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सभी देशों को कोरोना के इस नए खतरे को लेकर विशेष सावधानियां बरतने की जरूरत है. लोगों को इसके लक्षण, दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना और बचाव के उपाय करना बेहद आवश्यक है. अगर इस सब-वैरिएंट की रफ्तार पर कंट्रोल नहीं किया गया तो कई देशों में यह एक नई लहर का कारण बन सकता है.
नोट: यह आर्टिकल मेडिकल रिपोर्ट्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञ के सुझाव के आधार पर लिखा गया है. इस आर्टिकल को पाठक की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए लिखा गया है, ज़ी मीडिया आर्टिकल में प्रदत्त जानकारी और सूचना को लेकर किसी भी तरह का दावा नहीं करता है और ना ही इसकी जिम्मेदारी लेता है. इस आर्टिकल में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें.