दौसा के लालसोट का डॉ. अर्चना सुसाइड मामला एक बार फिर चर्चाओं में है. भाजपा नेता जितेंद्र गोठवाल ने FSL रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
Trending Photos
Jaipur/ Dausa: दौसा के लालसोट का डॉ. अर्चना शर्मा सुसाइड मामले में बीजेपी नेता जितेंद्र गोठवाल ने एफएसएल रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं. एफएसएल की रिपोर्ट में डॉ अर्चना शर्मा के सुसाइड नोट के दस्तखत का मिलान कर तस्दीक की गई है. इस पर जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि सामान्य बुद्धि का व्यक्ति भी अंतर देख सकता है. साथ ही गोठवाल ने गृह विभाग में ज्ञापन देकर सुसाइड नोट के दस्तखत की निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराने की मांग की है.
दरअसल इस साल मार्च में हुआ लालसोट का डॉ अर्चना शर्मा सुसाइड मामला एक बार फिर चर्चा में है. इस बार मामले में आरोपी रहे बीजेपी नेता जितेन्द्र गोठवाल ने सवाल उठाये हैं. गोठवाल ने इस मामले में एफएसएल की जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए अर्चना शर्मा के सुसाइड नोट पर मिले दस्तखत की जांच दिल्ली या हैदराबाद की निष्पक्ष लैब में कराने की मांग की है.
गोठवाल ने कहा कि एफएसएल ने डॉ अर्चना के आधिकारिक दस्तखत और सुसाइड नोट पर मिले दस्तखत की पुष्टि करते हुए दोनों दस्तखत का मिलान किया है. एफएसएल की इसी रिपोर्ट पर गोठवाल ने सवाल उठाते हुए गृह विभाग के एसीएस से दस्तखत की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है. उन्होंने सुसाइड नोट पर मिले दस्तखत के कुछ अक्षरों और उनकी लिखावट में अन्तर बताते हुए कहा कि उनके वकीलों ने न्यायपालिका के जरिए भी इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की है. इसके साथ ही गोठवाल ने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि अगर अधिकारी दबाव में काम करके गलत रिपोर्ट देंगे तो वे यह भी ध्यान रखें की ऐसे मामलों की जांच दोबारा कभी भी खुल सकती है.
Reporter- Tribhuvan Ranga
अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
यह भी पढ़ें: OBC आरक्षण विसंगति: सूरतगढ़ में 600 अभ्यर्थी कर रहे आंदोलन, MLA का हरीश चौधरी पर आरोप
यह भी पढ़ें: रणथंभौर टाइगर रिजर्व में फुल डे और हाफ डे सफारी बंद, होटल व्यवसाय को झटका