Air Fare : 1 जून से महंगी होगी हवाई यात्रा, जयपुर एयरपोर्ट से ट्रैवल करना पड़ेगा महंगा, जान लें कितना पड़ेगा बोझ
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Air Fare : 1 जून से महंगी होगी हवाई यात्रा, जयपुर एयरपोर्ट से ट्रैवल करना पड़ेगा महंगा, जान लें कितना पड़ेगा बोझ

Air Fare : जयपुर के सांगानेर स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से हवाई यात्रा करना अब काफी महंगा होने वाला है. 1 जून 2024 से एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों पर लगने वाले टैक्स को दोगुने से भी अधिक करने की तैयारी कर ली है. टैक्स यूडीएफ यानी यूजर डवलपमेंट फीस के रूप में वसूला जाएगा.

Air Fare : 1 जून से महंगी होगी हवाई यात्रा, जयपुर एयरपोर्ट से ट्रैवल करना पड़ेगा महंगा, जान लें कितना पड़ेगा बोझ

Flight Airfare changes from 1 june : जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर निजीकरण को 2 साल से ज्यादा का समय हो चुका है. अब अडानी समूह एयरपोर्ट पर आम यात्रियों पर बड़ा बोझ डालने की तैयारी में है.

1 जून से महंगी होगी हवाई यात्रा

1 जून 2024 से यात्रियों पर लगने वाले यूजर डवलपमेंट फीस को दोगुना करने की तैयारी कर ली गई है. बड़ी बात यह है कि एयरपोर्ट पर अराइवल यात्रियों से भी टैक्स वसूला जाएगा. जयपुर एयरपोर्ट से कैसे महंगी होगी हवाई यात्रा.

जयपुर के सांगानेर स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से हवाई यात्रा करना अब काफी महंगा होने वाला है. एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों पर लगने वाले टैक्स को दोगुने से भी अधिक करने की तैयारी कर ली है. टैक्स यूडीएफ यानी यूजर डवलपमेंट फीस के रूप में वसूला जाएगा.

जयपुर एयरपोर्ट से ट्रैवल करना पड़ेगा महंगा

अभी जयपुर एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले प्रत्येक यात्री से 465 रुपए यूडीएफ टैक्स लिया जाता है, लेकिन अब अडानी समूह के जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इस राशि को बढ़ाकर 910 रुपए करने की तैयारी की जा रही है. यूडीएफ को करीब दोगुना किए जाने से हवाई यात्रियों के लिए मुश्किल बढ़ जाएगी.

बड़ी बात यह भी है कि केवल जयपुर से डिपार्चर वाले यात्रियों पर यूडीएफ टैक्स ही नहीं बढ़ेगा, बल्कि अराइवल वाले यात्रियों से भी यूडीएफ वसूल किया जाएगा. देश में ज्यादातर एयरपोर्ट्स पर अराइवल यात्रियों से कोई टैक्स नहीं लिया जाता. इसके पीछे बड़ी वजह यह है कि अराइवल वाले यात्री एयरपोर्ट पर किन्हीं सुविधाओं का उपयोग नहीं करते. विमान से उतरकर यात्री सीधे बाहर निकल जाते हैं, लेकिन जयपुर एयरपोर्ट पर 1 जून से अराइवल यात्रियों से भी टैक्स वसूल किया जाएगा.

हवाई किराए पर अभी कितना लगता है टैक्स

- एयरपोर्ट विकास के नाम पर 465 रुपए यूजर डवलपमेंट फीस

- CISF सुरक्षा जांच के नाम पर 236 रुपए एविएशन सिक्योरिटी फीस

- कॉमन यूज टर्मिनल इक्विपमेंट फीस (CUTE) 50 रुपए

- रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम फीस 50 रुपए

अडानी समूह ने कितनी फीस का रखा है प्रस्ताव

- जयपुर से जाने वाले घरेलू यात्री के लिए 910 रुपए यूडीएफ

- जयपुर से जाने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्री के लिए यूडीएफ 1260 रुपए

- जयपुर आने वाले घरेलू यात्री के लिए यूडीएफ 390 रुपए

- जयपुर आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्री के लिए 540 रुपए यूडीएफ

 

बढ़ी हुई फीस का क्या आएगा असर

- जयपुर से हर शहर के जाने के लिए किराए में 445 रुपए बढ़ेंगे

- इसी अनुरूप 18 फीसदी जीएसटी यानी करीब 80 रुपए बढ़ेंगे

- यानी प्रस्थान पर करीब 525 रुपए और आगमन पर 460 रुपए अतिरिक्त लगेंगे

ऐसा नहीं है कि एयरपोर्ट प्रशासन द्वारा यह फीस केवल इसी साल बढ़ाई जाएगी. जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड द्वारा एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी को दिए गए प्रस्ताव में हर साल फीस बढ़ोतरी के लिए कहा गया है. 31 मार्च 2027 तक के लिए सब्मिट किए गए 3 साल के इस प्लान में हर साल यूडीएफ में बढ़ोतरी की जाएगी. एविएशन सिक्योरिटी फीस, क्यूट फीस और रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम की फीस यथावत रहेंगी. हालांकि एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ने अभी एयरपोर्ट प्रशासन के प्रस्ताव को अप्रूव नहीं किया है. माना जा रहा है कि अथॉरिटी इन दरों में कुछ कटौती कर सकती है.

यूडीएफ फीस में हर साल होगी बढ़ोतरी

- 1 अप्रैल 2025 से 31 मार्च 2026 तक के लिए फीस

- घरेलू डिपार्चर के लिए 980 रुपए, अंतरराष्ट्रीय के लिए 1400 रुपए

- घरेलू अराइवल के लिए 420 रुपए, अंतरराष्ट्रीय के लिए 600 रुपए

- 1 अप्रैल 2026 से 31 मार्च 2027 तक के लिए फीस

- घरेलू डिपार्चर के लिए 1050 रुपए, अंतरराष्ट्रीय के लिए 1540 रुपए

- घरेलू अराइवल के लिए 450 रुपए, अंतरराष्ट्रीय के लिए 660 रुपए

फीस बढ़ोतरी को लेकर जब जी मीडिया ने एयरपोर्ट प्रशासन का पक्ष जानना चाहा तो बताया गया कि एयरपोर्ट प्रशासन द्वारा अथॉरिटी के पास कैपिटल एक्सपेंडीचर फाइल किया गया है. इसमें अगले कुछ सालों में होने वाले विकास कार्यों की रूपरेखा सब्मिट की गई है.

एयरपोर्ट पर टर्मिनल-3 के निर्माण के साथ ही एलिवेटेड रोड भी बनाए जाएंगे। ऐसे में इन विकास कार्यों पर होने वाले खर्च का अनुमान भी जताया गया है. इन्हीं कारणों से यूडीएफ की दरों में इतनी बढ़ोतरी प्रस्तावित की गई है.
 

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