राहुल गांधी के करीबी हार्दिक पटेल गुजरात में प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व से नाराज बताए जा रहे है, Hardik Patel की Bjp के साथ करीबियां बढ रही है. ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा है कि क्या हार्दिक पटेल बीजेपी में शामिल होंगे ?
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गुजरात में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने है. 2017 के चुनाव के समय बीजेपी ( bjp ) को कांग्रेस ने कड़ी टक्कर दी थी. इसमें हार्दिक पटेल ( Hardik Patel ) का अहम योगदान था. भाजपा को अपना किला बचाने के लिए पूरी ताकत झौंकनी पड़ी थी. Congress के बेहतर प्रदर्शन के पीछे पटेल आंदोलन की भूमिका काफी अहम थी. और भाजपा सरकार के खिलाफ पटेल आंदोलन खड़ा करने वाले प्रमुख चेहरा थे हार्दिक पटेल. लेकिन पिछले कुछ दिनों से हार्दिक पटेल की कांग्रेस के साथ दूरियां बढ़ रही है. ऐसे में कयास लगाए जा रहा है कि जल्द ही हार्दिक पटेल बीजेपी में शामिल हो सकते है.
20 जुलाई 1993 को गुजरात के चंदन नगरी में जन्में हार्दिक पटेल 7वीं पास करने के बाद पिता का व्यापार चलाने लगे. उनके पिता का भूमिगत कुंओं में नल लगाने का काम था. साल 2010 से उनकी राजनीति से करीबियां होने लगी. सहजानन्द कॉलेज, अहमदाबाद से बीकॉम की पढ़ाई शुरु की. यहां उन्हौने छात्रसंघ महासचिव का चुनाव लड़ा और वे निर्विरोध चुने गए.
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कैसे खड़ा किया था पटेल आरक्षण आंदोलन ?
ये साल 2015 की बात है. जब जुलाई 2015 में सरकारी नियमों या किसी अन्य वजह से हार्दिक पटेल की बहन मोनिका को राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली छात्रवृति नहीं मिली थी. यहीं से पाटेल आरक्षण की चिंगारी सुलग चुकी थी. इस घटना के बाद पाटीदार अनामत आंदोलन समिति बनाई गई. इस समिति ने पटेल समाज के हितों को लेकर काम करना शुरु किया. धीरे धीरे इस समिति के धरने प्रदर्शन बढ़ने लगी. प्रदर्शनों को पटेल समाज का बड़ा समर्थन मिला और इसने एक आंदोलन का रुप ले लिया. जिसने गुजरात में 2017 के विधानसभा चुनावों को काफी प्रभावित किया. इस आंदोलन से बीजेपी के खिलाफ माहौल बना. तो उसका कांग्रेस को जबरदस्त फायदा हुआ.
गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में भले ही कांग्रेस हार गई लेकिन हार्दिक पटेल की कांग्रेस से नजदीकियां बढ़ने लगी. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले 12 मार्च 2019 को हार्दिक पटेल ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ली. इसके बाद मात्र 19 महीने के सफर में हार्दिक पटेल को गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया. लेकिन हार्दिक पटेल कांग्रेस आलाकमान के सामने लगातार अपनी मांगे उठा रहे है. हार्दिक पटेल ने गुजरात कांग्रेस के नेताओं पर उसका करियर खराब करने का आरोप भी लगाया. हाल ही में बीजेपी विधायक हाकू जडेजा की ओर से जामनगर में आयोजित हुए एक समारोह में हार्दिक ने गुजरात सरकार के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी के साथ मंच साझा किया था.
मीडिया के सामने खुद हार्दिक पटेल ने कहा था कि करीब 15 दिन पहले राहुल गांधी का उनके पास फोन आया था और कहा था कि जो भी मुद्दे हो, उसे बेझिझक बताएं. ऐसे में वे जब भी फ्री होंगे. मुझे कॉल जरुर करेंगे. पटेल ने कहा कि दिल्ली में मेरा कोई गॉड फादर नहीं है इसलिए मेरे साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है. हार्दिक पटेल ने उम्मीद जताई है कि उदयपुर में होने वाले कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर में गुजरात के मुद्दों पर भी चर्चा होगी.
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