Rajasthan News: राजस्थान की मरूधरा की शुरूआती ठंड के बीच कर्जमाफी पर सियासी गरमाहट तेज हो गई है.एक बार फिर से ऋणमाफी पर विपक्ष आमने-सामने हो गया है.राष्ट्रीकृत बैंको से जुड़े किसानों के ऋणमाफी पर संग्राम मचा है.ऐसे में यदि राजस्थान में ऋणमाफी होती है तो कितने किसानों का ऋण माफ होगा?
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Rajasthan News: राजस्थान में कांग्रेस सरकार सत्ता में आई तो सरकार बनते ही सबसे पहले किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया, क्योंकि कहीं ना कहीं कर्जमाफी के मुद्दे पर चुनाव लड़कर कांग्रेस ने सत्ता हासिल की, क्योंकि राहुल गांधी ने राजस्थान,मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कर्जमाफी का वादा जो किया था.
जिसके बाद राजस्थान की गहलोत सरकार ने 14 हजार करोड़ का ऋणमाफ कर दिया. लेकिन बीजेपी ने लगातार राष्ट्रीकृत बैंको के ऋणमाफी का मुद्दा समय-समय पर उठा रही है.
राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच बीजेपी ने ये मुद्दा फिर से उठा रखा है. लेकिन इसी बीच सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने स्पष्ट कर दिया कि हमारी सरकार ने किसानों का सारा ऋण माफ कर दिया है.
बीजेपी लगाातार राष्ट्रीयकृत बैंको की ऋणमाफी का मुद्दा उठाकर बार-बार जनता का ध्यान भटकाना चाह रही है.ये काम बीजेपी की केंद्र सरकार का है.केंद्र सरकार चाहे तो किसानों का ऋण माफ कर सकती है.
राष्ट्रीयकृत बैंको को भेजा था प्रस्ताव
उदयलाल आंजना,सहकारिता मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंको से किसानों ने लिए गए कर्ज माफी को लेकर राज्य सरकार ने तमाम निजी बैंको को प्रस्ताव भी भेजा था.जिसमें किसानों के कर्ज का 90 फीसदी बैंक माफ करने और बाकी 10 फीसदी किसानों की तरफ से सरकार चुकाएगी.
इसी तर्ज पर अन्य बैंक भी गरीब किसानों को राहत प्रदान कर सकते हैं. यदि राजस्थान सरकार का ये प्रस्ताव बैंक स्वीकार कर लेते तो करीब 3 लाख किसानों को कर्जमाफी का फायदा मिल सकता था.
विपक्ष पर पलटवार
राजस्थान में किसानों के मुद्दों पर दूसरी तरफ सरकार के मंत्री विपक्ष पर पलटवार करते हुए ये नहीं चूकते कि राजस्थान की सरकार ने 14 हजार करोड़ का सहकारी बैंकों से जुड़ा ऋण माफ किया है,जिसमें 6 हजार करोड़ तो पिछली बीजेपी सरकार में लिए गए ऋण शामिल थे.
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