जयपुर के अस्पतालों का किया गया निरीक्षण, अनुपस्थित चिकित्साकार्मिकों पर होगी कार्रवाई
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जयपुर के अस्पतालों का किया गया निरीक्षण, अनुपस्थित चिकित्साकार्मिकों पर होगी कार्रवाई

चिकित्सा शिक्षा विभाग की 5 टीमों ने शनिवार को जयपुर के 5 अलग-अलग अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया.

चिकित्सा शिक्षा विभाग

Jaipur: चिकित्सा शासन सचिव वैभव गालरिया  के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा विभाग की 5 टीमों ने शनिवार को जयपुर के 5 अलग-अलग अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया. ये सभी पांचों अस्पताल एसएमएस मेडिकल कॉलेज से संबंध हैं. गालरिया ने निरीक्षण दलों द्वारा प्रस्तुत तथ्यात्मक रिपोर्ट पर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवांगी स्वर्णकार ने बताया कि जयपुर के जेके लोन अस्पताल, डीडीयू गणगौरी अस्पताल, महिला चिकित्सालय, जनाना अस्पताल और शास्त्री नगर स्थित कांवटिया अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया. उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान कई चिकित्सकों की अनुपस्थिति के साथ ही सफाई व कोविड प्रोटोकॉल के पालन में लापरवाही पाई गई, जिनपर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

अनुपस्थित चिकित्सक व कार्मिकों पर होगी कार्रवाई 
महिला चिकित्सालय में अधीक्षक समेत 20 चिकित्सक तथा 91 नर्सिंग व अन्य स्टाफ, जनाना अस्पताल में 5 चिकित्सक और 5 नर्सिंग स्टाफ, गणगौरी अस्पताल में 3 चिकित्साकार्मिक अनुपस्थित पाए गए. वहीं, कांवटिया अस्पताल में 3 फैकल्टी, 8 चिकित्सक तथा 23 नर्सिंग व अन्य स्टाफ अनुपस्थित पाए गए. 

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टीमों ने अस्पतालों में रोगियों के इलाज की स्थिति, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा और जांच योजना तथा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में नामांकन के साथ ही अन्य कई मुद्दों पर अस्पताल अधीक्षकों और अन्य चिकित्सकों से चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। साथ ही, अस्पतालों में सफाई व्यवस्था को और बेहतर किये जाने की आवश्यकता पर भी निरीक्षण दलों ने बल दिया. सभी पांचों टीमों ने शनिवार को ही अपनी तथ्यात्मक रिपोर्ट चिकित्सा शिक्षा आयुक्त को सौंप दी है. 

तथ्यात्मक रिपोर्ट की प्रमुख बातें
निरीक्षण दलों ने अस्पतालों में रोगी और उनके परिजनों से भी बात की और फीडबैक लिया. कांवटिया, महिला और जेके लोन अस्पताल में शौचालयों की सफाई को और बेहतर करने के भी निर्देश दिए गए हैं. निरीक्षण दलों ने मास्क नहीं लगाने वाले रोगियों के परिजनों और अस्पताल कर्मिकों को कोविड प्रोटोकॉल के पालना के निर्देश दिए.

रिपोर्ट्स में जेके लोन अस्पताल में पार्किंग समस्या के मद्देनजर अंडरग्राउंड पार्किंग का प्रस्ताव भिजवाए जाने के निर्देश दिए गए हैं. यहां ओपीडी में भीड़ अधिक होने पर चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. बढ़ते रोगीभर को देखते हुए सैटेलाइट अस्पताल में 65 तथा आरयूएचएस में 200 बेड्स के उपयोग के संबंध में अस्पताल अधीक्षक को निर्देशित किया गया है.

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गणगौरी अस्पताल में पार्किंग की समस्या और रजिस्ट्रेशन काउंटर पर भीड़ देखी गई, जहां शीघ्र समस्या समाधान हेतु निर्देशित किया गया है.

टीमों में शामिल लोग
जेके लोन अस्पताल: 
गौरव चतुर्वेदी, अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन), चिकित्सा शिक्षा विभाग
डॉ. मनोज गर्ग, उपनिदेशक (अकादमिक), राजमेस
डॉ. आर के जैन, सीनियर प्रोफेसर, एसएमएस मेडिकल कॉलेज.

महिला चिकित्सालय: 
कैलाश चंद्र यादव, अतिरिक्त निदेशक(प्रशासन), राजमेस
डॉ. वंदना शर्मा, सहायक निदेशक, राजमेस
डॉ. आर. के. गुप्ता, सीनियर प्रोफेसर, एसएमएस मेडिकल कॉलेज.

जनाना अस्पताल: 
रवि विजय, उपनिदेशक(प्रशासन), राजमेस
डॉ. प्रियंका कपूर, सहायक निदेशक, राजमेस
डॉ. लोकेंद्र शर्मा, सीनियर प्रोफेसर, एसएमएस मेडिकल कॉलेज.

गणगौरी अस्पताल:
डॉ. देवराज आर्य, अतिरिक्त निदेशक(अकादमिक), चिकित्सा शिक्षा विभाग
डॉ. मुकेश चतुर्वेदी, उपनिदेशक(अका.), राजमेस
डॉ. कपिल गुप्ता, प्रोफेसर, एसएमएस मेडिकल कॉलेज.

कांवटिया अस्पताल:
डॉ. रश्मि गुप्ता, अतिरिक्त निदेशक(अका.), राजमेस
डॉ. सुनील बैरवा, सहायक निदेशक, राजमेस
डॉ. तरुण लाल, सीनियर प्रोफेसर, एसएमएस मेडिकल कॉलेज.

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