इन्वेस्ट राजस्थान के बाद फोकस समिट से पहले हुए 11 लाख करोड़ रुपए के निवेश करार को अमलीजामा पहनाने की तैयारी है. सर्वाधिक ऊर्जा सेक्टर में निवेश के करार हुए हैं. इन्वेस्ट समिट में 30 फीसदी से ऊपर इन्वेस्ट लाने की कवायद है.
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Jaipur: इन्वेस्ट राजस्थान के बाद फोकस समिट से पहले हुए 11 लाख करोड़ रुपए के निवेश करार को अमलीजामा पहनाने की तैयारी है. जिला स्तर पर इसके लिए टास्क फोर्स काम करेगी. उद्योग विभाग प्रतिमाह बैठक करेगा. जिन मुद्दों पर सहमति नहीं बनेगी उन पर अलग से एक कमेटी विचार करेगी. उद्योग मंत्री शकुंतला रावत का कहना है कि हमने समिट के आयोजन से पहले कई बैठकें कर निवेश प्रस्ताव को क्रियान्वयन की दिशा में आगे बढ़ाया है.
अब जो शेष प्रस्ताव हैं उन पर प्रभावी काम करेंगे. हमारी कोशिश रहेगी कि सभी निवेश प्रस्तावों को राजस्थान की धरा पर उतारा जाए. इसके लिए अधिकारियों को टास्क दिया है.
इन्वेस्ट राजस्थान समिट से पूर्व माह नवम्बर 2021 से सितम्बर, 2022 के मध्य अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर रोड शो आयोजित किए गये थे. राज्य सरकार द्वारा 10.44 लाख करोड़ रु. के 4,192 एमओयू / एलओआई हस्ताक्षरित किए गए. 4,192 एमओयू / एलओआई में से कुल 1680 एमओयू / एलओआई क्रियान्वित अथवा क्रियान्वयन के चरण में हैं जो की लगभग 40 प्रतिशत हैं.
एमओयू / एलओआइ के क्रियान्वित अथवा क्रियान्वयन के चरणों में प्रस्तावित निवेश में 57 प्रतिशत भागीदारी के साथ ऊर्जा सेक्टर मुख्य सेक्टर के रूप में उभर कर आया है. इसके अतिरिक्त केमिकल्स एवं पेट्रोकेमिकल्स 18.2 प्रतिशत, टेक्सटाइल 9.5 प्रतिशत, पेट्रोलियम एवं गैस 5.9 प्रतिशत, सीमेन्ट 4.6 प्रतिशत और टेक्सटाइल की 3.4 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
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