राजस्थान पुलिस के नए मुखिया बने IPS उमेश मिश्रा, माफियाओं पर लगाम कसने के दिए संकेत
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राजस्थान पुलिस के नए मुखिया बने IPS उमेश मिश्रा, माफियाओं पर लगाम कसने के दिए संकेत

 Rajasthan New DGP: राजस्थान पुलिस के मुखिया एमएल लाठर की सेवानिवृत्ति के बाद गुरूवार को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी उमेश मिश्रा ने नए मुखिया के तौर पर पदभार संभाल लिया. 

राजस्थान पुलिस के नए मुखिया बने IPS उमेश मिश्रा, माफियाओं पर लगाम कसने के दिए संकेत

Rajasthan New DGP: राजस्थान पुलिस के मुखिया एमएल लाठर की सेवानिवृत्ति के बाद गुरूवार को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी उमेश मिश्रा ने राजस्थान पुलिस बेडे के नए मुखिया के तौर पर पदभार संभाल लिया. पदभार संभालते ही प्रदेश के नए पुलिस मुखिया ने पुलिस का चेहरा बदलने और माफियाओं पर लगाम कसने के संकेत दिए .
बता दें कि गुरूवार को  राजस्थान पुलिस के मुखिया डीजीपी एमएल लाठर सेवानिवृत्त हो गए. डीजीपी एमएल लाठर की सेवानिवृत्ति के बाद 1989 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी डीजी इंटेलीजेंस उमेश मिश्रा को प्रदेश के नए डीजीपी का पदभार सौंपा है.  डीजीपी एमएल लाठर की सेवानिवृत्ति से पहले ही 27 अक्टूबर को राज्य सरकार ने आदेश जारी कर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी उमेश मिश्रा को नए डीजीपी के रूप में नामित किया था. 

पदभार संभालते ही वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी उमेश मिश्रा  राजस्थान के 35वें डीजीपी बन गए.  उमेश मिश्रा को  प्रदेश की कमान निवर्तमान डीजीपी एमएल लाठर ने  सौंपी.  डीजीपी उमेश मिश्रा के पदभार ग्रहण के दौरान उनके परिजन भी मौजूद रहे.  पदभार संभालते ही पुलिस महकमे के आलाधिकारियों ने उन्हें बधाई दी.

नए डीजीपी के पदभार ग्रहण कार्यक्रम को लेकर पुलिस मुख्यालय में तमाम तैयारियां की गई . डीजीपी कपिल गर्ग को एक पायलट वाहन और दो मोटरसाईकिल आउट राईडर्स के साथ एस्कार्ट कर उनके निवास से पुलिस मुख्यालय तक लाया गया.  पुलिस मुख्यालय में डीजीपी को आरएसी की टुकडी के जरिए गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया.  इसके बाद पुलिस डीजीपी उमेश मिश्रा ने लाईनअप अधिकारियों और कार्मिकों से परिचय लिया.

1989 बैच के बेदाग छवि वाले आइपीएस उमेश मिश्रा

1 मई 1964 को यूपी के कुशीनगर में जन्मे उमेश मिश्रा बेहद साधारण परिवार से रहे.  उनकी छवि तेज तर्रार और निडर आईपीएस अफसर के रूप में बनी हुई है. साथ ही उनकी सिस्टम में अच्छी पकड़ भी है. इसलिए उमेश मिश्रा को वर्तमान सरकार का संकटमोचक भी कहा जाता है.

बतौर पुलिस सेवा के उन्होंने राजस्थान के चूरू , भरतपुर , पाली में एसपी के साथ ही भरतपुर रेंज आईजी का  काम भी बाखूबी संभाला.इसके साथ ही वह एसीबी , एसओजी - एटीएस के साथ ही हाल ही डीजी इंटेलीजेंस के तौर पर उमेश मिश्रा अपने काम को लेकर हमेशा चर्चा में रहे हैं.

 राजस्थान पुलिस में डीजी इंटेलिजेंस रहते हुए सेना में रहते हुए पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले सैन्यकर्मियों का भंड़ाफोड़ कर पाकिस्तानी खुफिया तंत्र के मंसूबों काे खत्म किया. तो अब राजस्थान पुलिस की जिम्मेदारी मिलने के बाद उमेश मिश्रा ने राजस्थान पुलिस बेडे को मजबूत करने के साथ ही संगठित और आर्थिक अपराधों के साथ ही कमजोर वर्ग के साथ बढ़ते अपराधों पर लगाम कसना प्राथमिकता बताया.

प्रदेश के खाकी महकमे को उमेश मिश्रा के तौर पर नया मुखिया मिल गया है. पुलिस मुखिया में तौर पर पदभार संभालते ही नए मुखिया उमेश मिश्रा ने प्रदेश में अपराधों की रोकथाम कर कानून - व्यवस्था बनाना प्राथमिकता बताते हुए प्रदेश में माफियाओं पर भी नकेल कसने के संकेत दिए है.

1989 बैंक के आईपीएस उमेश मिश्रा ने आज राजस्थान पुलिस के मुखिया का चार्ज  संभाल लिया. इस दौरान उमेश मिश्रा ने बताया कि वह राजस्थान पुलिस की प्राथमिकताओं पर और अधिक काम करने वाले हैं. गाइडिंग प्रिंसीपल वैसे ही रहने वाले हैं. कमजोर लोगों के खिलाफ जो घटनाएं होती है अपराध होती है उन्हें रोकने पर काम किया जाएगा. संगठित अपराध और अपराधियों पर नकेल सका जाएगा.राजस्थान पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज आर्थिक अपराध हैं. उस पर काम करने की और अधिक जरूरत हैं. भरतपुर के कामां में ऐसे अपराधी अधिक हैं. ऐसे अपराधियों को टाइट करने की जरूरत हैं.

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