Jaipur News Today: दौसा के कालखो में बुजुर्ग पुजारी रामस्वरूप की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या के मामले में बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया है. पहले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने पुजारियों पर हत्या पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया.
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Jaipur News: दौसा के कालखो में बुजुर्ग पुजारी रामस्वरूप की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या के मामले में बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया है. पहले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने पुजारियों पर हत्या पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया, आखिर में हाल ही बीजेपी में शामिल हुई ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस पर सनातन से दूर होने का आरोप लगाया.
दौसा के कालखो में घर के बाहर सो रहे बुजुर्ग रामस्वरूप शर्मा को लाठियों से पीट-पीटकर घायल कर दिया. घायल पुजारी रामस्वरूप ने एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के हाल यह है कि दौसा के कालाखो में शराब पी रहे युवक को टोकना पुजारी को भारी पड़ गया. शराब पीने से मना करने पर बौखलाए युवक ने पुजारी पर लाठियों से हमला कर दिया और उसे मार पीटकर उसके घर के बाहर पटक दिया. पुजारी की इस कदर पिटाई की गई कि उसकी एक आंख ही निकलकर बाहर आ गई और उसके सिर से मस्तिष्क भी बाहर आ गया.
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बीजेपी नेताओं ने कहा कि इस हत्या ने राज्य सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है. इससे पहले भी कांग्रेस सरकार के शासनकाल में पूरे पांच सालों में पुजारी और मंदिर समाजकंटकों के निशाने पर रहे लेकिन तुष्टीकरण के मद में डूबी राज्य सरकार ने इनकी सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया. सरकार का ज्यादा ध्यान आपसी झगडे में हुई हत्या के बाद वर्ग विशेष के वोट साधने के लिए 50 लाख रूपए और सरकारी नौकरी का पैकेज देने पर ही रहा. पुजारियों पर हत्या के मामले में कई बार ब्राह्मण समाज ने भी पुजारी प्रोटेक्शन बिल लाने की मांग की लेकिन सत्ता के अहंकार में डूबी कांग्रेस सरकार ने ब्राह्मण समाज के पुजारियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया.
पुजारी की निर्मम हत्या कांग्रेस सरकार के माथे पर कलंक
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि राज्य में पुजारी की बेरहमी से हत्या की यह पहली घटना हो. इससे पहले भी धौलपुर, कुचामन, राजसमंद, अजमेर, करौली और जयपुर में ऐसी घटनाएं हो चुकी है. इसके अलावा प्रदेश में हर माह कहीं ना कहीं मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाले पुजारी और महंत इन बदमाशों के निशाने पर रहते हैं. दौसा के कालाखो में पुजारी की निर्मम हत्या कांग्रेस सरकार के माथे पर कलंक है और बेहद ही शर्मनाक घटना है. यह घटना गृहमंत्री अशोक गहलोत की विफलता को साबित कर रही है.
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क्या कहना है भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच का
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि सरकार की लचर कानून व्यवस्था के चलते ही प्रदेश में विगत चार वर्षों के दौरान मन्दिर उनकी सम्पतियों और पुजारियों के विरूद्ध अत्याचार की 104 घटनाएं हुई है. कांग्रेस के शासनकाल में हर माह करीबन दो मामले संत समाज पर हमले हुए. प्रदेश में 15 प्रकरण वे भी हैं जिनमें 10 में पुजारियों की हत्या हो गई और 5 प्रकरणों में पुजारियों ने प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली.
इसके अलावा हाल ही कांग्रेस से बीजेपी ज्वॉइन करने वाली ज्योति मिर्धा ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने आप को सनातन से दूर करने में लगी है. इस तरह पुजारियों की हत्या का यह कोई अकेला मामला नहीं है बल्कि कई मामले हो चुके हैं. कोई राजनीतिक दल हो इस तरह के मामलों को हरएक नेता को इसकी निंदा करनी चाहिए . सभ्य समाज में इस तरह की घटनाओं की कोई जगह नहीं है.